शादी के दिन थी परीक्षा, पहले रस्में निभाईं और फिर शादी के जोड़े में एग्जाम देने पहुंची 24 साल की हर्षिता
अगर आपको पता चले कि जिस दिन आपकी शादी होनी है, उस दिन आपकी परीक्षा भी है तो आप क्या करेंगे? जाहिर है, अधिकतर लोग यही कहेंगे कि वे परीक्षा छोड़कर शादी की तैयारी करेंगे और परीक्षा अगले साल देंगे।
हालांकि बैंगलोर की रहने वाली 24 साल की हर्षिता के कुछ और ही ठान लिया। हर्षिता बैंगलोर के एक प्राइवेट कॉलेज में एम.कॉम की पढ़ाई कर रही हैं। 30 जनवरी (गुरुवार) को हर्षिता के एम. कॉम थर्ड इयर की परीक्षाएं होनी थीं और उसी दिन के लिए उसकी शादी तय हुई। वह काफी पशोपेश में थी कि परीक्षा दे या ना दे।
इस बात को लेकर हर्षिता काफी परेशान थी। जब उसने परीक्षा के बारे में अपने घरवालों को बताया तो सभी घरवालों ने उसे परीक्षा छोड़ने के लिए कहा। घरवालों ने समझाया कि पहले वह शादी की तैयारियां करे और सारी रस्में निभाएं। परीक्षा तो वह अगले साल भी दे सकती है। घरवालों की बात मानकर हर्षिता ने भी एक बार परीक्षा छोड़ने काम मन बना लिया लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। परीक्षा छोड़ने के लिए हर्षिता का दिल गवाही नहीं दे रहा था। इस कारण उसने बैंगलोर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एम. शिवराजू से सलाह लेने के लिए बात की। रजिस्ट्रार ने हर्षिता की परेशानी को समझा।
डेक्कन हेराल्ड की एक खबर के मुताबिक, शिवराजू ने हर्षिता की बात को ध्यान से सुना और हर्षिता को समझाया कि वह पहले अपनी शादी की रस्में तय मुहूर्त के हिसाब से पूरी करे और फिर बाद में परीक्षा दे। वह हर्षिता को परीक्षा में बैठने की अनुमति देंगे। ऐसा सुनकर हर्षिता खुश हुई और वह शादी की रस्में और काम निभाकर एग्जाम देने आई। दुल्हन की ड्रेस में परीक्षा देने आई हर्षिता को देखकर हर कोई चौंक गया। हरे रंग के जोड़े में परीक्षा देता देख आसपास बैठे हर स्टूडेंट ने हर्षिता की तारीफ की।
रजिस्ट्रार शिवराजू ने बताया,
"हर्षिता इस हबात को लेकर परेशान थी कि वह तय समय पर परीक्षा सेंटर पर पहुंच पाएगी या नहीं लेकिन मैं परीक्षा केंद्र पर मौजूद था। मैंने सुनिश्चित किया कि उसे परीक्षा देने की अनुमति मिले। हर्षिता सुबह 11:10 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंची जो कि परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट की देरी थी।"
इतनी भाग-दौड़ में परीक्षा देने के बाद हर्षिता ने राहत की सांस ली। हर्षिता को उम्मीद है कि वह परीक्षा में पास हो जाएगी।