वीकली रीकैप: पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!
नीचे इस हफ्ते प्रकाशित हुई टॉप स्टोरीज़ संक्षेप में दी गई हैं, जिनके साथ दिये गए लिंक पर क्लिक कर आप उन्हे विस्तार से भी पढ़ सकते हैं।

पढ़ें इस हफ्ते की टॉप स्टोरीज़!
उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे बड़ौत से निकल कर पहले एमबीबीएस और फिर यूपीएससी क्लियर कर पंजाब कैडर में आईपीएस बनने वाली डॉ. प्रज्ञा जैन की प्रेरक कहानी से भला कौन रूबरू नहीं होना चाहेगा, इसी के साथ कैसे एक एनआरआई ने देश वापस आकर चाय बेंचते हुए महज 8 महीनों में ही 1.2 करोड़ रुपये का मुनाफा कैसे कमा लिया, इसे भी आप मिस नहीं करना चाहेंगे।
ऐसी ही कुछ रोचक और प्रेरणादायक स्टोरीज़ हमने इस इस प्रकाशित की हैं, जिन्हे आप जरूर पढ़ना चाहेंगे। यहाँ वो स्टोरीज़ संक्षेप में दी गई हैं, लेकिन उनके साथ दिये गए लिंक पर क्लिक कर आप उन्हे विस्तार से भी पढ़ सकते हैं।
‘रुक जाना नहीं’

डॉ. प्रज्ञा जैन, आईपीएस अधिकारी
उत्तर प्रदेश के छोटे से कस्बे बड़ौत से निकलीं डॉ. प्रज्ञा जैन, जो आईपीएस अधिकारी हैं, आज देश भर की महिलाओं के साथ ही सभी के लिए प्रेरणाश्रोत हैं। डॉ. प्रज्ञा ने जब तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी, तब वे प्रेग्नेंट थीं, लेकिन बेड रेस्ट में होने के बावजूद प्रज्ञा ने अपने सपनों को पाने के लिए हर कष्ट उठाने की ठान रखी थी।
प्रज्ञा कहती हैं,
“व्यक्तित्व का निर्माण एक दिन में नहीं होता है। यह एक निरंतर प्रक्रिया है। इसके निर्माण में हमारे परिवार, समाज, शिक्षा, अनुभव एवम हमारी सोच का बहुत बडा योगदान है। मेरे व्यक्तित्व का निर्माण भी एक चुनौतीपूर्ण और रोचक यात्रा का ही परिणाम है।”
प्रज्ञा के इस सफर की रोचक कहानी आप इधर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। यूपीएससी क्लियर करने से पहले प्रज्ञा बतौर एक चिकित्सक दिल्ली में अपनी सेवाएँ दे रही थीं।
हौसलों की उड़ान

(चित्र: NDTV)
अपनी मेहनत और लगन के दम पर अपनी तकदीर खुद लिखी जा सकती है और ऐसा ही कुछ साबित कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में रहने वाले अनुराग ने। सामान्य से किसान परिवार में पैदा हुए अनुराग ने ना सिर्फ 12वीं की परीक्षा में 98.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, बल्कि उन्हे अमेरिका के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय फुल स्कॉलरशिप भी हासिल हुई है।
अनुराग के बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं। विश्वविद्यालय में अनुराग का प्रवेश उनकी बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट पर ही निर्भर था, लेकिन इन परीक्षाओं में बड़ी सफलता के बाद अब अनुराग जल्द ही विदेश जाकर अपनी आगे की पढ़ाई शुरू कर सकेंगे।
'NRI चायवाला'

अपने उत्पाद के साथ जगदीश कुमार
चाय देश में सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला पेय है। भारत में उगाई जाने वाली चाय आज पूरे विश्व में पहचानी जाती है, लेकिन अब देश के कुछ स्टार्टअप इस चाय को नए रंग और कलेवर के साथ लोगों के सामने पेश कर रहे हैं, जिसे बड़े पैमाने पर पसंद भी किया जा रहा है।
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जगदीश कुमार ने, जिन्होने न सिर्फ चाय को कई नए फ्लेवर के साथ लोगों के सामने पेश किया है, बल्कि इसी चाय के जरिये कम समय में बड़ा मुनाफा भी कमाया है। अपने देश वापस आने से पहले जगदीश न्यूज़ीलैंड में व्यवसाय कर रहे थे और उनके पास वहाँ का ग्रीन कार्ड भी था, लेकिन वह अपने वतन में रहकर कुछ करना चाहते थे। जगदीश के इस स्टार्टअप ने महज 8 महीनों में 1.2 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। जगदीश और उनके स्टार्टअप के बारे में आप इधर विस्तार से पढ़ सकते हैं।
जरूरी है टर्म इंश्योरेंस

सांकेतिक चित्र
लोगों के बीच अपने और परिवार के भविष्य की सुरक्षा हमेशा से एक प्राथमिकता रही है और इंश्योरेंस इसमें सबसे बड़ा रोल अदा करते रहे हैं। तमाम कंपनियाँ ग्राहकों को इंश्योरेंस पॉलिसी उपलब्ध करा रही हैं, जिनमें दावा किया जाता है कि वे उनके लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में लोग कई बार झांसे में भी आ जाते हैं और लंबे समय को देखते हुए अपना नुकसान भी कर बैठते हैं।
इसी क्रम में आजकल खूब चर्चा में चल रहे टर्म इंश्योरेंस के बारे में आपको जानकारी होना बेहद आवश्यक है, इसे इंश्योरेंस का मूल स्वरूप कहा जा सकता है, जो आपके जाने के बाद आपके आश्रितों के जीवन से मुश्किलों के बादल छाँट सकता है।
सोशल मीडिया एकाउंट करें सुरक्षित

(सांकेतिक चित्र)
हाल ही में हुए ट्विटर एकाउंट हैक कांड के बाद अब सोशल मीडिया एकाउंट्स की सुरक्षा को लेकर लोगों के बीच चर्चा एक बार फिर से तेज़ हो गई है। सोशल मीडिया एकाउंट का उपयोग जोखिम भरा भी हो सकता है अगर आप बिल्कुल भी ऐतिहात ना बरतें।
सोशल मीडिया एकाउंट आज हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन कुछ जरूरी बातों का ध्यान ना रखते हुए हम अंजाने में इनके जरिये ऐसी जानकारी भी शेयर कर बैठते हैं, जिससे हमें कई तरह का नुकसान हो सकता है। इससे बचा जा सकता है, बस आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा।