मैं प्रेमवश श्रमिकों के लिए काम कर रहा हूं : सोनू सूद
मुंबई, प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पहुंचने में मदद करने को लेकर सुर्खियों में आए अभिनेता सोनू सूद ने उन सभी आरोपों को खारिज कर दिया कि वह राजनीति में आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह जो कर रहे हैं, ‘‘पूरी तरह प्रेमवश’’ कर रहे हैं।
अभिनेता घर लौटने के लिए व्याकुल हजारों श्रमिकों के लिए परिवहन की व्यवस्था कर रहे हैं और उन्हें प्रवासी श्रमिकों के मसीहा की उपाधि दी जाने लगी है।
सूद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा,
‘‘मुझे राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मैं श्रमिकों के प्रति प्यार के कारण ऐसा कर रहा हूं। मैं उन्हें उनके परिवार से मिलने में मदद करना चाहता हूं।’’
उनका आकलन है कि उन्होंने 18 हजार से 20 हजार श्रमिकों को उनके गृह राज्य ओडिशा, बिहार, उत्तरप्रदेश और झारखंड लौटने में मदद की है।
सूद ने कहा,
‘‘मेरी इच्छा है कि हर मजदूर के अपने घर पहुंचने तक काम करता रहूं। यात्रा पूरे जोश से जारी रहेगी। किसी को बेघर नहीं रहना चाहिए। हम चाहते हैं कि वे सुरक्षित अपने घर पहुंच जाएं।’’
उन्हें सोमवार की रात बांद्रा टर्मिनस के बाहर पुलिस ने मजदूरों से मिलने से रोक दिया था।
पंजाब के मोगा से मुंबई आए 46 वर्षीय अभिनेता ने ‘‘दबंग’’ और ‘‘जोधा अकबर’’ जैसी फिल्मों से अपनी पहचान बनाई है।
सोनू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की जिन्होंने मजदूरों को घर पहुंचाने में मदद करने के लिए उनकी प्रशंसा की।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना के सांसद संजय राउत ने उनकी आलोचना करते हुए कहा था कि क्या भाजपा ने लॉकडाउन के बीच उन्हें श्रमिकों की मदद करने के लिए आगे बढ़ाया है ताकि सरकार की छवि खराब की जा सके।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रमिकों के लिए काम करने की खातिर सूद की प्रशंसा की है।
सूद ने कहा,
‘‘मुझे उनसे इसलिए लगाव है कि मैं भी मुंबई में प्रवासी के तौर पर आया था। एक दिन मैं रेलगाड़ी में सवार हुआ और यहां पहुंच गया। हर कोई महानगर में अच्छे भविष्य का सपना संजोकर आता है।’’