योगी सरकार ने पेश किया चौथा बजट, जानिए क्या खास रहा योगी सरकार के पिटारे में
बजट का आकार पिछले साल के बजट से 33, 159 करोड़ रुपये अधिक है जो 4, 79, 701.10 करोड़ रुपये था। बजट में नयी योजनाओं के लिए 10, 967.87 करोड़ रुपये का प्रावधान है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य विधानसभा में 5, 12, 860.72 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। बजट में नयी योजनाओं और पर्यटन पर विशेष जोर है।
बजट का आकार पिछले साल के बजट से 33, 159 करोड़ रुपये अधिक है जो 4, 79, 701.10 करोड़ रुपये था। बजट में नयी योजनाओं के लिए 10, 967.87 करोड़ रुपये का प्रावधान है।
अयोध्या में उच्च स्तरीय पर्यटक अवसंरचना के विकास के लिए 85 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है जबकि अयोध्या हवाई अड्डे के लिये 500 करोड़ रुपये का प्रस्ताव किया गया है। तुलसी स्मारक भवन के नवीकरण के लिए 10 करोड़ रुपये की व्यवस्था बजट में है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सदन में बजट पेश करते हुए कहा कि वाराणसी में संस्कृति केंद्र की स्थापना के लिए 180 करोड़ रुपये का प्रस्ताव है जबकि काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। गोरखपुर के रामगढ़ ताल में वाटर स्पोर्ट्स के लिए 25 करोड़ रुपये की व्यवस्था बजट में है।
यह योगी सरकार का चौथा बजट है। वित्त मंत्री का बजट भाषण पूरा होते ही बसपा नेता लालजी वर्मा ने बजट को 'दिशाहीन' करार दिया। इस पर अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि सदस्य को बजट पर चर्चा के दौरान बोलने का अवसर मिलेगा।
बजट आकलन के अनुसार कुल प्राप्तियां 5,00,558.53 करोड रुपये अनुमानित हैं। कुल व्यय 5,12,860.72 करोड रुपये अनुमानित है।