Sony के साथ जल्द से जल्द डील पूरी करने की कोशिश में Zee, इंडसइंड बैंक का 83 करोड़ रुपये चुकाएगा
जी एंटरटेनमेंट सोनी ग्रुप के साथ विलय पूरा करके 8.27 खरब रुपये का दिग्गज मीडिया यूनिट बनना चाहता है. लोगों ने कहा कि ऋणदाता को लगभग 83.7 करोड़ रुपये के बकाये के निपटान की शुरुआत शुक्रवार से हो सकती है.
सोनी ग्रुप के साथ विलय को पूरा करने के लिए जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड
अब इंडसइंड बैंक लिमिटेड द्वारा शुरू की गई दिवाला कार्यवाही को जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश में लग गया है. यही कारण है कि ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड इंडसइंड बैंक लिमिटेड को बकाया चुकाने के लिए सहमत हो गया है.बता दें कि, जी एंटरटेनमेंट सोनी ग्रुप के साथ विलय पूरा करके 8.27 खरब रुपये का दिग्गज मीडिया यूनिट बनना चाहता है. लोगों ने कहा कि ऋणदाता को लगभग 83.7 करोड़ रुपये के बकाये के निपटान की शुरुआत शुक्रवार से हो सकती है.
वहीं, मुंबई स्थित बैंक बकाए के भुगतान हो जाने के बाद मीडिया कंपनी के खिलाफ अपनी दिवालियेपन की कार्यवाही को वापस लेने पर सहमत हो गया है.
बता दें कि, इंडसइंड बैंक ने फरवरी में दिवाला अदालत का दरवाजा खटखटाया था और ज़ी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू करने की मांग की थी. इस कदम से जी एंटरटेनमेंट का सोनी के साथ विलय का सौदा खतरे में पड़ गया था.
हालांकि, इसके बाद नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल, एक अपील अदालत ने पिछले महीने मीडिया कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही रोक दी थी.
यह मामला जी समूह की कंपनी सिटी नेटवर्क्स द्वारा किए गए 89 करोड़ रुपये के चूक से संबंधित है. यह राशि इंडसइंड बैंक को अदा की जानी थी. इसके लिए जील एक गारंटर था.
निजी क्षेत्र के बैंक ने एनसीएलटी में सिटी नेटवर्क्स के खिलाफ एक अलग दिवाला याचिका भी दायर की है. एनसीएलटी ने मोहित मेहरा को इस मामले में समाधान पेशेवर नियुक्त किया है.
Edited by Vishal Jaiswal