Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Yourstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में की 2.40 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई

भारतीय रेल तीन साल बाद अपने पेंशन खर्च का पूरा भुगतान करने में समर्थ रही है. राजस्व में अच्छी वृद्धि और सख्त व्यय प्रबंधन के चलते रेलवे में 98.14 प्रतिशत परिचालन अनुपात हासिल करने में मदद मिली है.

रेलवे ने वित्त वर्ष 2022-23 में की 2.40 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड कमाई

Tuesday April 18, 2023 , 4 min Read

हाइलाइट्स

  • पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले यह राशि करीब 49,000 करोड़ रुपये अधिक है, जो कि 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है
  • माल भाड़ा राजस्व उछलकर 1.62 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा, इसमें करीब 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई
  • यात्री राजस्व में अब तक की सर्वाधिक 61 प्रतिशत वृद्धि हुई और यह 63,300 करोड़ रुपये पर पहुंच गया

भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिये 2.40 लाख करोड़ रुपये का रिकार्ड राजस्व दर्ज किया है. यह राशि इससे पिछले वित्त वर्ष में प्राप्त राजस्व के मुकाबले करीब 49,000 करोड़ रुपये अधिक है जो कि 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान माल भाड़ा राजस्व में भी जोरदार वृद्धि रही और यह 1.62 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इसमें करीब 15 प्रतिशत की वृद्धि रही. भारतीय रेल का यात्री राजस्व भी इस दौरान अब तक की सबसे अधिक 61 प्रतिशत वृद्धि के साथ 63,300 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. भारतीय रेल तीन साल बाद अपने पेंशन खर्च का पूरा भुगतान करने में समर्थ रही है. राजस्व में अच्छी वृद्धि और सख्त व्यय प्रबंधन के चलते रेलवे में 98.14 प्रतिशत परिचालन अनुपात हासिल करने में मदद मिली है.

यह अनुपात संशोधित लक्ष्य के दायरे में है. सभी तरह के राजस्व खर्च को पूरा करने के बाद रेलवे अपने आंतरिक संसाधनों से पूंजी निवेश के लिये 3,200 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने में सफल रही. (इसमें 700 करोड़ रुपये डीआरएफ के लिये, 1,000 करोड़ रुपये डीएफ और 1,516.72 करोड़ रुपये आरआरएसके के लिये उपलब्ध कराये गये.)

यातायात राजस्व के मामले में भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2022-23 में 63,300 करोड़ रुपये यात्री राजस्व से प्राप्त किये, 2021- 22 में प्राप्त 39,214 करोड़ रुपये के राजस्व के मुकाबले इसमें 61 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. भारतीय रेल ने 2022-23 में कोचिंग राजस्व से 5,951 करोड़ रुपये कमाये. यह राशि इससे पिछले वित्त वर्ष में हासिल 4,899 करोड़ रुपये के मुकाबले 21 प्रतिशत अधिक रही. इसी प्रकार विविध कार्यकलापों से 2022- 23 में 8,440 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ यह राजस्व इससे पिछले वर्ष इस मद में प्राप्त 6,067 करोड़ रुपये के मुकाबले 39 प्रतिशत अधिक रहा.

वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय रेल का सकल राजस्व 2,39,803 करोड़ रुपये रहा जो कि 2021-22 में 1,91,278 करोड़ रुपये था.

इसी प्रकार सकल यातायात प्राप्तियां 2021-22 के 1,91,206 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 2,39,750 करोड़ रुपये रहीं. रेलवे की 2022-23 में कुल प्राप्तियां 2,39,892 करोड़ रुपये रही जबकि 2021-22 में रेलवे को कुल 1,91,367 करोड़ रुपये की प्राप्तियां हुई थी. रेलवे का कुल व्यय 2021-22 के 2,06,391 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 2,37,375 करोड़ रुपये रहा. वहीं 2022-23 में परिचालन अनुपात 98.14 प्रतिशत रहा.

रेलवे ने एक लाख करोड़ रुपये अपनी नेटवर्क क्षमता बढ़ाने में निवेश किये. वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान रेलवे की सबसे ज्यादा 5,243 किलोमीटर नई लाइनें, रेल लाइनों का दोहरीकरण अथवा दो से अधिक रेलवे ट्रेक बिछाये गये.

वर्ष 2022-23 में रेलवे ने 6,657 करोड़ रुपये के निवेश से 6,565 किलोमीटर रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया, इससे चालू वित्त वर्ष के दौरान रेलवे 100 प्रतिशत विद्युतीकरण लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है.

रेलवे का ध्यान सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने पर है. बीते वित्त वर्ष में राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष के तहत 11,800 करोड़ रुपये का निवेश विभिन्न सुरक्षा कार्यों पर किया गया. सरकार ने रेलवे की पुरानी पड़ चुकी संपत्तियों के नवीनीकरण की जरूरत को समझते हुये 10,000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये हैं वहीं रेलवे ने भी ऐसी परिसंपत्तियों के उन्नयन के लिये आंतरिक संसाधनों से 1,800 करोड़ रुपये का योगदान किया.

वर्ष के दौरान रेलवे ट्रैक, पुलों, ग्रेड सेपरेटर्स आदि को मजबूत करने जैसे सुरक्षा उपायों पर कुल 25,913 करोड़ रुपये का निवेश किया गया.

माल परिवहन समर्पित रेल गलियारे:DFC और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर अधिक निवेश से इन परियोजनाओं में तीव्र प्रगति सुनिश्चित हुई है. NHRSCL ने 12,000 करोड़ रुपये और DFCCIL ने 14,900 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये हैं.

वंदे भारत ट्रेनों से रेलवे के समूचे तंत्र में संख्या तेजी से बढ़ी है. वैगन की खरीद एक साल पहले के मुकाबले 77.6 प्रतिशत बढ़कर 22,747 वैगन पर पहुंच गई. रेलवे की भार वहन क्षमता बेहतर बनाने और यात्रियों के लिये यात्रा को सुविधाजनक बनाने के वास्ते 44,291 करोड़ रुपये का आधुनिक रेलवे साजो सामान खरीदा गया.

रेलवे का सकल बजट समर्थन 2021-22 के 1,17,507 करोड़ रुपये के मुकाबले 2022-23 में 1,59,244 करोड़ रुपये रहा. वहीं 2021-22 के 1,90,267 करोड़ रुपये के पूंजी व्यय के मुकाबले 2022-23 में 2,03,983 करोड़ रुपये का कुल पूंजी व्यय हुआ.

यह भी पढ़ें
EV सब्सिडी अगले चरण में इंफ्रास्ट्रक्चर पर केंद्रित हो सकती है; कोई पर्सनल व्हीकल योजना नहीं: सूत्र