ICAT ने OLA Electric को दिया पहला PLI-ऑटोमोटिव सर्टिफिकेट
यह उपलब्धि भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग में एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के स्थानीय उत्पादन और ऑटोमोटिव सेक्टर में निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में की जा रही प्रगति को दिखाती है.
हरियाणा के मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (ICAT) ने ऑटोमोबिल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए भारी उद्योग मंत्रालय (MHI) की उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को अपना पहला पीएलआई-ऑटोमोटिव सर्टिफिकेट प्रदान किया है. ICAT, भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बोर्ड (NAB) के प्रभागों में से एक है.
मंत्रालय के अपर सचिव डॉ. हनीफ कुरैशी ने ओला इलेक्ट्रिक के इंजीनियरिंग प्रमुख और वरिष्ठ वीपी डॉ. एसजे धीनगर को यह प्रमाणपत्र सौंपा.
ओला इलेक्ट्रिक की बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल- 2W [
S1 Pro (Gen2)] ने ऑटोमोटिव पीएलआई प्रमाणपत्र के लिए 50 प्रतिशत (न्यूनतम) के डीवीए के मानदंडों को पूरा किया है, जो एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के स्वदेशीकरण को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दिखाता है.कंपनी को आईसीएटी से यह प्रमाणपत्र 'मेक इन भारत' अभियान के प्रति उनके समर्पण और घरेलू उत्पादन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने ग्रीन मोबिलिटी के लक्ष्य को साकार करने के लिए राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन योजना (NEMMP)-2020 की शुरुआत की है. यह योजना देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और उन्हें अपनाने के लक्ष्य व समयसीमा का निर्धारण करती है.
आत्मनिर्भर भारत की सोच के साथ और भारत को एक आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय के नेतृत्व में भारी उद्योग मंत्रालय ने साल 2021 में 25,938 करोड़ रुपये के बजट परिव्यय के साथ ऑटोमोबिल और ऑटो कंपोनेंट्स उद्योग के लिए पीएलआई योजना की शुरुआत की थी. इस क्रांतिकारी योजना का उद्देश्य एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (AAT) प्रोडक्ट्स के स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना और ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग वैल्यू चेन में निवेश आकर्षित करना है.
अप्रैल, 2023 में भारी उद्योग मंत्रालय ने इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी. इस एसओपी के माध्यम से चैंपियन OEMs (Original Equipment Manufacturers) और कंपोनेंट्स चैंपियन्स सहित पात्र आवेदकों को मंत्रालय के पोर्टल के माध्यम से अपलोड किए जाने वाले जरूरी प्रारूपों के साथ एक सुचारू आवेदन प्रक्रिया की सुविधा प्रदान की गई थी.
यह उपलब्धि भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग में एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के स्थानीय उत्पादन और ऑटोमोटिव क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में की जा रही प्रगति को दिखाती है.
ICAT अन्य आवेदकों के पीएलआई-ऑटो अनुप्रयोगों के मूल्यांकन और निर्धारण की प्रक्रिया में है. जल्द ही, इन कंपनियों को भी मानेसर स्थित ICAT से पीएलआई-ऑटो प्रमाणपत्र प्राप्त होंगे.