आॅनलाइन शिक्षा को भारत में लोकप्रिय करने का प्रयास करती Hackr.io
नौकरी और स्लाइडशेयर जैसे संस्थानों में काम कर चुके गौरव गुप्ता का है प्रयासआॅनलाइन पाठ्यक्रम और सामग्री उपलब्ध करवाने का कर रहे हैं प्रयासइंटरनेट पर आने के एक महीने के भीतर आॅनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में बनी अव्वल हर सप्ताह 10 हजार से अधिक लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है वेबसाइट
वर्तमान में सूचना प्रौद्योगिकी ने विश्व को आॅनलाइन बना दिया है और समय के साथ हमारे जीवन की हर मूलभूत आवश्यकता, यहां तक की किराने के सामान से लेकर शिक्षा तक इंटरनेट से प्रभावित हो गई है। ‘‘शिक्षा का क्षेत्र भी बहुत तेजी के साथ आॅनलाइन होता जा रहा है और वह समय अब दूर नहीं है जब औपचारिक डिग्री अप्रभावी हो जाएगी। हमने कई लोगों को चार साल की औपचारिक इंजीनियरिंग की डिग्री की तुलना एंड्राइड प्रोग्रामिंग के कोर्स के साथ करते देखा-सुना है। इनमें से अधिकतर का मानना था कि इंजीनियरिंग के मुकाबले एंड्राइड प्रोग्रामिंग सीखने पर वे अधिक लाभ की स्थिति में होते।’’ यह कहना है गौरव गुप्ता का जो Hackr.io के संस्थापक हैं जिनका मुख्य उद्देश्य प्रोग्रामिंग से संबंधित आॅनलाइन ट्युटोरियल और पाठ्यक्रम की खोज में लगे व्यक्तियों को मंच उपलब्ध करवाना है।
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अपना एक अलग पाठ्यक्रम तैयार करने के बजाय इन्होंने विश्व के सबसे अच्छे आॅनलाइन ट्युटोरियल्स और पाठ्यक्रमों को संग्रहित किया। ‘‘प्रारंभ में हम खुद को एक ऐसे आॅनलाइन समुदाय (शायद निकट भविष्य में एक बाजार) के रूप में स्थापित करना चाहते हैं जहां लोग अपनी पसंद की पढ़ाई के स्थानों को ढूंढने के साथ-साथ उनकी समीक्षा भी कर सकें। मुफ्त और समूल्य, दोनों प्रकार की पाठ्य सेवाओं को हमारे द्वारा सूचिबद्ध और श्रेणीबद्ध किया जाता है,’’ गौरव कहते हैं।
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आठ वर्षों तक सॉफ्टवेयर डवलपमेंट और नौकरी और स्लाइडशेयर जैसे संस्थानों के साथ काम में अनुभवी गौरव ने इसी वर्ष मार्च के महीने में Hackr.io की नींव रखी। ‘‘आज के तेजी से बदलते परिदृश्य में प्रौद्योगिकी में बहुत तेजी के साथ विकास हो रहा है। ऐसे में आपको नई तकनीक के हिसाब से खुद को ढालने के लिये लगातार सीखते रहना होता है। जब भी मैं अपनी योग्यता को बढ़ाने के लिये कुछ सीखने का प्रयास करता तो सबसे अच्छा पाठ्यक्रम और सामग्री ढूंढना मेरे लिये सबसे बड़ी चुनौती होता था।’’
इस विषय पर विस्तार से जोड़ते हुए गौरव कहते हैं कि आमतौर पर गूगल और यूट्यूब पर आपको एसईओ (सर्च इंजन आॅप्टिमाईज्ड) आधारित सर्वश्रेष्ठ पाठ्यक्रम तो मिल जाएगा लेकिन यह जरूरी नहीं कि वो सामग्री श्रेष्ठ हो या व्याख्या आसान शब्दों में की गई हो। ‘‘मैंने महसूस किया कि मेरे जैसे अन्य डेवलपर्स का काफी समय इस तरह की पाठ्य सामग्री को ढूंढने में खराब हो रहा था। हम लोग अपने मतलब की सामग्री के लिये रोजाना इंटरनेट पर बेकार की वेबसाईटों पर घंटो खोज करके परेशान आ चुके थे।’’
जाहिर तौर पर इस पूरी प्रक्रिया की अपनी कई परेशानियों हैं जिनसे लोगों को रोजाना रूबरू होना पड़ता है। सामग्री को ढूंढने और फिर उसे अस्वीकार करने की एक समय बर्बाद करने वाली प्रक्रिया होने के अलावा अगर उपयोगकर्ता एक गलत या अपरिपक्व पाठ्यक्रम को चुन लेता हे तो इस बात की पूरी संभावना होती है कि उसे आधी-अधूरी जानकारी ही मिले और वह सही समय पर दूसरों से मात खा जाए।
गौरव के जानने वाले लगभग सभी डेवलपर्स अपने जीवनकाल में इस तरह की समस्याओं से दो-चार हो चुके हैं और यह क्रम अब भी जारी है। यह सब देखने और भुगतने के बाद गौरव ने तय किया कि वे एक ऐसे आॅनलाइन समुदाय को विकसित करेंगे जहा डेवलपर्स सबसे अच्छे संसाधनों को आनलाइन तरीके से चुनने के अलावा उन्हें वोट देने के अलावा श्रेणीबद्ध भी कर सकें। ‘‘प्रोडक्टहंट, रेडिट, स्टाॅकओवरफ्लो जेसी अन्य सामुदायिक साइटों के काम और सफलता से प्रेरित होकर हमनें मार्च 2015 के मध्य में Hackr.io की शुरुआत की।’’
सबसे दिलचस्प बात यह रही कि इस सफर में गौरव को कई ऐसे लोग भी मिले जिन्हें इनके इस विचार में सफलता का भरोसा था और इन लोगों ने अनधिकृत रूप से इनकी सहायता की। दोस्तों और मिलने वालों से प्रसार में मिली सहायता का हवाला देते हुए गौरव कहते हैं, ‘‘मिस्बाह ने शुरूआत से ही इंटरनेट पर मौजूद लगभग हर सोशल नेटवर्किंग साइट पर हमारा प्रचार-प्रसार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और उसकी वजह से ही हमें वेब पर जबरदस्त कवरेज मिली। वह अब भी हमारे साथ सक्रिय रूप से शामिल है।’’
गौरव का मानना है कि किसी भी उत्पाद के निर्माण और लाँच करने की प्रक्रिया (जिसे सामान्यतः एमवीपी कहा जाता है) 48 घंटो के भीतर पूरी हो जानी चाहिये। ‘‘हमारे उत्पाद की प्रारंभिक प्रतिकृति एक सप्ताह में पूरी हो गई थी और वर्तमान में इसे प्रतिसप्ताह 10 हजार से अधिक लोग देखते हैं। इससे पहले हमने गूगल कैलेंडर के लिये एक सहयोगी प्लगइन ‘क्लिपपाॅड’ का भी निर्माण किया था लेकिन वह Hackr.io की सफलता के मुकाबले कहीं नहीं ठहरता।’’
गौरव बड़ी संतुष्टि के साथ दूसरों को अपने काम करने के आदर्श तरीके के बारे में बात बताते हैं। ‘‘हमारा सिर्फ एक ही मूल मंत्र है - जल्द तैयार करो और भेज दो। अगर आपको सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है और आपको अपने विचार के प्रति लोगों की बातों में जुनून और उत्साह दिखता है तो आपको उसे मूर्त रूप देने के लिये तन-मन-धन से लग जाना चाहिये। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो आपको अपना व्यवसाय बदलने पर विचार करना चाहिये। आखिरकार आप एक साॅफ्टवेयर तैयार कर रहे हैं, न कि किसी कार का निर्माण कर रहे हैं। आप इसे उपभोक्ता के पास पहुंचने के बाद भी सुधारने की गुंजाइश रख सकते हैं।’’
Hackr.io ने सफलता की सीढि़यां बहुत तेजी के साथ चढ़ीं और इंटरनेट की दुनिया में कदम रखने के चंद दिनों बाद ही 13 मार्च को प्रोडक्टहंट और 6 अप्रैल को रेडिट द्वारा पहले स्थान पर रखा गया। ‘‘प्रोडक्टहंट ने हमें अपनी वेबसाइट पर हमें अब तक के शीर्ष 50 सबसे लोकप्रिय उत्पाद के क्रम में सूचिबद्ध किया है। चूंकि अब हमारी वेबसाइट को देखने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है तो हमें भी अधिक से अधिक लोगों उपयोगकर्ताओं की राय जानने का मौका मिल रहा है। लोग हमें लगातार वेबसाइट पर अपनी पसंद के बारे में सुझाव दे रहे हैं और हम उनके हिसाब से खुद को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं।’’
विस्तार से बताते हुए गौरव कहते हैं, ‘‘हम Hackr.io को एक ऐसे मंच का रूप देना चाहते हैं जहां उपयोगकर्ता किसी भी विषय की आॅनलाइन शिक्षा पा सके और अपने कौशल को निखार सके। हम शिक्षा को लेकर काफी उत्साहित हैं और भविष्य आॅनलाइन शिक्षण का है। हम स्वयं को आॅनलाइन शिक्षण के क्षेत्र में सिरमौर बनते हुए देखना चाहते हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में हम आॅनलाइन शिक्षण का पर्याय बनकर उभरेंगे।’’
फिलहाल Hackr.io एक सहयोगी संस्था ‘स्क्वायरबोट’, जो युवा उद्यमियों को नए उत्पाद विकसित करने में मदद करती है, के कुछ संसाधनों के योगदान से चल रही है लेकिन निकट भविष्य में यह जल्द ही एक अलग कानूनी इकाई के रूप में सामने आएगी।