शौक जब जुनून बन जाये तो सफलता फिर दूर नहीं रहती
शोपिंग की शौक़ीन इशिता ने फैशन पोर्टल Candidly Couture की शुरुआत की
इशिता शर्मा ख़रीदारी की बहुत शौक़ीन हैं। अपनी इस आदत का उपाय उन्होंने रिटेल क्षेत्र में स्टार्ट-अप बन कर किया। इशिता कहती हैं,“मैं शोपिंग की शौक़ीन थी और अभी भी हूँ। मैं घंटों दुकानों और ऑनलाइन वेबसाइट्स में बिता देती हूँ। यह मुझे पता है जब किसी परिधान की सख्त जरुरत होती है और वो उस समय ना मिले तो कैसा महसूस होता है। मैंने फेसबुक पेज बनाया जिसमें सेल के लिए चयनित कपड़े थे। यहाँ मेरे चयन को भाग्य से लोगों ने पसंद किया और लोग पेज को फॉलो करने लगे। अगला कदम सरलता और जल्दी से शोपिंग करने के लिए रास्ता बनाना था और उसके लिए हमने वेबसाइट बनाई।”
आज इशिता ई-कॉमर्स में तेजी से उभरते फैशन पोर्टल Candidly Couture की संस्थापक सीईओ हैं। इशिता अपने सफ़र को बताते हुए कहती है,“दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद मैं एमबीए की सोच रही थी। यह मेरे लिए असमंजस का समय था इसलिए मैंने एक मीडिया हाउस भी ज्वाइन कर लिया और वहां मैं समय बिताने के लिए भारतीय और अन्तर्राष्ट्रीय ई-कॉमर्स वेबसाइट और फैशन ब्लोग्स देखती रहती थी। कम्पनी के सह संस्थापक देवी उस समय वाल स्ट्रीट में काम करते थे। पिछले साल ही वह अपनी जॉब छोड़कर Candidly couture से जुड़ गए।”
सुकून देने वाली मेहनत
भारतीय महिलाओं को परिधानों से जुड़ी वेबसाइट्स की कमी नहीं है। इशिता ने इस रेस में अपने ब्रैंड को अलग दिखाने के लिए बहुत से प्रयास किये हैं। कपड़ों को लेकर अपनी संवेदनाओं को इशिता कुछ इस तरह बताती है, “डिजाइन का चयन करते समय हम यह ध्यान रखते हैं कि इस परिधान में हमारे ग्राहक सामान्य ना महसूस करें और जब वो लोगों के बीच जाएँ तो लोग उनके परिधान की तारीफ करें।”
Candidly couture के लिए प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत बॉलीवुड और हॉलीवुड का रेड कार्पेट फैशन है। अपनी डिजाइन की प्रेरणा के बारे में इशिता कहती है, “मैं पहचानने की कोशिश करती हूँ कि कौन सा फैशन ट्रेंड मेरे ग्राहकों के लिए बेहतर रहेगा। कई बार डिजाइन चलते नहीं लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं खुद पर शक करने लगूं। डेढ़ साल के अच्छे-बुरे अनुभवों के बाद हमारा कुछ ऐसे डिजाइनरों के साथ रिश्ता बना है, जो हमें उच्च गुणवत्ता के कपड़ों के साथ बढ़िया डिजाइन भी देते हैं। हम Candidly couture में कोई छूट नहीं देते हैं और 95 प्रतिशत हमारा माल पूरे दाम में बिकता है। हम अपने ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा फायदे देना चाहते हैं। साथ ही अपनी उत्पाद सेवा में छूट देने के बजाय उसे बेहतर बनाना चाहते हैं।”
तब बनाम अब
2013 में जब हमने शुरुआत की तो बहुत सी अनिश्चितता देखने को मिली। उस समय ऑनलाइन पेमेंट की शुरुआत हो रही थी। आज ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा ने ई-कॉमर्स को नए स्तर पर पहुंचा दिया है। फिर भी जब मैंने शुरू किया तब लोगों को ई-कॉमर्स के प्रभाव को लेकर बहुत से संदेह थे।” युवा उद्यमी अपनी बात को आगे बढ़ाती हैं “एम-कॉमर्स (मोबाइल कॉमर्स) की आदत डालना इंडस्ट्री के लिए अगली चुनौती है। हम ग्राहकों के मोबाइल के और करीब होना चाहते हैं और यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि हमारा आने वाला मोबाइल एप्प किस तरह का प्रभाव डालता है।”
इशिता ने ई-कॉमर्स में सही समय पर अपने उद्योग के पैर जमाये। इशिता मानती है कि “वैश्विक स्तर पर पारम्परिक रीटेल के बजाय ई-कॉमर्स आगे बढ़ रहा है। मुझे लगता है कि अमेरिका के बजाय भारत में ई-कॉमर्स अपनी बड़ी जगह बनाएगा। भारत का सामाजिक ढांचा तेजी से उभर रहा है और ई-कॉमर्स के लिए अद्वितीय क्षमता बना रहा है। हमारा फैशन को लेकर चुनाव दिन-ब-दिन सुधार कर रहा है। हमें उम्मीद है कि हम पूरे देश में महिलाओं के लिए बेहतर फैशन की सुविधाएं उपलब्ध करवा पायें।”
रूप-रेखा
Candidly couture बहुत कम समय में बड़ी सफलता का गवाह रहा है। इशिता बताती है “हम कपनी की ऐसी प्रगति देख कर बहुत खुश हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि हमारा ग्राहकों के साथ अच्छा रिश्ता विकसित हो गया है। हम उन्हें खुश रखने के लिए बेस्ट डिजाइन देते हैं और बदले में वो हमें सराहते हैं और हमारे ब्रैंड पर भरोसा दिखाते हैं। हमारा रिटर्न बायर रेट 30 प्रतिशत है और हम इसे बढाने पर ध्यान दे रहे हैं। हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि पिछले साल दिसम्बर में हमने छ अंकों में सेल दर्ज की। हम हर दिन बड़ी और बेहतर उपलब्धि दर्ज करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
इशिता और उनके सह-संस्थापक देवी के लिए मार्केटिंग के पुराने तरीके काम के नहीं थे। अपनी मार्केटिंग को लेकर नयी सोच के बारे में इशिता बताती हैं “पिछले साल कम्पनी से जुड़े देवी ने बहुत से नए विचार कम्पनी को दिये हैं। उदहारण के लिये हमने विज्ञापन के लिए बहुत कम खर्चा किया और ऐसे में फेसबुक ही हमारे पास इकलौता मंच था। हमें इस बात की ख़ुशी है कि हमने जितना प्रयास किया उससे अधिक लाभ पाया। अब हम बैग, जूते, ज्वेलरी और अन्य श्रेणियों में उद्योग का विस्तार करना चाहते हैं। हम मार्केटिंग पर अब अधिक खर्च करने का मन बना रहे हैं और अपने ब्रैंड को बड़े स्तर पर स्थापित करना चाहते हैं।”
निवेश और अन्य बातें
इशिता फंडिंग के बारे में अपने विचार बताती है “मैंने बहुत कम निवेश से कम्पनी शुरू की और लाभ से ही इसे चलाया। देवी के आने से कम्पनी का ग्राफ और बढ़ गया। उन्होंने ने भी अपने समय और पैसे का निवेश किया। हम अगले कुछ महीनों में सक्रिय रूप से उद्यम पूँजी को बढ़ाने की सोच रहे हैं।”
इशिता के लिए Candidly couture की आधारशिला सह-संस्थापक देवी के साथ उनकी साझेदारी है। आम लोगों के साथ लोकप्रिय लोग भी उनके परिधानों की तारीफ कर रहे हैं। इशिता बताती हैं, “हाल में ‘बेबी’ फिल्म की अभिनेत्री मधुरिमा तुली ने हमारे परिधानों में अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाली। यह सरप्राइज़ ही था क्यूंकि कुछ दिन पहले ही वे मुझे परिधान के चयन को लेकर पूछ रही थी। मुझे उस समय पता पता नहीं था कि वह बॉलीवुड बाला हैं। कुछ दिन पहले ही बॉलीवुड और टीवी सितारे हमारे बेंगलुरु स्टोर में अपने लिए शोपिंग करने आये थे।”
अच्छा और बुरा
इशिता के लिए यह सब करना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा। इशिता बताती है कि जब उन्होंने फेसबुक पर पेज बनाए तो उनके पास अपना कंप्यूटर भी नहीं था, वह साइबर कैफ़े और अपने दोस्त के लैपटॉप से पेज को चलाया करती थी। मैंने अपने परिवार को मदद के लिए नहीं कहा जबकि वह बहुत मुश्किल समय था। लेकिन आसान रास्तों पर चलने वाले कहाँ बड़ी मंजिल छू पाते हैं। मैंने इस समय यह सीखा कि अगर आप ग्राहक के समय की इज्जत करें और मुश्किल समय के लिए कुछ पैसे बचा के रखें तो व्यवसाय खड़ा किया जा सकता है।
भविष्य
Candidly couture ने अब ब्रैंड को जंचने वाला ऑफिस खोल दिया है। इशिता अपनी ख़ुशी बताते हुए कहती हैं “हमने इंदिरानगर में ऑफिस खोल दिया है और अब मेरा पूरा ध्यान इसकी साज-सज्जा पर है। लेकिन ऑफिस से ज्यादा मैं मोबाइल एप्प को लेकर उत्साहित हूँ जिसे देवी अकेले संभालेंगे। देवी ग्राहकों को शानदार सेवायें दे रहे हैं। हम जल्दी ब्लॉग शुरू कर रहे हैं जिसमे उत्पाद की स्टाइल के अलावा त्वचा सम्बन्धी बातें भी रहेंगी।”
सलाह
इशिता कहती हैं, “मेरे मित्र देवी के अलावा मुझे सबसे अच्छी सलाहें किताबों से मिली। Tony Hsieh से लेकर Sophia Amoruso तक सभी के विचारों से मुझे सलाह मिलती रही है। मैं Sophia Amoruso के इस विचार से बहुत प्रभावित हूँ, “आप किसी भी स्तर पर हों, लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं इसकी चिंता ना करें, आप इससे बहुत समय बचा सकते हैं। जितनी जल्दी जिंदगी में आप यह समझ लेते हैं उतनी आपकी बाकी जिंदगी आसान हो जाती है।”
इशिता बड़े ख्वाब देखने वाले लोगों को यह सलाह देती हैं “भाग्य मेहनत का साथ देता है! आप अगर मुझे एक ऐसी जॉब करते हुए पढ़ रहे हैं जिसे आप पसंद नहीं करते हैं, तो दिन में ख्वाब देखने बंद करें और सपनो को जीना शुरू करें।”