40 साल बाद शकुंतला देवी को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने फास्टेस्ट ह्यूमन कंप्यूटेशन सर्टिफिकेट देकर किया सम्मानित

40 साल बाद शकुंतला देवी को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने फास्टेस्ट ह्यूमन कंप्यूटेशन सर्टिफिकेट देकर किया सम्मानित

Tuesday August 04, 2020,

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दिवंगत गणितज्ञ शकुंतला देवी के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स सर्टिफिकेट उनकी बेटी अनुपमा बनर्जी ने प्राप्त किया।


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शकुंतला देवी पर बनी बायोपिक की अभिनेत्री विद्या बालन (L) और शकुंतला देवी की बेटी अनुपमा बनर्जी (R)



गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने हाल ही में भारतीय गणितज्ञ शकुंतला देवी को यह उपलब्धि हासिल करने के चार दशकों बाद "सबसे तेज़ मानव संगणना" के लिए लंबे समय के रिकॉर्ड के साथ सम्मानित किया।


सबसे तेज़ मानव गणना 28 सेकंड है और शकुंतला देवी ने 18 जून, 1980 को इंपीरियल कॉलेज लंदन में दो 13-डिजिट की रेंडम संख्याओं को सफलतापूर्वक गुणा करके हासिल किया था।


सर्टिफिकेट दिवंगत गणितज्ञ की बेटी अनुपमा बनर्जी द्वारा प्राप्त किया गया था। बनर्जी ने कहा कि वह मुश्किल से 10 साल की थी जब उनकी मां ने विश्व रिकॉर्ड बनाया था।


उन्होंने पीटीआई को दिये एक साक्षात्कार में कहा,

"मैं जहां भी गई, सभी लोग उस रिकॉर्ड के बारे में बात करते थे। तो मुझे पता था कि यह दुनिया भर में एक बड़ी उपलब्धि है। मुझे याद है कि मैं Trocadero Center (लंदन के कोवेंट्री स्ट्रीट पर एक मनोरंजन परिसर) में जा रही थी। वहां एक कमरा है जिसमें मां की तस्वीर थी। यह मेरे लिये गर्व महसूस करने वाला पल था।"

यह सम्मान शकुंतला देवी फिल्म की रिलीज़ के एक दिन पहले मिला है, जो बनर्जी की मां पर एक बायोपिक है, जो अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हुई है।


अनु मेनन द्वारा निर्देशित, फिल्म में विद्या बालन शीर्षक भूमिका में हैं।


बालन ने कहा कि वह "रोमांचित" है कि बनर्जी के पास अब हमेशा के लिए संजोने का प्रमाणपत्र होगा।


विद्या बालन ने इस लेकर एक ट्वीट भी किया है।