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कैमरे में कैद कीजिए समाजसेवा

कैमरे में कैद कीजिए समाजसेवा

Wednesday August 02, 2017 , 6 min Read

कहते हैं न कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। तो ऐसी तस्वीर हमें भेजिए जो अपने आप में एक कहानी कह रही हो। अगर आपकी फोटो में कुछ खास दिखेगा तो हम उसे प्रकाशित करेंगे और आपको अवॉर्ड भी मिल सकता है।

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कहते हैं न कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। तो ऐसी तस्वीर हमें भेजिए जो अपने आप में एक कहानी कह रही हो। अगर आपकी फोटो में कुछ खास दिखेगा तो हम उसे प्रकाशित करेंगे और आपको अवॉर्ड भी मिल सकता है।

अगर आप वाकई बाकी लोगों से अलग हटकर समाज के लिए कोई अच्छा काम कर रहे हैं या किसी को ऐसा करते हुए देखते हैं तो 'सोशल स्टोरी' आपको समाज में बदलाव को कैमरा लेंस के जरिए पूरी दुनिया को दिखाने का मौका दे रहा है। अपना डीएसएलआर कैमरा निकालिए, अगर वो नहीं है तो आपका मोबाइल भी अच्छी तस्वीरें लेता ही होगा। हां तो अपने इस हथियार से अपने-आस पास हो रही ऐसी चीजों को कैप्चर कीजिए और हमें भेज दीजिए।

आज तेजी से दौड़ते-भागते दौर में समाज सेवा की बात करना या उसके बारे में किसी से सुनना कम ही होता है। पहले की तुलना में अब सोशल वर्क यानी लोगों के सामाजिक उत्तरदायित्व में कमी आई है। अपने खाली वक्त में घर में कामवाली बाई के बच्चे को पढ़ाने और किसी वृद्ध को सड़क पार करना से लेकर किसी गरीब की सहायता करने तक कई ऐसे काम हैं जिन्हें हम आसानी से कर सकते हैं। हमें सिर्फ थोड़ा सा ध्यान देने की जरूरत है। जरूरतमंदों की कमी नहीं है। अगर आप वाकई ऐसा करते हैं या किसी को ऐसा करते हुए देखते हैं तो 'सोशल स्टोरी' आपको समाज में बदलाव को कैमरा लेंस के जरिए पूरी दुनिया को दिखाने का मौका दे रहा है। 

निकालिए अपना डीएसएलआर कैमरा, अगर वो नहीं है तो आपका मोबाइल भी अच्छी तस्वीरें लेता ही होगा। हां तो अपने इस हथियार से अपने-आस पास हो रही ऐसी चीजों को कैप्चर कीजिए और हमें भेज दीजिए। कहते हैं न कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। तो ऐसी तस्वीर हमें भेजिए जो अपने आप में एक कहानी कह रही हो। अगर आपकी फोटो में कुछ खास दिखेगा तो हम उसे प्रकाशित करेंगे और आपको अवॉर्ड भी मिल सकता है।

आप इनमें से किसी भी कैटिगरी के तहत अपनी तस्वीरें हमें भेज सकते हैं:

शहर में होने वाली चीजें

ग्रामीण अविष्कार

पर्यावरण

शिक्षा

हेल्थकेयर

मानवाधिकार

पशु अधिकार

कल्चर या आर्ट्स

पुरस्कार राशि

प्रथम पुरस्कार- Rs 50,000 (निर्णायक मंडल द्वारा चयन)

द्वितीय पुरस्कार- Rs 30,000 (निर्णायक मंडल द्वारा चयन)

तृतीय पुरस्कार- Rs 10,000 (निर्णायक मंडल द्वारा चयन)

रीडर्स चॉइस अवॉर्ड- Rs 10,000 (सोशल मीडिया पर पॉप्युलर होने के आधार पर)

इनके अलावा 10 प्रतिभाशाली लकी विजेताओं को स्पेशल गिफ्ट बाउचर्स दिए जाएंगे। साथ ही जिन प्रतिभागियों की तस्वीरें चयनित की जाएंगी उन्हें योरस्टोरी के बेंगलुरु स्थित दफ्तर में सितंबर में होने वाली प्रदर्शनी में भी देखने के लिए लगाया जाएगा।

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फोटोग्राफर्स की फोटो इन निर्णायकों द्वारा चुनी जाएंगी

अरुणा रॉय

मजदूर किसान शक्ति संगठन की संस्थापक और पूर्व आईएएस अधिकारी अरुणा रॉय सामाजिक अधिकार की लड़ाई में चर्चित चेहरा हैं। उन्होंने सूचना का अधिकार से लेकर मनरेगा जैसी योजनाओं को लागू करवाने में अभूतपूर्व योगदान दिया है। उन्हें 2000 में रैमन मैग्ससे अवॉर्ड भी मिल चुका है। उन्होने 1968 से लेकर 1974 तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में कार्य किया। वे राजस्थान के निर्धन लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिये किये गये प्रयास के लिये विशेष रूप से जानी जातीं हैं। भारत में सूचना का अधिकार लागू करने के लिये उनके प्रयत्न एवं योगदान उल्लेखनीय है।

दीप्ति अस्थाना

डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफर दीप्ति अस्थाना यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं के लिए काम करती हैं। उन्होंने भारत के ग्रामीण इलाकों में 'विमेन इन इंडिया' नाम से एक सीरीज भी शुरू की थी। दीप्ति यौन उत्पीड़न के शिकार हुए बच्चों की दुर्दशा पर रोशनी डालने के लिए एक अभियान शुरू किया था जिसमें पीड़ितों को अपनी बदहाली के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। वह ट्रिपोटो वॉन्डरर फोटो अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं। दीप्ति अभी फिलहाल कैनन इंडिया के साथ मार्गदर्शक के रूप में काम कर रही हैं।

वरुण आदित्य

वरुण को 2016 में नेशनल जिऑग्रफिक की तरफ से 'नेचर फटॉग्रफर ऑफ द इयर' का अवॉर्ड मिल चुका है। 'ऐनिमल पोर्ट्रेट' कैटिगरी में भारतीय वरुण आदित्य ने पहला पुरस्कार जीता था। आदित्य ने महाराष्ट्र के अंबोली में एक सांप की तस्वीर को कैमरे में कैद किया था जिसे पुरस्कार दिया गया था। आदित्य को नेचर फोटोग्राफी के लिए जाना जाता है।

नियम और दिशानिर्देश:

1- फोटो भेजने की आखिरी तारीख 31 अगस्त है इस दिन तक सभी प्रविष्टियां स्वीकार कर ली जाएंगी। आप अधिकतम 5 तस्वीरें भेज सकते हैं।

2- अपनी फोटो को ईमेल के माध्यम से [email protected] पर भेजें और अपना संपर्क नंबर भी उसमें जरूर डालें। आप अपने फेसबुक और ट्विटर हैंडल भी भेजें।

3- फोटो के साथ अपनी श्रेणी का उल्लेख जरूर करें। फोटो के बारे में 50 शब्द जरूर लिखें। हमें ये भी बताएं कि आपकी फोटो इस कैटेगरी के लिए कैसे उपयुक्त है।

4- चुनी गई फोटो को सोशलस्टोरी फेसबुक पेज पर अपलोड किया जाएगा। उसमें फोटोग्राफर को क्रेडिट भी दिया जाएगा।

5- फोटो को अटैचमेंट के रूप में भेजें या उन्हें गूगल ड्राइव में शेयर करें। तस्वीरें कम से कम 1000 पिक्सल के डायमेंशन में होनी चाहिए।

6- सभी सबमिट किए गए फ़ोटोग्राफ़्स में ऑरिजिनल EXIF मेटाडेटा जानकारी जरूर होनी चाहिए।

7- फोटो एडिटिंग की जा सकती है, बशर्ते ऐसा कोई भी ऐसी एडिटिंग नहीं होनी चाहिए जिससे फोटो का मूल स्वरूप प्रभावित हो।

8- फोटो में कोई हेर फेर करना पूरी तरीके से निषिद्ध है।

9- सबमिट की गईं सभी फोटो मूल रूप में होनी चाहिए और इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि वह फोटो और किसी जगह पर प्रकाशित नहीं की गई हो।

10- फोटो से किसी की प्रिवेसी न प्रभावित हो इसका भी ध्यान रखना है। कॉपीराइट का उल्लंघन भी नहीं होना चाहिए।

11- इस प्रतियोगिता के लिए जमा की गई तस्वीरों के राइट्स आपके पास ही रहेंगे। हालांकि प्रतिभागी अपनी फोटो को प्रतियोगिता के बाद किसी भी साइट पर पब्लिश कर सकते हैं।

12- आपकी तस्वीरों को व्यावसायिक उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया जाएगा।

13- विजेताओं की घोषणा सितंबर के तीसरे हफ्ते में की जाएगी

किसी भी अन्य जानकारी के लिए आप हमें [email protected] पर ईमेल भी कर सकते हैं। हम आपकी जिज्ञासा शांत करने के लिए सदैव तत्पर हैं!

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