हथकरघा उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री से बढ़ा कारोबार
देश में हथकरघा उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री शुरू होने के बाद पिछले एक साल में इनके कारोबार में काफी वृद्धि हुई है। इस दौरान हथकरघा उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री महज चार लाख रुपये से बढ़कर एक करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
हथकरघा कारोबार के विकास आयुक्त आलोक कुमार ने यहां खुदरा विक्रेताओं के एक सम्मेलन के अवसर पर यह जानकारी देते हुये कहा कि साड़ी, चादरें, शॉल और कपड़े जैसे अन्य उत्पाद अब ऑनलाइन पोर्टल के ज़रिए भी खरीदे जा सकते हैं।
इनकी बिक्री के लिये अमेज़न, फ्लिपकार्ट, वीव्स स्मार्टआनलाइन सर्विसेज, ईबे इंडिया प्राइवेट लि., गाथा हैंडिक्राफ्ट्स प्राइवेट लि. सहित करीब 14 ऑनलाइन पोर्टल के साथ गठजोड़ किया गया है। कुमार ने बताया कि आने वाले समय और आनलाइन कंपनियों के साथ इस सदंर्भ में गठजोड़ किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इन कदमों से आनलाइन बिक्री पिछले एक साल में चार लाख रुपये से बढ़कर एक करोड़ रुपये पर पहुंच गयी।’’ कुमार ने कहा कि हथकरघा उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिये पहले प्रदर्शनी का सहारा लिया जाता रहा है। प्रदर्शनी तो साल में केवल दो बार ही होती है, ‘‘अब आप ऑनलाइन भी हथकरघा उत्पादों की ख़रीददारी कर सकते हैं और हर दिन इनकी अपनी पसंद के मुताबिक खरीदारी कर सकते हैं।’’
यह पूछे जाने पर कि दूरदराज़ ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री किस प्रकार की जा सकती है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि देश में मोबाइल ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मोबाइल के ज़रिए ऑनलाइन कारोबार में भी वृद्धि हो रही है। ऐसे में चाहे बनारस हो या फिर बिजनौर सब जगह से हथकरघा की ख़रीददारी आसानी से की जा सकती है।- पीटीआई