ग़रीब बच्चों की क्रिकेट खेलने में मदद करना चाहते हैं सचिन तेंदुलकर
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज कहा कि वह भारत और विश्व भर के ग़रीब बच्चों की मदद करना चाहते हैं, ताकि वे क्रिकेट खेल सकें। तेंदुलकर स्वयं मध्यमवर्गीय परिवार से संबंध रखते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि जब आपकी जेब में पैसा नहीं होता है और आप किसी खास बल्ले को चाहते तो तब कैसा महसूस होता है। इसलिए यह उन ग़रीब बच्चों की समस्या का हल करना है जो क्रिकेट खेलना चाहते हैं।’’
पूर्व भारतीय कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन ने खेलों का सामान बनाने वाली कंपनी स्पार्टन इंटरनेशनल में अपने निवेश की घोषणा करते हुए कहा कि वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उपकरणों की कमी के कारण कोई भी उदीयमान युवा क्रिकेटर अपना करियर समाप्त नहीं करे। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘कई उदीयमान ग़रीब क्रिकेटर हैं, जो अपने राज्यों से खेल रहे हैं, लेकिन उनके पास उपयुक्त उपकरण नहीं हैं। मैं उन्हें क्रिकेट का सामना उपलब्ध कराकर उनकी मदद करना चाहता हूँ। इससे उन्हें अपना बल्ला टूटने पर यह चिंता नहीं रहेगी कि उन्हें दूसरा बल्ला कहाँ से मिलेगा।’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं उपकरणों की सप्लाई करना चाहता हूं ताकि वे अपने जुनून के साथ खेल सकें। उन्हें केवल रन बनाने या विकेट लेने और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के बारे में सोचने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए। ’’
तेंदुलकर ने कहा कि कई मौके पर क्षेत्ररक्षण और बल्लेबाजी के दौरान अँगुली में चोट लगी और उन्होंने एक नये विचार का संकेत दिया, जो क्रिकेट ग्लव्स को बेहतर करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है, लेकिन जो मैं टीम स्पार्टन के साथ साझा करना चाहूँगा वह मेरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का 25 साल का अनुभव है और हम क्रिकेट क्षेत्रों में बेहतर हो सकते हैं। मुझे लगता है कि यह सामग्री आपके शरीर का विस्तार होगी। क्रिकेट का बल्ला आपकी बाहों का विस्तार है। ग्लव्स महत्वपूर्ण चीज है.. हमारे पास शानदार योजना है, जो जल्द ही सामने आएगी, यह बेजोड़ होगी.. ऐसी चीज आपकी अंगुलियों को बचाएगी।’’ इस महान बल्लेबाज ने साथ ही अधिक ‘मजबूत हेलमेट’ के महत्व पर ज़ोर दिया जिससे कि भविष्य में चोटों से बचा जा सके।
स्पार्टन इंटरनेशनल की शुरूआत 1953 में जब फुटबाल निर्माता के रूप में जालंधर में इसकी स्थापना हुई। आज कंपनी क्रिकेट, फुटबाल के सभी प्रारूपों, नेटबाल, बास्केटबाल के अलावा फिटनेस जुड़े कई उत्पाद बनाती है, जिसमें जूते और पोशाक भी शामिल है। (पीटीआई)