केरल में बाढ़ की त्रासदी खत्म होने के बाद भी काम में लगा है खालसा ऐड फाउंडेशन
अगस्त के महीने में केरल में आई बाढ़ से राज्य में भीषण तबाही का मंजर पसर गया था। इस त्रासदी में जहां 370 से अधिक लोगों की मौत हो गई तो वहीं लाखों लोगों को राहत शिविरों में पनाह लेनी पड़ी।
बीते साल 2018 के अगस्त के महीने में केरल में आई बाढ़ से राज्य में भीषण तबाही का मंजर पसर गया था। इस त्रासदी में जहां 370 से अधिक लोगों की मौत हो गई तो वहीं लाखों लोगों को राहत शिविरों में पनाह लेनी पड़ी। यह बाढ़ बीते सौ सालों में सबसे विनाशकारी बाढ़ साबित हुई। इससे केरल की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई। पूरे देश के लोगों ने अपनी तरफ से हरसंभव मदद की और मुख्यमंत्री राहत कोष में दिल खोलकर दान किया। वैसे तो अब लोगों का ध्यान केरल की बाढ़ से हट चुका है, अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो केरल में रहकर वहां के हालात को बेहतर करने में लगे हुए हैं। खालसा ऐड ग्रुप एक ऐसा ही संगठन है।
खालसा ऐड नाम का यह संगठन केरल में बाढ़ के वक्त से ही स्थानीय लोगों की मदद कर रहा था। अब यह संगठन स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर लोगों की जिंदगी पटरी पर लाने में जुटा है। खालसा ऐड की तरफ से ट्वीट कर यह जानकारी दी गई कि वे अभी भी वहां पर जुटे हुए हैं। एक ट्वीट में कहा गया, 'बीते साल आई बाढ़ से हुई तबाही के बाद हम अभी भी जुटे हुए हैं। हम ऐसे मुश्किल हालात में छोड़कर नहीं जाने वाले हैं।'
संगठन के सदस्यों ने मीडिया से बात करते हुए बताया, 'हम अभी लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं। बाढ़ के बाद लोगों के घर उजड़ गए और उनके पास रहने को छत न रही। हम अब घर बनाने में योगदान दे रहे हैं। इसके साथ ही जितनी मदद हो सकती है वह हम करने में जुटे हुए हैं। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द आम लोगों का जीवन पटरी पर वापस लौटे और लोग फिर से अपनी सामान्य जिंदगी शुरू कर सकें।'
खालसा ऐड के सदस्य अमरजीत ने कहा कि काफी सारी चीजें तो दुरुस्त हो गई हैं, लेकिन शिक्षण व्यवस्था एक ऐसी चीज है जिसे पटरी पर लाना बेहद जरूरी है। इसलिए हमने अभी दो सरकारी स्कूलों को गोद लिया है। ये स्कूल बाढ़ में पूरी तरह से खराब हो गए थे। अब हम इन्हें बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि बच्चों की पढ़ाई न बाधित हो और वे जल्द से जल्द वापस स्कूलों की ओर लौट सकें।
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