Amazon ने अपने चैरिटी डोनेशन प्रोग्राम AmazonSmile को भी किया बंद, पिछले साल तीन सर्विसेज की थी बंद
January 19, 2023, Updated on : Fri Jan 20 2023 05:46:58 GMT+0000

- +0
- +0
पिछले साल अपनी 3 तीन सेवाओं को एक सप्ताह में ही बंद करने वाली ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज अमेरिकी कंपनी अमेजन ने इस साल की शुरुआत में ही अपनी एक सेवा को बंद करने की घोषणा कर दी है.
अमेजन ने गुरुवार को घोषणा की कि वह अपने चैरिटी डोनेशन प्रोग्राम, AmazonSmile को बंद कर देगा, क्योंकि यह उस प्रभाव को पैदा करने में विफल रहा जिसकी कंपनी को उम्मीद थी. कंपनी की योजना 20 फरवरी तक AmazonSmile को बंद करने की है.
अमेजन ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए ग्राहकों को नोटिस में कहा कि 2013 में, हमने ग्राहकों के लिए AmazonSmile लॉन्च किया था ताकि वे अपने पंसदीदा चैरिटी को सपोर्ट कर सकें. हालांकि, लगभग एक दशक के बाद प्रोग्राम उस प्रभाव को पैदा नहीं कर पाया, जिसकी हमें मूल रूप से उम्मीद थी. दुनियाभर में 1 लाख से अधिक संगठनों के मामले में प्रभाव डालने की हमारी क्षमता अक्सर बहुत कम होती है.
हालांकि, कंपनी ने कहा कि वह विकास करना जारी रखेगी और अन्य क्षेत्रों में निवेश करेगी जहां उन्होंने देखा है कि यह एक सार्थक बदलाव ला सकता है. इसमें किफायती आवास बनाने से लेकर वंचित समुदायों में छात्रों के लिए कंप्यूटर विज्ञान शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने तक, और भी बहुत कुछ शामिल है.
टेक दिग्गज ने आगे उल्लेख किया कि एक बार AmazonSmile के बंद हो जाने के बाद, चैरिटी अभी भी अपनी इच्छा सूची बनाकर अमेज़न ग्राहकों से समर्थन प्राप्त कर सकेगी.
बता दें कि, इससे पहले पिछले साल अमेजन ने अपने एजुकेशन सर्विस अमेजन अकेडमी, फूड डिलीवरी और डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस को बंद करने का फैसला कर लिया था.
इस बीच, अमेजन ने छंटनी के अपने नए दौर से प्रभावित अपने कर्मचारियों को सूचित करना शुरू कर दिया है. इसकी योजना के तहत लगभग 18,000 कर्मचारियों की छंटनी होने जा रही है.
हालाकि, यह साफ नहीं है कि इस विशेष दौर में कितने कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन कंपनी ने पहले ही वाशिंगटन में 2,300 कर्मचारियों को निकाल दिया था, जिनमें से अधिकांश सिएटल में काम करते थे, जहां कंपनी का एक मुख्यालय स्थित है.
आपको बता दें कि 31 दिसंबर 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक,
में फुल-टाइम और पार्ट-टाइम मिलाकर करीब 16 लाख कर्मचारी काम करते हैं.Edited by Vishal Jaiswal
- +0
- +0