खत्म नहीं हो रहा BYJU’s का संकट, एक बार फिर 2500 कर्मचारियों को निकालने की तैयारी
कंपनी की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने बताया कि कंपनी नयी भागीदारियों के जरिये विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी. इसके अलावा यह भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी.
देश की दिग्गज एजुकेशन-टेक्नोलॉजी (एडटेक) कंपनी बायजू
की मार्च, 2023 तक अपनी मार्केटिंग और ऑपरेशनल कॉस्ट को सुनियोजित करके लाभ की स्थिति में पहुंचने की योजना है. इसके लिए कंपनी अगले छह महीनों में पांच प्रतिशत यानी लगभग 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करेगी. बायजू इससे पहले जून में भी 2500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है.कंपनी की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने बताया कि कंपनी नयी भागीदारियों के जरिये विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी. इसके अलावा यह भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी.
गोकुलनाथ ने कहा, ‘‘हमने पूरे भारत में महत्वपूर्ण ब्रांड जागरूकता पैदा की है. अब हमारी मार्च, 2023 तक लाभप्रदता को हासिल करने की योजना है. इसके लिए हमने एक मार्ग बनाया है. योजना के तहत मार्केटिंग बजट को महत्तम किया जाएगा और खर्चों की प्राथमिकता तय की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘यह नयी योजना हमें दक्षता बढ़ाने, बेकार चीजों से बचने में मदद करेगी. हमारा हाइब्रिड शिक्षण मॉडल- ‘ट्यूशन केंद्र’ और हमारा ‘ऑनलाइन शिक्षण मॉडल’ जो बायजू की कक्षाएं या हमारा ‘लर्निंग ऐप’ है. विशेष रूप से हमने हमारे पहले दो उत्पादों के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना बनाई है.’’
हायरिंग के अलावा इंसाइड सेल्स पर फोकस करने के लिए बायजू वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर अपने सेल्स मॉडल को नए तरीके से शुरू करने जा रहा है. इससे कस्टमर एक्सपीरियंस बढ़ने और ऑपरेशनल कॉस्ट घटने की उम्मीद है. अपने नए सेल्स मॉडल को संसाधनयुक्त बनाने के लिए बायजू देशभर में कई सेल्स हब्स खोलने पर विचार कर रहा है. इन हब्स से BYJU’s के कई सेल्स एसोसिएट कॉल, ईमेल और जूम मीटिंग के माध्यम से लोगों से संपर्क करेंगे.
FY21 में BYJU's को 4588 करोड़ का घाटा
बता दें कि, पिछले कई महीनों से विवादों में घिरी बायजू BYJU'S ने आखिरकार कई महीने की देरी बाद अपना ऑडिटेड फाइनेंशियल अकाउंट जारी किया और यह कंपनी को हुए भारी नुकसान को दिखाता है. कंपनी का 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष का घाटा 19 गुना बढ़कर 4,588 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 में 231.69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
हालांकि, इसके बावजूद बायजू के को-फाउंडर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बायजू रविंद्रन ने बताया कि हालांकि, पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में हमारा राजस्व चार गुना होकर 10,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
कंपनी ने अपना IPO भी 2023 के अंत तक के लिए टाल दिया है जबकि अपने 200 सेंटर्स को इस साल के अंत तक बढ़ाकर 500 करने का लक्ष्य है. बायजू की आने वाले वर्ष में कुल 10,000 और शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना है. वर्तमान में कंपनी में लगभग 50,000 कर्मचारी कार्यरत हैं.
BYJU's का विवादों से नाता
देश की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप BYJU'S की कुल वैल्यूएशन 23 अरब डॉलर (18.33 खरब रुपये) है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में बायजू की फंडिंग गायब होने का दावा किए जाने के बाद जुलाई में कांग्रेस सांसद कार्ति पी. चिदंबरम ने देश के फ्रॉड रेगुलेटर को पत्र लिखकर BYJU'S के फाइनेंसेस की जांच करने की मांग की थी. इसके बाद कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) ने कंपनी से जवाब मांगा था कि उसने फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के लिए अपनी ऑडिट रिपोर्ट अभी तक क्यों फाइल नहीं की है.
एडटेक कंपनियों के सामने फंडिंग का संकट, फायरिंग जारी
प्राइवेट इंवेस्टमेंट ट्रैकर Tracxn के आंकड़ों के पता चलता है कि जनवरी से सितंबर के 9 महीने के दौरान फंडिंग 45 फीसदी तक घटकर 2.2 अरब डॉलर रह गई है. विश्लेषण में माना गया है कि फंडिंग में आने वाली यह कटौती इंवेस्टर्स का विश्वास डिगने के कारण हुई है क्योंकि यूनिकॉर्न्स लाभ हासिल करने में संघर्ष कर रही हैं.
साल 2022 की शुरुआत से अब तक एडटेक कंपनियां 11 हजार कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं. बायजू ने इससे पहले जून में भी करीब 2,500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. आर्थिक संकट का हवाला देते हुए फरवरी में
ने 1200 कर्मचारियों को निकाल दिया था. सॉफ्टबैंक समर्थित ने सेल्स और मार्केटिंग और कुछ कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारियों को मिलाकर 750 लोगों को निकाला था. ने भी तीन चरणों में 700 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया था.
और ने क्रमश: 300 और 100 कर्मचारियों को निकाला है. उदय की को-फाउंडर सौम्या यादव ने तो यहां तक कहा दिया था कि वह अपना कारोबार बंद कर देंगी और 8.5 मिलियन डॉलर की फंडिंग निवेशकों को वापस लौटा देंगी. ने भी जून 2022 में 80 लोगों को कंपनी से निकाला था. जबकि 2021 में इस 1300 लोगों को हायर किया था. एडटेक प्लेटफॉर्म (पहले LEAD School) ने करीब 90 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.IITs ने इस ग्लोबल यूनिवर्सिटी रैंकिंग का बहिष्कार किया, लेकिन IISc ने किया टॉप