कोरोना का कहर: देश में एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले, सेंसेक्स, 1,300 अंक गिरा, निफ्टी 14,300 से नीचे, दिल्ली में आज रात से मिनी लॉकडाउन
महामारी के बढ़ते प्रकोप से सेंसेक्स 1,300 अंक गिरा, निफ्टी 14,300 से नीचे। दिल्ली में एक सप्ताह के लिए मिनी लॉकडाउन आज रात से। सीएम अरविंद केजरीवाल ने उप-राज्यपाल अनिल बैजल के साथ मीटिंग में लिया यह फैसला।
"देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार पहुंच गए थे। इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए। लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन का वक्त लगा। वहीं दूसरी तरफ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और उनके कारण स्वास्थ्य प्रणाली पर पड़ रहे भार के मद्देनजर सोमवार रात को दस बजे से लेकर अगले सोमवार को तड़के पांच बजे तक छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है।"
भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामले 1.50 करोड़ के पार पहुंच गए। करीब 25 लाख नए मामले बीते महज 15 दिन के भीतर सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार की सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी 19 लाख से अधिक हो गई है। सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड-19 के कुल 1,50,61,919 मामले हैं तथा एक दिन के भीतर 1,619 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,78,769 पर पहुंच गई।
देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार पहुंच गए थे। इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए। लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन का वक्त लगा। संक्रमण के मामलों में लगातार 40वें दिन वृद्धि हुई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 19,29,329 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 12.81 प्रतिशत है जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर गिरकर 86 प्रतिशत रह गई है।
आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,29,53,821 हो गई है और मृत्यु दर गिरकर 1.19 प्रतिशत हो गई है।भारत में कोविड-19 के मामले पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख की संख्या पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक हो गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, 18 अप्रैल तक 26,78,94,549 नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 13,56,133 नमूनों की जांच रविवार को की गई। जिन 1,619 संक्रमितों की मौत हुई उनमें 503 मरीज महाराष्ट्र से, 170 मरीज छत्तीसगढ़ से, 161 मरीज दिल्ली से, 127 मरीज उत्तर प्रदेश से, 110 मरीज गुजरात से, 81 मरीज कर्नाटक से, 68 मरीज पंजाब से, 66 मरीज मध्य प्रदेश से, 50 मरीज झारखंड से, 42-42 मरीज राजस्थान और तमिलनाडु से, 29 मरीज हरियाणा से, 28 मरीज पश्चिम बंगाल से और 25 मरीज केरल से थे।
मंत्रालय की ओर से बताया गया कि देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले कुल 1,78,769 लोगों में से 60,473 लोग महाराष्ट्र से थे, 13,351 कर्नाटक से, 13,113 तमिलनाडु से, 12,121 दिल्ली से, 10,568 पश्चिम बंगाल से, 9,830 उत्तर प्रदेश से, 7,902 पंजाब से और 7,410 लोग आंध्र प्रदेश से थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मरने वाले 70 फीसदी से अधिक लोग अन्य रोगों से पीड़ित थे।
दिल्ली में छह दिन का लॉकडाउन
वहीं दूसरी तरफ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और उनके कारण स्वास्थ्य प्रणाली पर पड़ रहे भार के मद्देनजर सोमवार रात को दस बजे से लेकर अगले सोमवार को तड़के पांच बजे तक छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है। ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बीते कुछ दिन से कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या 25,500 के लगभग बनी हुई है तथा स्वास्थ्य प्रणाली पर भार बहुत बढ़ गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, यहां दवाओं, बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन की गंभीर कमी है ऐसे में स्वास्थ्य प्रणाली को ध्वस्त होने से बचाने के लिए लॉकडाउन की बहुत आवश्यकता है। केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन लगाने का फैसला लेना आसान नहीं थ। उन्होंने प्रवासियों से अपील की कि वे दिल्ली छोड़कर न जाएं और कहा कि उनका खयाल रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं चलती रहेंगी, विवाह समारोहों में केवल 50 लोगों के शामिल होने की इजाजत होगी तथा इसके लिए विशेष पास जारी किए जाएंगे।
महामारी के बढ़ते प्रकोप से सेंसेक्स 1,300 अंक गिरा, निफ्टी 14,300 से नीचे
वहीं अगर सेंसेक्स की बात करें, तो कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते निवेशकों की धारणा कमजोर होने से सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान शेयर बाजारों में चौतरफा बिकवाली देखी गई और प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में 1,300 अंकों से अधिक की गिरावट आई। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक 1,318.21 अंक या 2.70 फीसदी की गिरावट के साथ 47,513.82 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह एनएसई निफ्टी 394.90 अंक या 2.70 प्रतिशत टूटकर 14,222.95 पर आ गया। सेंसेक्स के सभी शेयर लाल रंग में थे और बजाज ऑटो में सबसे अधिक पांच प्रतिशत की गिरावट हुई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक भी गिरने वाले शेयरों में शामिल थे।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 28.35 अंक या 0.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 48,832.03 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 36.40 अंक या 0.25 प्रतिशत बढ़कर 14,617.85 पर रहा। शेयर बाजार के अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को सकल आधार पर 437.51 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में एक दिन में कोरोना वायरस के 2,73,810 नए मामने सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले 1,50,61,919 पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा 1,619 संक्रमितों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,78,769 हो गई। इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 66.44 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
(इनपुट्स साभार: PTI)