इंडिया स्टार्टअप रिपोर्ट: योरस्टोरी की नजर से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम की समीक्षा
भारतीय स्टार्टअप्स के बारे में कई तरह के आंकड़े हैं, लेकिन योरस्टोरी शोधकर्ताओं के मुताबिक भारत में लगभग 40,000 स्टार्टअप हैं। इसी तरह के कई आंकड़ों पर नज़र डालती इंडिया स्टार्टअप की रिपोर्ट...
बीते दस वर्षों से हमने न केवल लगभग 80,000 स्टोरीज कीं, बल्कि भारत के नए युग की कंपनियों का एक बड़ा डेटाबेस भी तैयार किया है। इसके अलावा हमारे पास पूरे स्टार्टअप परितंत्र की एक आंतरिक रूपरेखा भी थी, जो किसी और के पास नहीं थी। ऐसा इसलिए भी क्योंकि हम बाहर ही नहीं बल्कि अंदरूनी तौर पर भी पूरी नजर रखते हैं।
योरस्टोरी मीडिया तब से भारतीय स्टार्टअप परितंत्र का इतिवृत्त लिख रहा है जब यह परितंत्र तैयार भी नहीं हुआ था। यहां तक कि तब से जब 'स्टार्टअप' शब्द उतना प्रचलन में भी नहीं था। यानी लोग 'स्टार्टअप' शब्द से उतने परिचित नहीं थे। लेकिन हमने बड़ा जोखिम लेते हुए एक नई शुरुआत की, उद्यमियों की कहानी आप सब तक लाने की। यह काम हमने व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरीके से किया। हम उद्यमियों की कहानियों को इसलिए भी सामने लाना चाहते थे क्योंकि हम जानना चाहते थे कि उनका भरोसा किस तरह से हमारे देश में परिवर्तन ला सकता है।
बीते दस वर्षों से हमने न केवल लगभग 80,000 स्टोरीज कीं, बल्कि भारत के नए युग की कंपनियों का एक बड़ा डेटाबेस भी तैयार किया है। इसके अलावा हमारे पास पूरे स्टार्टअप परितंत्र की एक आंतरिक रूपरेखा भी थी, जो किसी और के पास नहीं थी। ऐसा इसलिए भी क्योंकि हम बाहर ही नहीं बल्कि अंदरूनी तौर पर भी पूरी नजर रखते हैं।
आप में से कई लोगों ने हमसे कहा कि हम इस डेटा को और भी ज्यादा एक सूत्र में पिरोकर सामने लाएं जिससे कि काफी कुछ सीखा जा सके। और हमने आपकी बात सुनी। इस बार योरस्टोरी का कारवां दसवें साल में प्रवेश कर गया है इसलिए हमने फैसला किया है कि हम अब से हर तिमाही स्टार्टअप पर एक स्टेटस रिपोर्ट प्रकाशित किया करेंगे। हमने इसकी शुरुआत भी कर दी है। इस बार हम आपके सामने 'इंडिया स्टार्टअप रिपोर्ट' का पहला संस्करण प्रस्तुत कर रहे हैं। हमने योजना बनाई है कि हर तिमाही इसे और भी ज्यादा ताजगी और प्रासंगिक विषयवस्तु के साथ अपडेट किया जाएगा।
हालांकि भारतीय स्टार्टअप्स के बारे में कई तरह के आंकड़े हैं, लेकिन हमारे अंदरूनी शोधकर्ताओं के मुताबिक भारत में लगभग 40,000 स्टार्टअप हैं। और ये केवल प्रॉडक्ट स्टार्टअप नहीं हैं बल्कि ऐसे उद्यम हैं जो तकनीक का पूरा फायदा उठाकर नए फलक पर पहुंचने की शिद्दत भी रखते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आप इस रिपोर्ट को गंभीरता से पढ़ेंगे और हमें अपनी कीमती सलाह भी देंगे, ताकि आने वाले दिनों हम आपको सबसे अच्छी रिपोर्ट, अंतदृष्टि और जानकारी प्रदान कर सकें। आप हमें भी एक स्टार्टअप की तरह देखें जो स्टार्टअप रिसर्च और रिपोर्ट्स की स्थिति को बदलने की कोशिश में लगा हुआ है। हम आपसे वादा करते हैं कि वक्त के साथ हम इसे और बेहतर करते जाएंगे। हमारा सहयोग करने के लिए तहे दिल से आभार।
साथ ही मैं अपनी टीम के उन सदस्यों का भी शुक्रिया अदा करना चाहूंगी जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से इस रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया। मैं टीएन हरि को इस रिपोर्ट के लिए भारत में उद्यमिता के ढांचे को संक्षिप्त रूप से एकत्र करने के लिए धन्यवाद देना चाहूंगी। साथ ही पूरी टीम का जिसने साथ मिलकर इसे अमलीजामा पहनाया। खासतौर पर सुमा रामचंदंरन का जिन्होंने रिपोर्ट को शुरू से लेकर आखिर तक अपनी दृष्टि प्रदान की, डिजाइन के लिए आदित्य रानाडे और लेआउट के लिए अनीषा ने बेहतरीन काम किया। यह रिपोर्ट हमारी डेटा टीम के बगैर नहीं आ पाती। डेटा टीम में विगेश बी, नागराजू एन और मृदुला डीवी ने सहयोग किया। कई सारे सेक्टर्स पर नजर रखकर रिपोर्ट में मदद करने लाले डॉ. मदनमोहन राव का शुक्रिया। साथ ही मानसी केलकर, रेखा बालकृष्णन और नीलिमा जीएस ने तथ्यों को जांचा और अतिरिक्त शोध में मदद की।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह रिपोर्ट उपयोगी लगेगी। आप मुझे [email protected] या हमारे सोशल मीडिया पेज पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करें। हमने रिपोर्ट में तथ्यों और आंकड़ों को की सटीकता सुनिश्चित करने का पूरा प्रयास किया है, लेकिन अगर आपको लगता है कि कहीं कुछ सही नहीं है तो कृपया हमें बताएं और हम आपकी सलाह पर गौर भी करेंगे। मुझे उम्मीद है कि आप इस रिपोर्ट को जरूर पढ़ेंगे। आखिर में मैं बस इतना कहना चाहूंगी कि पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त। भारत में स्टार्टअप परितंत्र तो अभी अपने शुरुआती दौर में है, आने वाले समय में आपके सामने बदलाव की ढेरों कहानियां होंगी।
आपके उत्तर की प्रतीक्षा में...
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