क्या है ड्रॉपशिपिंग? बिना किसी निवेश के बेहद कम समय में कमायें लाखों रुपये
ड्रॉपशिपिंग पश्चिमी देशों में व्यापार से जुड़ा यह बेहद चर्चित शब्द है, जबकि भारत में भी अब यह तरीका अपनी जगह बना रहा है।
कहते हैं हर तरफ पैसे कमाने के तरीके उपलब्ध हैं, बस आपको उन्हे समझने और उनके अनुसार काम करने की ओर बढ़ना होगा। अगर आप ऑनलाइन बिजनेस (ई-कॉमर्स) में कदम बढ़ाते हुए पैसे कमाना चाहते हैं, लेकिन आपके पास निवेश के लिए कुछ भी नहीं है, तब भी आप थोड़ी सी समझ के साथ इस क्षेत्र में बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
यहाँ हम आपके सामने ई-कॉमर्स से जुड़े एक अनूठे व्यवसाय मॉडल ड्रॉपशिपिंग के बारे में बात करने जा रहे हैं। हो सकता है आप इस शब्द से भी अंजान हों, लेकिन यह जरूर है कि एक बार इसे समझ लेने के बाद आपके पास मौके ही मौके होंगे।
है क्या ये ड्रॉपशिपिंग?
ड्रॉप शिपिंग ऑनलाइन बिजनेस (खास तौर पर ई-कॉमर्स) से जुड़ा हुआ एक व्यवसाय मॉडल है, जहां आप बिना किसी उत्पाद को खुद खरीदे हुए किसी ग्राहक को अधिक मुनाफे के साथ बेंच सकते हैं। पश्चिमी देशों में ड्रॉप शिपिंग एक बेहद चर्चित कमाई का जरिया है। आप ऐसे समझ सकते हैं कि इसमें आपको अपनी खास दुकान में सब कुछ वर्चुअल तरीके से मैनेज करना होता है।
ड्रॉप शिपिंग के साथ आपको किसी भी तरह के स्टोरेज स्टोर या इनवेंटरी को मैनेज करने की आवश्यकता नहीं है। ड्रॉपशिपिंग के जरिये आपको ग्राहकों तक ऑर्डर शिप करने के लिए भी परेशान नहीं होना होता है, बल्कि आपके लिए यह काम कोई और कर रहा होता है।
ये काम कैसे करता है?
ड्रॉपशिपिंग के जरिये आप जो उत्पाद बेंच रहे होते हैं, आप उनके मालिक नहीं होते हैं। आप इसके लिए खुद का एक ऑनलाइन स्टोर खोलते हैं या इसके लिए अन्य शॉपिंग वेबसाइट्स का सहारा लेते हैं। आप यह ऐसे समझ लें कि यह वेबसाइट या ई-स्टोर आपकी दुकान की तरह काम करता है, जहां आपने तमाम आइटम लिस्ट करके रखे हुए हैं, जिन्हे ग्राहक अपनी जरूरत के हिसाब से खरीद सकता है।
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स जैसे अमेज़न और ईबे आपको अपने साथ ड्रॉप शिप करने की सुविधा देती हैं, जहां आपको इनके नियमों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ना होता है, लेकिन इसी के साथ अब आप बड़े कस्टमर बेस के साथ डील करने में सक्षम हो जाते हैं।
जब कोई ग्राहक आपके ऑनलाइन स्टोर पर आकर कोई आइटम खरीदता है, तब आप उस आइटम की जानकारी रिटेलर को देते हैं और आपकी तरफ से वो रिटेलर उस उत्पाद को ग्राहक तक डिलीवर करने का काम करता है। इस काम के बदले आपके द्वारा तय किया गया मुनाफा आपको हासिल होता है।
कितना मुनाफा है?
ड्रॉप शिपिंग में मुनाफे की कोई सीमा नहीं है, लेकिन इसी के साथ आपको वही उत्पाद बेंच रहे अन्य डीलर के साथ प्रतिस्पर्धा का भी ध्यान रखना है, इसके चलते आप अपने मुनाफे को उचित तौर पर ही रखना चाहेंगे।
ड्रॉप शिपिंग करते समय अगर आप अपने ग्राहकों को स्पष्ट और सही जानकारी के साथ उत्पाद बेंच रहे हैं तो आपका कस्टमर बेस बड़ा हो सकता और आपकी रेटिंग पर भी इसका सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। मसलन आपको यह यह स्पष्ट तौर पर बताना होगा कि वह उत्पाद ग्राहक तक कितने दिनों में पहुंचेगा और उसके साथ ग्राहक को नो क्वेस्चन रिटर्न पॉलिसी मिल रही है।
ध्यान किन बातों का रखना है?
जब आप अपने ग्राहक द्वारा मांगे गए उत्पाद के लिए रिटेलर का चुनाव कर रहे हैं तो आप ध्यान रखें कि रिटेलर अच्छी रेटिंग वाला हो। आपको उत्पाद की कम से कम कीमतों के साथ ही आसान रिटर्न पॉलिसी पर भी ध्यान देना होगा। इसी के साथ अमेज़न जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ ड्रॉप शिपिंग करते हुए आपको कुछ मासिक चार्ज या बेंचे गए हर उत्पाद पर कमीशन चुकाना होता है, यदि आप 40 उत्पाद से अधिक हर महीने बेंच रहे हैं तो आप अमेज़न पर उसी के हिसाब से प्लान का चुनाव कर सकते हैं।
इसमें सफल कैसे हों?
आपको सबसे पहले इस बात की रिसर्च करनी होगी कि कौन-कौन से उत्पाद इस समय अधिक डिमांड पर हैं और इसके साथ ही आपको वो उत्पाद बेंच रहे रिटेलर के प्राइस और उसकी रेटिंग को भी ध्यान में रखना होगा। याद रहे रिटेलर जितनी अधिक रेटिंग वाला होगा वह आपके लिए उतना ही भरोसेमंद होगा। अधिक मुनाफे के चक्कर में अपने प्रतिस्पर्धी से हारने का जोखिम कभी मत उठाएँ। याद रखें कि अगर आप कम मुनाफे के साथ अधिक उत्पाद बेंच पाते हैं तब भी आप उनकी तुलना में अपनी जगह मजबूत करने में सक्षम रहते हैं।
याद रखें कि रिटेलर (जहां से आप उत्पाद खरीद रहे हैं।) या ई कॉमर्स पोर्टल जैसे अमेज़न (जहां आप अपने उत्पादों को लिस्ट करेंगे।) इन सभी के अपने नियम हैं जिनका पालन करना बेहद आवश्यक है, नहीं तो नियम तोड़ने के चलते आपका सेलर अकाउंट भी बंद किया जा सकता है और आप इस खेल से बाहर भी हो सकते हैं, जो आप कतई नहीं चाहेंगे।