13 साल की नृत्यांगना मुस्कान ने कथक में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, बिना रुके लगाये 2150 चक्कर
27 अप्रैल 2016 की शाम इंदौर के आनंद मोहन माथुर सभागृह में एक हजार लोगों की खामोशी के बीच गूंज रही थी तो सिर्फ तबले, मृदंग की थाप और घुंघरुओं की लयबद्ध आवाज। जैसे ही साज़ की आवाज बंद हुई तो हॉल तालियों की गडगाडहट से गूंज उठा। सभी खड़े होकर तालियां बजा रहे थे एक 13 साल की छोटी सी लड़की के लिए। ये छोटी सी लड़की थी मुस्कान जिसने लयबद्ध संगीत के बीच एक अनोखा विश्व कीर्तिमान रच दिया था। मुस्कान ने कथक करते हुए बिना रुके 2150 चक्कर लगाये। कथक की भाषा में कहें तो तीन ताल का ठेका, मृदंग की तीन ताल के बीच पूरे लय में रहते हुऐ मुस्कान ने ये करिश्मा कर दिखाया। इस कीर्तिमान को रचते हुए न तो मुस्कान लय के बाहर गई और न ही चेहरे के भाव कथक के अनुशासन को तोड़ते दिखे। कीर्तिमान रचने के बाद मुस्कान के चेहरे की मुस्कान बता रही थी कि वो बेहद खुश है। अपनों ने मुस्कान को कंधे पर उठा लिया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से मुस्कान को नया रिकार्ड बनाने पर सर्टिफिकेट दिया गया। मगर इस कारनामें के पीछे चंद दिनों की मेहनत नहीं थी। इसके पीछे थी बचपन की वो कहानी जिसने पूत के पांव पालनें में ही दिखा दिये थे।
मुस्कान के माता-पिता अल्केश और सपना जैन दोनों ही पेशे से डॉक्टर हैं। उनकी 5 साल की बेटी मुस्कान एक दिन टीवी देखते हुए अचानक डांस के स्टेप करने लगी। उसके स्टेप देखकर जैन दम्पत्ति को अचरज हुआ क्योंकि उनका और उनके परिवार का क्लासिकल डांस से कोई वास्ता नहीं था। मगर उन्हें इतना पता था कि बच्ची जो स्टेप कर रही है उसमें कुछ खास बात है। मुस्कान 7 साल की हो गई और उसका खुद ही सीखते हुऐ डांस करने का शौक बढता चला गया। मुस्कान के माता-पिता को लगा कि अब उसके इस हुनर को निखारने की जरुरत हैं। इसके चलते मुस्कान को इंदौर की मशहूर क्लासिकल डांसर प्रतिमा झालानी के यहां क्लासिकल डांस सीखनें के लिये भेजा जाने लगा। कथक डांसर प्रतिमा की शिष्या बनने के बाद मुस्कान के हुनर में तेजी से निखार आने लगा। पढाई के अलावा मुस्कान अपना ज्यादा से ज्यादा वक्त डांस को देनें लगी। प्रतिमा झालानी ने देखा कि मुस्कान 150 से 200 चक्कर बडे ही सहज रुप से लगा लेती है। धीरे-धीरे मुस्कान मुस्कान एक हजार तक चक्कर बडे आराम से लगाने लगी।
एक दिन मुस्कान को पता चला कि अब तक 11 सौ गोल चक्कर लगाने का रिकॉर्ड है। मुस्कान ने 15 सौ चक्कर लगाकर इस रिकॉर्ड को तोडने की बात अपनी गुरु से कही। प्रतिमा झालानी नें मुस्कान से 6 महीने तक प्रैक्टिस करवाई। 27 अप्रैल के दिन ये अनोखा रिकार्ड बनाने का कार्यक्रम रखा गया। यूं तो इस रिकार्ड के लिये कोई समय सीमा नहीं होती, मगर मुस्कान ने अपने लिये आधा घंटे में रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा। कथक जब शुरु हुआ तो हॉल में बैठे सभी लोग मुस्कान के चक्कर गिनने लगे। मगर मुस्कान कथक की ताल में ऐसी खो गई कि 15 सौ की जगह 2150 चक्कर लगा दिये वो भी महज 25 मिनट में।
मुस्कान 9वीं क्लास की छात्रा है और डांस की तरह ही वो पढाई में भी अव्वल रहती है। मुस्कान का कहना है,
"मेरी डांस गुरु ने काफी तैयारी करवाई थी। 15 सौ चक्कर लगाना था। मुझे विश्वास था कि ये आराम से हो जायेगा। मगर इतने लोगों की भीड में डांस करने पर इतना मजा आने लगा और ध्यान ही नहीं रहा और चक्कर बढते चले गये। डांस मेरा जुनून है और मैं डांस में ही आगे डिग्री कोर्स करुंगी।"
मुस्कान की डांस गुरु प्रतिमा झालानी का कहना है,
"मुस्कान सही मायने में क्लासिकल डांस के लिए ही बनी है। इसे लेकर वो काफी गंभीर है। मगर आज के बच्चे कुछ नया करना चाहते हैं इसी वजह से मुस्कान ने मुझे बताया कि मैं पुराना रिकॉर्ड तोडना चाहती हूं। और मैंने मुस्कान को तैयारियां करवाना शुरु कर दिया। मुस्कान क्लासिकल डांस में प्रयाग संगीत महाविद्यालय से सीनियर डिप्लोमा कर चुकी है। और डिग्री कोर्स करने जा रही है। मगर उसमें टैलेन्ट अपनी उम्र से कहीं ज्यादा है।"
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