इस इंजीनियर ने सुनी दिल की आवाज, वेडिंग फोटोशूट से कमा रही लाखों रुपए
इंजीनियर बनी फोटोग्राफर, कमाई लाखों में...
वह पेशे से वेडिंग फोटोग्राफर हैं और फिलहाल 'वन प्लस वन' नाम से स्टूडियो चला रही हैं, जिसको लगातार लोकप्रियता मिल रही है। मानवी एक इंजीनियर हैं और इस क्षेत्र में 6-7 साल काम करने के बाद उन्होंने फोटोग्राफी के अपने पैशन को प्रोफेशन बनाया।
मानवी ने जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क, कन्या कुमारी, यूएसए, श्रीलंका और अन्य कई जगहों पर वेडिंग फोटोशूट किए हैं। मानवी के स्टूडियो को एक-दूसरे के रेफरेंस के जरिए काम मिलता गया और धीरे-धीरे यह एक स्थाई बिजनस के तौर पर जम गया।
अगर कोई शख्स अपने पैशन को सही दिशा देकर प्रोफेशन बना लेता है और लगातार सीखने की चाह रखता है तो सफलता और किस्मत दोनों ही उसका भरपूर साथ देते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है, बेंगलुरु की मानवी गंडोत्रा की। वह पेशे से वेडिंग फोटोग्राफर हैं और फिलहाल 'वन प्लस वन' नाम से स्टूडियो चला रही हैं, जिसको लगातार लोकप्रियता मिल रही है। मानवी एक इंजीनियर हैं और इस क्षेत्र में 6-7 साल काम करने के बाद उन्होंने फोटोग्राफी के अपने पैशन को प्रोफेशन बनाया।
मानवी कहती हैं कि फोटोग्राफी में उनकी रुचि थी और उन्हें इस बात का अच्छी तरह से पता था, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह वेडिंग फोटोग्राफी को बतौर प्रोफेशन अपनाएंगी। पुराने दिनों और अनुभवों को याद करते हुए वह बताती हैं कि उनका पहला कैमरा था, कोडक 35 एमएम, जो वह अपनी आगरा की पहली ट्रिप के दौरान साथ ले गई थीं और उन्होंने ताज महल का शूट किया था।
इंजीनियर से फोटोग्राफर बनने की कहानी
मानवी एनआईटी-नागपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएट हैं और अपना बिजनेस से करने से पहले वह बतौर टेक्निकल कन्सलटेंट, दो मल्टीनैशनल कंपनियों के लिए काम कर चुकी हैं। 2014 के आखिरी महीनों में मानवी ने तय किया कि अब वह अपने फोटोग्राफी के पैशन को भरपूर वक्त देंगी और इसको ही अपना प्रोफेशन बनाएंगी। इस फैसले के बाद मानवी ने अपनी नौकरी छोड़ दी और स्टूडियो की शुरूआत की।
मार्केटिंग की नौकरी के दौरान मानवी ने काफी ट्रैवल किया और इस दौरान उन्होंने अपने फोटोग्राफी के स्किल्स का भरपूर इस्तेमाल किया। धीरे-धीरे स्ट्रीट फोटोग्राफी में मानवी की रुचि बढ़ने लगी। मानवी मानती हैं कि फोटोग्राफी के दौरान आपके लिए एक-एक लम्हा कीमती होता क्योंकि उसे वापस नहीं लाया जा सकता। वेडिंग फोटोग्राफी की तरफ मुड़ने के बारे में याद करते हुए मानवी बताती हैं कि उन्हें लगा कि किसी शख्स के सबसे खास दिन का हिस्सा होना और फोटो के जरिए उसकी कहानी बयान करना बहुत ही दिलचस्प काम है और इसलिए उन्होंने इस तरफ रुख किया।
ट्रैवलिंग और फोटोग्राफी की जुगलबंदी
मानवी ने सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी वेडिंग फोटोग्राफी के प्रोजेक्ट्स किए हैं और वह मानती हैं कि ट्रैवलिंग ने हमेशा से ही उनके इस पैशन को बढ़ावा दिया है। मानवी ने जिम कॉर्बेट नैशनल पार्क, कन्या कुमारी, यूएसए, श्रीलंका और अन्य कई जगहों पर वेडिंग फोटोशूट किए हैं।
मानवी के स्टूडियो को एक-दूसरे के रेफरेंस के जरिए काम मिलता गया और धीरे-धीरे यह एक स्थाई बिजनस के तौर पर जम गया। मानवी के साथ उनकी टीम में चार फुल-टाइम काम करने वाले हैं, जो शूटिंग और एडिटिंग में मानवी की मदद करते हैं। मानवी कुछ फ्रीलांसर्स के साथ भी काम करती हैं। मानवी के वेडिंग फोटोग्राफी प्रोजेक्ट्स की रेंज 1 लाख रुपए से शुरू होती है।
पति का मिला साथ
मानवी ने अपने पति रवि कौशिक के साथ स्टूडियो की शुरूआत की थी। रवि एमबीए हैं और मार्केटिंग में मानवी की मदद करते हैं। मानवी ने बताया कि रवि भी फोटोग्राफर हैं, लेकिन वह मानवी के काम में दखल नहीं देते और मैनेजमेंट-बिजनस का पार्ट संभालते हैं। मानवी कहती हैं कि पहले वेडिंग फोटोग्राफी में सिर्फ इवेंट्स का फोटोशूट होता था, लेकिन कोई भी उनके जरिए एक कहानी गढ़ने के बारे में नहीं सोचता था। अब ट्रेंड बदल चुका है और लोग फोटोज के जरिए एक कहानी संजोने की इच्छा रखते हैं।
मानवी ने फोटोग्राफी की फॉर्मल ट्रेनिंग नहीं ली है, लेकिन वह लगातार समय के साथ बदलते ट्रेंड्स को फॉलो करती हैं और उनसे सीखती रहती हैं। मानवी 100 से ज्यादा वेडिंग प्रोजेक्ट्स कर चुकी हैं, लेकिन वह मानती हैं कि हर बार उनका अनुभव अलग और खास रहा।
क्या कहता है बाजार?
इंडियन वेडिंग इंडस्ट्री का साइज लगभग 1 लाख करोड़ रुपए तक हो चुका है और अभी भी यह 25-30 प्रतिशत ग्रोथ रेट के साथ बढ़ रहा है। जनसंख्या के आंकड़ों पर गौर करें तो भारत की लगभग आधी आबादी 35 साल से कम उम्र की है और ऐसे में अगले 5 से 10 सालों में वेडिंग मार्केट बहुत तेजी से बढ़ने वाला है। वेडिंग फोटोग्राफी के क्षेत्र में जोड़ी क्लिकर्स, नॉट इन फोकस और प्रणेश फोटोग्राफी जैसे स्टार्टअप अच्छा नाम कमा चुके हैं।
मानवी कहती हैं कि एक महिला के तौर इस बिजनस के जुड़ने के अपने फायदे और नुकसान दोनों ही हैं। उदाहरण के तौर पर मानवी ने बताया कि महिला होने के नाते वह दुल्हन से सहजता से बात कर सकती हैं और इस वजह से उन्हें अच्छे शॉट्स भी मिल जाते हैं। वहीं दूसरी ओर लोग मेल फोटोग्राफर को अभी भी अधिक प्राथमिकता देते हैं। मानवी ने भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्टूडियो की टीम को बढ़ाने की तैयारी है ताकि क्वालिटी कंट्रोल पर भी ठीक तरह से ध्यान दिया जा सके।
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