जल्द ही नए नाम से दिखेंगे व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम, जानिए क्यों फेसबुक इन ऐप्स के साथ जोड़ेगा अपना नाम
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक एक बड़ा कदम उठाते हुए व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम का नाम बदलने जा रही है। अब इंस्टाग्राम जल्द ही 'इंस्टाग्राम फ्रॉम फेसबुक' और व्हाट्सएप का नाम बदल कर 'व्हाट्सएप फ्रॉम फेसबुक' बन जाएगा। फेसबुक अपने सभी सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को इंटीग्रेट करने के लिए ये कदम उठा रही है।
मार्क जुकरबर्ग के स्वामित्व वाली कंपनी ने 2012 में इंस्टाग्राम का अधिग्रहण किया था। उसके दो साल बाद फेसबुक ने व्हाट्सएप को भी खरीद लिया। तब से अब तक, दोनों ऐप बिना फेसबुक टैग के अपने-अपने नाम से काम कर रहे हैं। लेकिन जल्द ही ये बदलने वाला है।
यूजर्स को अब ऐप स्टोर के साथ-साथ ऐप लॉन्च करने पर उनके फोन स्क्रीन पर भी इन ऐप के साथ 'फेसबुक टैग' जुड़ा हुआ दिखाई दे सकता है। कंपनी के इस डेवलपमेंट को पहले द इनफॉर्मेशन ने रिपोर्ट किया था उसके बाद कंपनी ने भी इस जानकारी को कन्फर्म कर दिया। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा,
"हम उन उत्पादों और सेवाओं के बारे में स्पष्ट होना चाहते हैं जो फेसबुक का हिस्सा हैं।"
हालांकि फेसबुक के इस कदम की ट्विटर पर कई यूजर्स ने आलोचना की और उसे 'गलत' करार दिया है।
व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और मैसेंजर को इंटीग्रेट करने का फेसबुक का ये कदम पहले से प्लान था, जो कि एप्स के अंतर्निहित तकनीकी बुनियादी ढांचे को एकजुट करने के लिए है। इससे अब यूजर्स इन तीनों प्लेटफार्म्स पर मैसेज भेजने में सक्षम हो जाएंगे। दरअसल अब एक इंस्टाग्राम यूजर अपने इंस्टाग्राम ऐप से किसी व्हाट्सएप या मैसेंजर यूजर को मैसेज भेज सकेगा। ये तीनों एक दूसरे को मैसेज भेजने में सक्षम हो जाएंगे। आपको बता दें कि अगर इन तीनों ऐप को एक साथ मिला दें तो इनके 2.6 बिलियन यूजर्स हैं।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि सोशल नेटवर्किंग की ये दिग्गज कंपनी फेसबुक इस साल के अंत तक या 2020 की शुरुआत में इसे रोल आउट कर सकती है। भले ही फेसबुक फर्म ने सीधे इंटीग्रेशन की घोषणा नहीं की है, लेकिन अपने एक पूर्व बयान में उसने कहा,
"हम अपने मैसेजिंग प्रोडक्ट्स को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बनाने पर काम कर रहे हैं और नेटवर्क पर दोस्तों और परिवार तक पहुंचने के तरीकों को आसान बनाने पर विचार कर रहे हैं।"
दिलचस्प बात यह है कि भले ही कंपनी ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप पर अधिक नियंत्रण का दावा करने की योजना बनाई है, लेकिन फेडरल ट्रेड कमीशन द्वारा इसे एक अविश्वास जांच (antitrust probe) का सामना करना पड़ रहा है। एफटीसी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या फेसबुक दोहरे अधिग्रहण के जरिए अपने सभी सोशल मीडिया प्रतिद्वंद्वियों को नष्ट तो नहीं करना चाह रहा है।
बता दें कि फेसबुक ने 2013 में स्नैपचैट को खरीदने की पेशकश भी की थी, लेकिन इस फोटो शेयरिंग ऐप ने इसे ठुकरा दिया था। बाद में फेसबुक ने स्नैपचैट की सबसे खास फीचर - स्टोरीज - को अपने इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक से जोड़ दिया।