एक छोटे से कमरे से शुरू हुआ यह फ़ैशन ब्रैंड बन चुका है सेलेब्रिटी पैरेंट्स की पहली पसंद
कनुप्रिया टिबड़ेवाल एक इंटरनैशनल बिज़नेस ग्रुप की बिज़नेस डिवेलपमेंट एग्ज़िक्यूटिव होने के साथ-साथ एक सेल्फ़ ट्रेंड फ़ैशन डिज़ाइनर भी हैं। फ़ैशन के प्रति अपने पैशन को एक बिज़नेस आइडिया में तब्दील करते हुए कनुप्रिया ने अपने फ़ैशन लेबल 'पंछी' की शुरुआत की थी, जो अब भारत में सेलेब्रिटी पैरेंट्स की पहली पसंद बनता जा रहा है।
सोहा अली खान-कुनाल खेमू और फ़राह खान-शिरीष कुंदर से लेकर तुषार कपूर, मिनी माथुर-कबीर खान, अदनाम समी और पूनम महाजन तक कई बड़े सेलेब्रिटी पैरेंट्स अपने बच्चों को कनुप्रिया के डिज़ाइन्स ही पहनाते हैं। कनुप्रिया ने ख़ुद से ही फ़ैशन डिज़ाइनिंग सीखी है।
वैसे तो कनुप्रिया उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक अपनी ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा बेंगलुरु में बिताया है। शादी के बाद 2014 में वह हैदराबाद आईं और इससे पहले उन्होंने तीन सालों तक इनवेस्टमेंट बैंक के लिए काम किया था।
इनवेंस्ट बैंकिंग से फ़ैशन डिज़ाइनिंग तक का कनुप्रिया का सफ़र काफ़ी रोचक रहा। वह बताती हैं, "2016 में मेरी छोटी बहन की शादी थी और इस मौक़े पर मैंने तय किया कि मैं अपनी तीन साल की भतीजी के लिए ख़ुद ही कपड़े तैयार करूंगी। मैंने जो डिज़ाइन्स तैयार किए, उन्हें बहुत से लोगों ने सराहा और इसके बाद ही मैंने डिज़ाइनिंग को गंभीरता से लेने का फ़ैसला लिया। इसके बाद मैं अपनी बाक़ी जिम्मेदारियां में उलझ गई और समय कैसे बढ़ता गया, पता ही नहीं चला। 2017 में सितंबर महीने एक सुबह मैंने आख़िरकार सिलाई मशीन ऑर्डर कर ही दी। इसके बाद मैंने एक टेलर मास्टर की तलाश शुरू की। मैंने अपने घर के एक छोटे से कमरे में ही एक छोटी सी वर्कशॉप खोली और आजतक यहां पर मेरे ब्रैंड पंछी से जुड़े काम होते हैं। मैंने अपने टेलर मास्टर के साथ मिलकर कुछ आउटफ़िट्स तैयार किए और इसके बाद औपचारिक रूप से सितंबर महीने के आख़िर तक एक लॉन्च शूट हुआ। अक्टूबर तक हमने एक सोशल मीडिया पेज की शुरुआत कर दी थी।"
कनुप्रिया बताती हैं, "मुझे चमकदार चीज़ें बहुत पसंद है और मेरी यह पसंद मेरे डिज़ाइन्स में भी झलक जाती है। जब हम लॉन्च की तैयारी कर रहे थे, तब दीपावली का त्योहार भी कुछ समय बाद आने वाला था और मुझे पता था कि हमें मौक़े को भांपते हुए एक फ़ेस्टिव कलेक्शन तैयार करना होगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपनी टीम से कहा कि वे पटाखों से प्रेरणा लेते हुए डिज़ाइन्स तैयार करें। पहले तो उन्हें मेरी बातों पर हंसी आई, लेकिन जब डिज़ाइन्स बनकर तैयार हुए, तो वे सभी आश्चर्यचकित रह गए। हम अपने कपड़ों के अंदर के हिस्से में सिंथेटिक कपड़े का इस्तेमाल नहीं करते और इस वजह से एक आरामदायक और नरम कपड़ों का इस्तेमाल करते हुए डिज़ाइन्स तैयार करने में थोड़ा अधिक समय लगा।"
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद कनुप्रिया ऑर्डर्स का इंतज़ार करने लगीं। दिवाली में उन्हें ख़ुशखबरी मिली और उनके पास पटाखा कलेक्शन के पर्याप्त ऑर्डर्स आने लगे।
कनुप्रिया बताती हैं कि इस दौरान ही वह मां भी बनने वाली थीं। कनुप्रिया कहती हैं कि ऐसे में नए बिज़नेस और आने वाली नई जिम्मेदारी के लिए ख़ुद को तैयार करना, ये दोनों ही काम बहुत मुश्कि़ल थे। कनुप्रिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी, अपने प्रोडक्ट्स के लिए सही दाम निर्धारित करना, लेकिन समय के साथ-साथ क्लाइंट्स के सहयोग से उनकी यह समस्या भी हल हो गई।
कनुप्रिया कहती हैं कि बच्चों के लिए डिज़ाइन्स तैयार करने के लिए वह बच्चों से स्वभाव से ही प्रेरणा लेती हैं। वह कहती हैं, "बच्चों की दुनिया बेहद रंगीन होती है और साथ ही, उनके मन में हज़ारों सवाल होते हैं और किसी भी बात की चिंता नहीं होती। मैंने इन्हीं चीज़ों को अपने डिज़ाइन्स में उतारने की कोशिश करती हूं। उदाहरण के तौर पर हम इस दौरान होली कलेक्शन पर काम करे हैं। बच्चों के लिए होली का मतलब होता है कलर्स, वॉटर गन्स और बलून्स। हम इन्हीं चीज़ों को कपड़ों पर दर्शाते हैं।"
सेलिब्रिटीज़ की पहली पसंद बनने के बारे में कनुप्रिया कहती हैं कि यह सिलसिला तब शुरू हुआ, जब उन्होंने अपने ब्रैंड लेबल की पहली सालगिरह पर कुछ सेलेब्रिटीज़ को अपने डिज़ाइन्स गिफ़्ट के तौर पर भेजे। वह बताती हैं, "मैंने जिनको भी तोहफ़े में अपने डिज़ाइन्स भेजे, उन्हें मेरा गिफ़्ट बहुत पसंद आया और इसके बाद वे मेरे ब्रैंड के नियमित ग्राहक हो गए। इसके बाद लोगों के ज़रिए और इन्स्टाग्राम पोस्ट्स की मदद से मेरे ब्रैंड का काफ़ी प्रचार हुआ।
पंछी को इन्स्टाग्राम अकाउंट से बहुत लोकप्रियता मिली और कंपनी के पास ज़्यादातर ग्राहक इस माध्यम के ज़रिए ही आते हैं। कंपनी ने अन्य लोकप्रिय रीटेल चेन्स के साथ भी करार किया हुआ है। पंछी के प्रोडक्ट्स पेटिट रॉयल (मुंबई) के साथ-साथ लिटिल मफ़े और लिटिल टैग्स ऑनलाइन स्टोर्स पर भी उपलब्ध हैं।
भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कनुप्रिया बताती हैं, "हम अपने वर्कशॉप को अब किसी बड़ी जगह पर शिफ़्ट करना चाहते हैं। मेरा बच्चा अब 8 महीने का हो चुका है और इसलिए मेरे लिए चीज़े पहले से थोड़ी आसान हो चुकी हैं। मैं हैदराबाद में बच्चों के लाइफ़स्टाइल प्रोडक्ट्स के मार्केट को बढ़ाना चाहती हूं।"
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