कॉस्ट कटिंग की तैयारी में फेसबुक, हो सकती है कर्मचारियों की छंटनी
अपनी शुरुआत के बाद से ये पहली बार है कि फेसबुक अपने खर्चों में कटौती करने और कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रहा है.
फेसबुक के दिन अच्छे नहीं चल रहे. वॉल स्ट्रीट जरनल की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा अपने कुल खर्चों में 10 फीसदी की कटौती करने की तैयारी कर रही है. इस कटौती में कर्मचारियों की छंटनी भी शामिल है.
रिपोर्ट के मुताबिक मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने अपने कर्मचारियों के लिए वीकली टाउनहॉल प्रोग्राम में यह बात कही. जुकरबर्ग का कहना है कि पिछले कुछ सालों में जितनी तेजी के साथ मेटा का विकास हुआ है, वह गति अब धीमी हो गई है. वह समय बीत गया है और अब इस तेजी के साथ कंपनी का आगे बढ़ना मुमकिन नहीं है.
जुकरबर्ग ने कहा कि नई परिस्थितियों को देखते हुए हमें अपने खर्चों में कटौती करनी होगी. नए कर्मचारियों की हायरिंग बंद करनी होगी और जरूरत को देखते हुए कुछ टीमों के सदस्यों की संख्या कम भी की जाएगी.
फेसबुक की शुरुआत के बाद से यह पहली बार है कि कंपनी नई भर्तियां करने की बजाय कर्मचारियों की संख्या को कम करने की योजना बना रही है. माइक्रोसॉफ्ट से लेकर गूगल तक बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों में भी समय-समय पर बड़े पैमाने पर छंटनी होती रही है, लेकिन मार्क जुकरबर्ग की कंपनी के साथ अभी तक यह नौबत नहीं आई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारियों की छंटनी के अलावा टीमों के खर्च में भी कटौती की जाएगी. जुकरबर्ग ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जरूरी है कि सभी टीमों के टोटल एक्सपेन्डीचर में कटौती की जाए.
मेटा कंपनी के शेयरों में पिछले एक साल में 60 फीसदी की कमी आई है. अपने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि हमें लग रहा था कि अर्थव्यवस्था कुछ समय में स्थिर हो जाएगी. वॉल स्ट्रीट जरनल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ समय में जुकरबर्ग बार-बार यह कहते रहे हैं कि कंपनी के इंटरनल वर्क पेस को बढ़ाने की जरूरत है.
जैसाकि गूगल भी यह करता रहा है कि कर्मचारियों को सीधे नौकरी से टर्मिनेट करने की बजाय उनसे कंपनी के भीतर किसी और डिपार्टमेंट में अपने लिए वाजिब काम ढूंढने का मौका देता रहा है और ऐसा न होने की सूरत में कर्मचारी को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.
जुकरबर्ग भी मेटा में कुछ वैसी ही प्रैक्टिस करने जा रहे हैं. जिन टीमों को नए सदस्यों की जरूरत है, उनसे कंपनी के भीतर ही दूसरी टीमों से लोगों को लेने के लिए कहा गया है. साथ ही बेहतर परफॉर्म कर रही टीमों को भी अपने टीम मेंबर्स की संख्या कम करने के निर्देश दिए गए हैं.
Edited by Manisha Pandey