Flipkart Samarth और NRLM ने महिलाओं, SHGs, स्थानीय कारीगरों और लघु उद्यमियों के लिए मेरठ में आयोजित की ओरिएंटेशन वर्कशॉप
फ्लिपकार्ट समर्थ का लक्ष्य अर्थपूर्ण अवसर सृजित करना है, जिससे 28 राज्यों के लाखों कारीगर, बुनकर और सूक्ष्म उद्यमी सशक्त हों और उन्हें वित्तीय आजादी पाने में मदद मिले. यह प्रोग्राम समाज के वंचित वर्ग की सहायता करने और समाज के हित के लिए प्रतिबद्ध संगठनों का समर्थन करने के लिए समर्पित है.
भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट (
) ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के साथ मिलकर आज मेरठ में एक ओरिएंटेशन वर्कशॉप का आयोजन किया. NRLM भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक दीनदयाल अंत्योदय योजना है. इस वर्कशॉप का उद्देश्य स्थानीय कारीगरों एवं शिल्पकारों को सशक्त बनाना था, जिससे वे फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस की क्षमता का लाभ लेते हुए अपने ऑनलाइन कारोबार को बढ़ाने में सक्षम हो सकें. इस कार्यक्रम के दौरान सांसद राजेंद्र अग्रवाल, डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट आईएएस दीपक मीणा, मेरठ की चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर नूपुर गोयल और फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार उपस्थित रहे.उत्तर प्रदेश के मेरठ में आयोजित वर्कशॉप का उद्देश्य स्वरोजगार एवं उद्यमिता के लिए स्थानीय समुदायों को सक्षम बनाना था. फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस ऑफरिंग्स की व्यापक जानकारी पर केंद्रित करते हुए इस वर्कशॉप का लक्ष्य शिल्पकारों, बुनकरों और कारीगरों के वंचित समुदाय को अपना कारोबार बढ़ाने के लिए देशव्यापी बाजार तक पहुंचने में सक्षम बनाना था. इस वर्कशॉप में 150 स्थानीय कारोबारियों और मेरठ में महिलाओं द्वारा संचालित किए जा रहे एसएचजी ने हिस्सा लिया. 2019 में अपनी लॉन्चिंग के बाद से फ्लिपकार्ट समर्थ प्रोग्राम ने 15 लाख से ज्यादा आजीविकाओं को अपना समर्थन दिया है. यह पहल स्थानीय कारीगरों और महिलाओं द्वारा संचालित उद्यमों का सहयोग करने में कारगर साबित हुई है. इस पहल ने उन्हें तेजी से बदलते ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस में अपने कारोबार के विकास के लिए नए अवसरों को खोलने में सक्षम बनाया है.
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा, "हमारा मानना है कि शिल्पकारों, ग्रामीण महिला कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों को ई-कॉमर्स का फायदा उठाने के बारे में जानकारी प्रदान करके सशक्त बनाते हुए हम उनके लिए विकास के नए अवसर सृजित कर सकते हैं. यह स्थानीय अर्थव्यवस्था के भी व्यापक हित में है. आज की वर्कशॉप के दौरान फ्लिपकार्ट का समर्थन एवं संसाधन इन कारीगरों एवं शिल्पकारों के लिए सीखने का शानदार अवसर बनकर सामने आया. हमें उम्मीद है कि इससे उन्हें जरूरी जानकारी एवं क्षमता मिलेगी, जिससे वे ऑनलाइन कारोबार की दुनिया में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने में सक्षम होंगे और इससे उद्यमिता के उनके सफर को गति मिलेगी."
इस गठजोड़ पर फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, "देशभर के कारीगरों, एमएसएमई, एसएचजी, महिलाओं द्वारा संचालित उद्यमों और शिल्पकारों की आजीविका में सहयोग करने के लिए फ्लिपकार्ट प्रतिबद्ध है. आज की वर्कशॉप को मिली शानदार प्रतिक्रिया से हम बहुत खुश हैं और हम आगे भी देश में एमएसएमई के लिए व्यापक अवसर सृजित करने की दिशा में प्रयास करते रहेंगे. फ्लिपकार्ट समर्थ के माध्यम से हमारा लक्ष्य उन्हें जानकारी, टूल्स और राष्ट्रीय बाजार तक पहुंच देना है, जिसकी जरूरत उन्हें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने कारोबार को विस्तार देने के लिए है."
फ्लिपकार्ट समर्थ का लक्ष्य अर्थपूर्ण अवसर सृजित करना है, जिससे 28 राज्यों के लाखों कारीगर, बुनकर और सूक्ष्म उद्यमी सशक्त हों और उन्हें वित्तीय आजादी पाने में मदद मिले. यह प्रोग्राम समाज के वंचित वर्ग की सहायता करने और समाज के हित के लिए प्रतिबद्ध संगठनों का समर्थन करने के लिए समर्पित है. 2019 में अपनी लॉन्चिंग के बाद से फ्लिपकार्ट समर्थ ने लाखों महत्वाकांक्षी उद्यमियों को देशभर के बाजार तक पहुंचने में सक्षम बनाया है. अकेले पिछले साल ही फ्लिपकार्ट समर्थ से जुडे सेलर्स की संख्या में 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और समर्थ से जुड़े लाभार्थियों का कारोबार भी 300 प्रतिशत तक बढ़ा है. ज्यादा से ज्यादा एमएसएमई को ई-कॉमर्स से जोड़ने की दिशा में फ्लिपकार्ट का सतत प्रयास भारत सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत' के लक्ष्य के ही अनुरूप है. अपने प्लटफॉर्म के माध्यम से पूरे देशभर में स्थानीय विक्रेता समुदायों को अपने 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच देते हुए उनकी आजीविका में बदलाव करना और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना फ्लिपकार्ट का लक्ष्य है.