अडानी ग्रुप ने चुकाया 4,096 करोड़ रुपये का लोन, पहले चुकाए थे 7,374 करोड़ रुपये
उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह (Adani Group) ने गुरुवार को 500 मिलियन डॉलर (करीब 4,096 करोड़ रुपये) का ब्रिज लोन चुका दिया है. ब्लुमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद, अडानी ग्रुप अपने निवेशकों का विश्वास बहाल करने के लिए तेजी से काम कर रहा है.
मंगलवार को उधारदाताओं को पैसा दे दिया गया था. सूत्रों ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर इसकी जानकारी दी. जनवरी के अंत में हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद कुछ बैंकों ने लोन रिफाइनेंस करने पर रोक लगा दी थी, जिससे अडानी की संपत्ति में भारी गिरावट आई थी.
अरबपति गौतम अडानी के नेतृत्व वाले साम्राज्य ने तब से लगभग 2 अरब डॉलर के शेयर-समर्थित कर्जा चुका दिया है. समय पर बॉन्ड का भुगतान किया है और GQG पार्टनर्स के स्टार निवेशक राजीव जैन से 1.9 अरब डॉलर का निवेश हासिल किया है. इससे समूह के बाजार मूल्य में होने वाले नुकसान को 153 अरब डॉलर से लगभग 124 अरब डॉलर तक कम करने में मदद मिली है.
वैश्विक बैंकों ने पिछले साल होल्सिम लिमिटेड सीमेंट की संपत्ति की खरीद के लिए अडानी को 4.5 अरब डॉलर का कर्ज दिया था, और इसका एक हिस्सा 9 मार्च को देय था. लोन की अगली किश्त 2024 में आने वाली है. सूत्रों ने बताया.
अहमदाबाद में सार्वजनिक अवकाश के दिन अडानी समूह को भेजे गए ईमेल का तुरंत जवाब नहीं मिला.
इससे पहले अडानी समूह ने 7,374 करोड़ रुपये का शेयर-बैक्ड लोन समय से पहले चुका दिया. मंगलवार को ग्रुप ने इसकी जानकारी दी. अडानी ग्रुप अपनी क्रेडिट प्रोफाइल से जुड़ी चिंताओं को कम कर निवेशकों का भरोसा फिर से जीतने की कोशिश कर रहा है. 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाया था. हालांकि, अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को गलत बताया है.
जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) संभवतः अडानी समूह में अपने निवेश का विस्तार कर सकते हैं. फर्म के फाउंडर राजीव जैन ने संकटग्रस्त अडानी समूह में करीब 1.9 अरब डॉलर डालने के एक सप्ताह बाद बुधवार को कहा.
अडानी समूह की कंपनियों ने 2 मार्च को ब्लॉक डील के जरिए अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म GQG Partners को सेकेंडरी इक्विटी लेनदेन में 15,446 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं. कंपनी की चार सहायक कंपनियों - अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड और अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड में ब्लॉक ट्रेड लेनदेन हुआ.