IIT बॉम्बे के स्टार्टअप Neodocs ने जुटाई 16.6 करोड़ रुपये की सीड फंडिंग
Neodocs अब यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, मध्य पूर्व और अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने कारोबार का विस्तार करने की योजना बना रहा है. कंपनी 'इंस्टंट' फिंगर-प्रिक ब्ल्ड टेस्ट शुरू करने पर भी काम कर रही है जो केवल एक तस्वीर क्लिक करने पर फोन पर परिणाम देगा.
IIT बॉम्बे के पूर्व छात्रों द्वारा शुरु किए गए स्टार्टअप
ने अपने सीड फंडिंग राउंड में 16.6 करोड़ रुपये (2 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं. यह स्टार्टअप इंस्टंट और किफायती स्मार्टफोन-बेस्ड टेस्टिंग किट बनाता है.इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Omidyar Network India ने किया था. इसमें अन्य निवेशकों में YCombinator, 9Unicorns, Gemba Capital, Titan Capital और प्रशांत टंडन और गौरव अग्रवाल (1Mg), रोहित एमए (Cloudnine), कुणाल शाह (Cred), वरुण अलघ (Mamaearth), वीरेन शेट्टी (Narayana Healthcare), हर्षद रेड्डी (Apollo Hospitals) और विवेक गंभीर (Boat) जैसे एंजल शामिल हैं.
Neodocs अब यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, मध्य पूर्व और अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने कारोबार का विस्तार करने की योजना बना रहा है. कंपनी 'इंस्टंट' फिंगर-प्रिक ब्ल्ड टेस्ट शुरू करने पर भी काम कर रही है जो केवल एक तस्वीर क्लिक करने पर फोन पर परिणाम देगा.
निकुंज मालपानी, अनुराग मीना और प्रतीक लोढ़ा द्वारा स्थापित, Neodocs ने शुरुआत में दो अभूतपूर्व यूरिन-बेस्ड टेस्ट पेश किए, जो लैब मशीनों पर कोई निर्भरता नहीं छोड़ते: किडनी केयर किट और यूटीआई केयर किट. Neodocs ने अब तक 200,000 से अधिक टेस्टकार्ड बेचे हैं और पूरे भारत में 4000 से अधिक डॉक्टरों द्वारा इसका उपयोग किया जा रहा है.
Neodocs के सीईओ और को-फाउंडर निकुंज मालपानी ने कहा, “भारत को अक्सर दुनिया की पुरानी बीमारी की राजधानी के रूप में जाना जाता है, और इसका मुख्य कारण समय पर निदान की कमी है. इन-क्लिनिक परीक्षण को सक्षम करके Neodocs डॉक्टरों को मरीजों की तुरंत जांच और निदान करने और तुरंत उपचार शुरू करने के लिए सशक्त बना रहा है."
Omidyar Network India के डायरेक्टर आदित्य मिश्रा ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा आज प्रतिक्रियाशील और प्रासंगिक बनी हुई है. निवारक/सक्रिय देखभाल में परिवर्तन में तेजी लाने के लिए किफायती और वास्तविक समय पर निदान महत्वपूर्ण होगा. हमारा मानना है कि Neodocs का अग्रणी समाधान आय क्षेत्रों और भौगोलिक क्षेत्रों में पहुंच का विस्तार कर सकता है, रोगी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को समृद्ध कर सकता है और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए देखभाल की लागत को कम कर सकता है.
टीम दूरदराज के क्षेत्रों में परीक्षण को डिजिटल बनाने के लिए Cipla, Eris, Sun Pharma, AstraZeneca, Bayer, और RPG Life Sciences जैसी कई अग्रणी दवा कंपनियों के साथ-साथ महाराष्ट्र सरकार (नासिक) और राजस्थान सरकार (लाडनूं) के साथ भी काम कर रही है. हेल्थटेक स्टार्टअप ने नासिक और लाडनूं में 250+ पीएचसी और उप-केंद्रों पर प्रभाव डाला है.