Job Market: 1000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी Ola, इलेक्ट्रिक डिविजन में होंगी नई हायरिंग
दुनियाभर की कंपनियों में लगातार कर्मचारियों की छंटनी हो रही है. भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में भी ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. न्यू नॉर्मल का ये कुरूप बेहद दर्दनाक है. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक
अपने 1000 कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है.इकोनॉमिक टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से कहा कि अर्बन मोबिलिटी फर्म ओला करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही कंपनी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस बढ़ाने के लिए नई हायरिंग करेगी.
लगभग 400-500 कर्मचारियों की छंटनी का अनुमान था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि अंतिम आंकड़ा लगभग 1,000 को छू सकता है.
ET की रिपोर्ट में हायरिंग एग्जिक्यूटिव के हवाले से कहा गया है कि, ये एक रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस है, जिसके कुछ और हफ्तों तक चलने की उम्मीद है. कंपनी अपने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहती है. इसके लिए यह ताबड़तोड़ भर्तियां कर रही है. यह भर्तियां मोबिलिटी, हाइपरलोकल, फिनटेक और इसके यूज्ड कार डिविजन में चल रही है.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि छंटनी करने वालों को स्वेच्छा से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है. हालांकि ओला ने इन ख़बरों पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है. इससे पहले ओला अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस ओला डैश और यूज्ड कार सेल्स बिजनेस ओला कार्स को बंद करने की घोषणा कर चुकी है.
इसी महीने, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि कंपनी बेंगलुरु में आगामी सेल बैटरी सेल रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट फैक्ट्री में लगभग 500 मिलियन डॉलर का निवेश कर रही है. यह फैक्ट्री अगस्त में कामकाज चालु कर देगी. यह 500 से अधिक इंजीनियरों और पीएचडी धारकों को रोजगार देगी.
इलेक्ट्रिक व्हीकल डिविजन में हायरिंग
ने हाल ही में कहा कि कंपनी ने बड़े पैमाने पर सेल बनाने के लिए सरकार की 18,000 करोड़ रुपये की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम का लाभ उठाने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी ने कहा कि उसने भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित लिथियम-आयन बैटरी सेल तैयार की है, जिसे 2170 कहा जाता है.
हालांकि, आग लगने की घटना और कई गुणवत्ता नियंत्रण समस्याओं के सामने आने के बाद ओला अपने पहले व्हीकल Ola S1 Pro को बेचने के लिए संघर्ष कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जून के आखिरी हफ्ते में कंपनी प्रतिदिन केवल 130-200 स्कूटर ही बेच पाई.
बिक्री में गिरावट के बाद कई ख़बरें ये थी कि कंपनी अपने कुछ टॉप एग्जिक्यूटिव्स को रीजन-वाइज सेल्स को संभालने के लिए अपनी सेल्स को बेहतर बनाने पर फोकस कर रही है.
भारत सरकार के थिंक टैंक, नीति आयोग और TIFAC की एक हालिया रिपोर्ट में इलेक्ट्रिक दोपहिया को लेकर काफी उम्मीद भरे आंकड़े जारी किए हैं. इसके मुताबिक अगर सब ठीक रहा तो 2026-27 तक भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की 100 प्रतिशत पैठ होने का अनुमान है.
वहीं, भारत में बीते 6 महीनों में 25 स्टार्टअप में अब तक मोटे तौर लगभग 12 हजार कर्मचारी अपनी नौकरी से हाथ धो चुके हैं. ये आंकड़े बेहद निराशाजनक है. ये कर्मचारियों की छंटनी की स्थिति अलार्मिंग है. साल खत्म होते-होते यह संख्या 60 हजार के पार पहुंच सकती हैं. Ola, Blinkit, Byju's, Unacademy, Vedantu, Cars24, Mobile Premier League - MPL, Lido Learning, Mfine, Trell, farEye, Furlanco समेत कई ऐसे स्टार्टअप हैं जिनके कर्मचारी अपनी नौकरियां खो चुके हैं/सकते हैं.