बच्चों में कारोबार के बंटवारे के बाद अब खुद ग्रीन एनर्जी की कमान संभालेंगे मुकेश अंबानी
पिछले साल अंबानी ने अगले 15 सालों में क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर 75 अरब डॉलर खर्च करने की योजनाओं का खुलासा किया था.
एशिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स और अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलग-अलग कारोबार की कमान अपने बच्चों सौंपने के बाद खुद ग्रीन एनर्जी के कारोबार पर फोकस करने का फैसला किया है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने इसकी जानकारी दी है.
65 वर्षीय अंबानी गिगाफैक्टरीज और ब्लू हाइड्रोजन सुविधाओं को विकसित करने के साथ उनके लिए रणनीति तैयार करने पर फोकस करेंगे. वह अधिग्रहणों के लिए संभावित निवेशकों के साथ बातचीत भी करेंगे.
बता दें कि, पिछले साल अंबानी ने अगले 15 सालों में क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर 75 अरब डॉलर खर्च करने की योजनाओं का खुलासा किया था.
अंबानी को अपने प्रमुख लक्ष्यों पर एकाग्रचित होकर ध्यान देने के लिए जाना जाता है. 1990 के दशक में उन्होंने आज दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी बनाने के लिए शिपिंग कंटेनरों को लेकर महीनों तक काम किया. वहीं, लगभग दो दशक बाद उनकी एक और अपस्टार्ट फर्म भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार ऑपरेटर बन गई है.
अंबानी ने तब से अपने तीन बच्चों को ऑपरेशन की बागडोर सौंप दी है और अपना ध्यान ग्रीन एनर्जी की ओर लगाया है. इस क्षेत्र में उनका मुकाबला एशिया के सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडानी के साथ होगा.
अंबानी ग्रीन एनर्जी सेक्टर में भी उसी तरह से एकाधिकार हासिल करना चाहते हैं जैसे उन्होंने रिलायंस जियो लाकर भारत में टेलीकॉम सेक्टर पर हासिल किया है. इसके लिए वह अरबों डॉलर की फंडिंग हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और इसके लिए वह मिडल ईस्टर्न फंड्स से भी बात कर रहे हैं.
अंबानी ने Reliance Jio के निर्माण के लिए Reliance ने लगभग 50 अरब डॉलर खर्च किए थे. यही कारण है किल साल 2016 में शुरुआत के तीन सालों के भीतर मुफ्त कॉल और सस्ते डेटा की पेशकश करके भारत का नंबर 1 वायरलेस प्रोवाइडर बन गया. फिर, 2020 में महामारी लॉकडाउन के कुछ महीनों में, अंबानी ने अपने डिजिटल उपक्रमों के लिए सिलिकॉन वैली दिग्गज, मेटा प्लेटफॉर्म इंक और Google सहित कई निवेशकों से 20 अरब डॉलर से अधिक जुटाए.
क्लीन एनर्जी पर अंबानी का फोकस तब आया जब उन्होंने पिछले साल का अधिकतर समय अपने साम्राज्य का बंटवारा अपने बच्चों में करने में बिताया. मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश दूरसंचार व्यवसाय की कमान संभालेंगे, बेटी ईशा खुदरा कारोबार संभाल रही हैं. छोटे बेटे अनंत नवीन ऊर्जा कारोबार की जिम्मेदारी संभालेंगे.
धीरूभाई अंबानी की जयंती पर मनाए जाने वाले रिलायंस फैमेली डे के अवसर पर मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘आकाश की अध्यक्षता में जियो भारतभर में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ 5जी नेटवर्क शुरू कर रहा है और जिस रफ्तार से इस सेवा की शुरुआत की जा रही है वह दुनियाभर में सबसे तेज है.’’ उन्होंने यह भी बताया कि जियो 5जी की सेवा 2023 में पूरी तरह से शुरू हो जाएगी.
उद्योगपति ने कहा कि ईशा के नेतृत्व में खुदरा व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ा है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा खुदरा व्यवसाय, सभी श्रेणी के उत्पादों में, भारत में बहुत ही व्यापक और गहरी पहुंच वाले कारोबार में रूप में उभरा है.’’
नवीन ऊर्जा व्यवसाय के बारे में अंबानी ने कहा, ‘‘रिलायंस का सबसे नया स्टार्टअप कारोबार है नवीन ऊर्जा जिसमें न केवल कंपनी या देश बल्कि पूरी दुनिया को बदलने की ताकत है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अनंत इस आगामी एवं अगली पीढ़ी के व्यवसाय से जुड़ रहे हैं और इसके साथ ही हमने जामनगर में अपने गीगा कारखानों को तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है.’’
उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा और मूल्यवान कॉरपोरेट समूह रिलायंस भारत का सबसे ‘हरित’ कॉरपोरेट समूह भी बनने जा रहा है.
मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘हमारी नवीन ऊर्जा टीम के लक्ष्य बिलकुल स्पष्ट हैं. भारत की निर्भरता आयात पर कम करके ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और सुरक्षा हासिल करना है. याद रहे, ऐसा आप मुस्तैद और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आगे रहते हुए ही कर सकते हैं.’’
Edited by Vishal Jaiswal