RBI अक्टूबर तक इंटरबैंक ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल रुपी पायलट लॉन्च कर सकता है: रिपोर्ट
आरबीआई ने होलसेल CBDC के लिए अपने पायलट प्रोजेक्ट के लिए नौ बैंकों - भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस अक्टूबर तक इंटरबैंक उधार या कॉल मनी मार्केट के लिए लेनदेन के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) का पायलट लॉन्च कर सकता है. सेंट्रल बैंक के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार चौधरी ने रविवार को ये बात कही है.
चौधरी ने यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर कहा, "आरबीआई इस महीने या अगले महीने कॉल बाजार में होलसेल CBDC पेश करेगा."
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर 2022 में, डिजिटल रुपी-होलसेल (e-W) के रूप में जाने जाने वाले होलसेल CBDC का पायलट लॉन्च किया गया था, जिसका उपयोग सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन के निपटान तक सीमित था.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2022-23 में CBDC की शुरुआत की घोषणा की और वित्त विधेयक 2022 के पारित होने के साथ आरबीआई अधिनियम, 1934 की संबंधित धारा में आवश्यक संशोधन किए गए.
आरबीआई ने होलसेल CBDC के लिए अपने पायलट प्रोजेक्ट के लिए नौ बैंकों - भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना.
इसके अलावा, केंद्रीय बैंक ने 1 दिसंबर, 2022 को CBDC (e-R) के रिटेल संस्करण में एक पायलट पहले ही शुरू कर दिया है. e-R एक डिजिटल टोकन के रूप में है जो कानूनी निविदा का प्रतिनिधित्व करता है.
इसे कागजी मुद्रा और सिक्कों के समान मूल्यवर्ग में जारी किया जा रहा है. इसे बैंकों जैसे वित्तीय मध्यस्थों के माध्यम से वितरित किया जा रहा है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उपयोगकर्ता भाग लेने वाले बैंकों द्वारा पेश किए गए डिजिटल वॉलेट के माध्यम से e-R के साथ लेनदेन कर सकते हैं.
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान RBI प्रदर्शनी मंडप में वित्तीय क्षेत्र में विभिन्न डिजिटल पहलों का प्रदर्शन कर रहा है. इनमें फ्रिक्शनलेस क्रेडिट के लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म (पीटीपी), सीबीडीसी, यूपीआई वन वर्ल्ड, रुपे ऑन-द-गो और भारत बिल भुगतान प्रणाली शामिल हैं.
Edited by रविकांत पारीक