इटली की खिलौना बनाने वाली कंपनी में रिलायंस खरीदेगी 40 फीसदी हिस्सेदारी
ब्रिटेन की जानी-मानी टॉय कंपनी हैमलीज के बाद अब रिलायंस ने इटली की खिलौना बनाने वाली कंपनी प्लास्टिक लेग्नो एसपीए के साथ बड़ा करार किया है और भारत में उसकी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है.
खिलौनों के बाजार में यह रिलायंस की दूसरा बड़ा कदम है. 2019 में ब्रिटेन के टॉय ब्रांड हैमलीज के बाद अब रिलायंस ब्रांड्स लिमिटेड (RBL) ने इटली की खिलौना बनाने वाली कंपनी प्लास्टिक लेग्नो एसपीए (Plastic Legno SPA) के साथ एक ज्वाइंट वेंचर के लिए करार किया है. रिलायंस भारत में प्लास्टिक लेग्नो एसपीए की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी. हालांकि इस बात का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है कि दोनों कंपनियों के बीच यह डील कितने में हुई है.
दोनों कंपनियों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी है और उम्मीद की है कि यह सौदा दोनों कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगा. इससे प्लास्टिक लेग्नो एसपीए को भारत में अपना कारोबार बढ़ाने में और मदद मिलेगी. साथ ही रिलायंस की खिलौना बाजार में हिस्सेदारी और पकड़ और मजबूत होगी.
हालांकि यह पहली टॉय कंपनी नहीं है, जिसमें मुकेश अंबानी ने अपना हाथ रखा है. इसके पहले 2019 में उन्होंने ब्रिटेन के सबसे बड़े खिलौने के ब्रांड्स में से एक हैमलीज ग्लोबल होल्डिंग्स लिमिटेड को 6.79 करोड़ पाउंड यानि तकरीबन 620 करोड़ रु. में खरीदा था. हैमलीज दुनिया की जानी-मानी खिलौना कंपनियों में से एक है. दुनिया के 18 देशों में इसके 167 स्टोर हैं. भारत में रिलायंस हैमलीज की फ्रेंचाइजी पार्टनर है. रिलांयस के साथ करार के बाद भारत में हैमलीज के बिजनेस में आश्चर्यजनक ढंग से इजाफा हुआ है.
प्लास्टिक लेग्नो एसपीए का हेडऑफिस इटली के कास्तेलामॉन्ते, टॉरिनो में है. प्लास्टिक लेग्नो एसपीए कॉरपोरेट फैमिली में 14 कंपनियां हैं, जो मुख्य रूप से प्लास्टिक प्रोडक्ट मैन्यूफैक्चरिंग का काम करती हैं. लेग्नो एसपीए की मालिक कंपनी सुनिनो है, जो पिछले 25 सालों से यूरोप के विभिन्न देशों में प्लास्टिक के खिलौने बनाने और उनकी मार्केटिंग का काम कर रही है.
इन दोनों कंपनियों के साथ आने की एक खास वजह है. जहां प्लास्टिक लेग्नो एसपीए के पास क्वालिटी प्रोडक्शन का लंबा अनुभव है, वहीं रीटेल में रिलायंस का मुकाबला कोई नहीं कर सकता. हैमलीज भी इतनी बड़ी कंपनी है, लेकिन भारत में रिलायंस के मजबूत नेटवर्क और ब्रांड वैल्यू की मदद के साथ ही वह अपना कारोबार इस स्तर तक फैलाने में कामयाब रही. दोनों कंपनियों को वही चमत्कार यहां भी होने की उम्मीद है. यह पहली बार है कि किसी इटैलियन प्लास्टिक मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी भारत की किसी कंपनी के साथ करार कर रही है.
सुनिनो समूह के सह मालिक पाओलो सुनिनो इस जॉइंट वेंचर को लेकर काफी उत्साहित हैं. लेग्नो एसपीए ने 2009 में भारत में अपना कारोबार शुरू किया था. मकसद था भारत को एक मजबूत प्रोडक्शन यूनिट के तौर पर विकसित करना. अब तक लेग्नो एसपीए अकेले ही यह काम कर रही थी. अब रिलायंस के साथ आने से प्रोडक्शन से लेकर मार्केटिंग तक में काफी तेजी आएगी.
Edited by Manisha Pandey