भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में 11 महीने के निचले स्तर 4.83% पर आई
ग्रामीण और शहरी के लिए मुद्रास्फीति दर क्रमशः 5.43% और 4.11% है.
भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में मामूली रूप से कम होकर वार्षिक आधार पर 11 महीने के निचले स्तर 4.83 प्रतिशत पर पहुंच गई. पिछले महीने में यह 4.85 प्रतिशत थी. सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों से ये बात पता चली है. ग्रामीण और शहरी के लिए मुद्रास्फीति दर क्रमशः 5.43% और 4.11% है.
44 अर्थशास्त्रियों के एक रॉयटर्स सर्वे में अनुमान लगाया गया था कि यह संख्या घटकर 4.80 प्रतिशत हो जाएगी.
यह संख्या भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2-6 प्रतिशत के सहनशीलता बैंड के भीतर बनी हुई है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य टोकरी में मुद्रास्फीति अप्रैल में 8.7 प्रतिशत बढ़ी, जो मार्च में 8.52 प्रतिशत थी.
क्रमिक रूप से अप्रैल में महंगाई दर 0.48 फीसदी रही.
भारत की सब्जी मुद्रास्फीति सालाना आधार पर 27.80 प्रतिशत रही, जो मार्च में 28.30 प्रतिशत थी. इस बीच, अनाज और दालों की मुद्रास्फीति दर, जो भारत के मुख्य आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, क्रमशः 8.63 प्रतिशत और 16.84 प्रतिशत पर आ गई.
अप्रैल में ईंधन और प्रकाश मुद्रास्फीति दर में (-)4.24 प्रतिशत की गिरावट देखी गई.
आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, "शीर्ष पांच समूहों में, 'कपड़े और जूते', 'आवास' और 'ईंधन और प्रकाश' समूहों पर साल-दर-साल मुद्रास्फीति में पिछले महीने से कमी आई है."
कपड़े और जूते तथा आवास क्षेत्र के लिए मुद्रास्फीति दर क्रमशः 2.85 प्रतिशत और 2.68 प्रतिशत रही.