The ePlane का मार्च 2025 तक इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी प्रोटोटाइप तैयार करने का लक्ष्य
The ePlane Company के फाउंडर और सीईओ सत्या चक्रवर्ती ने घोषणा की कि कंपनी एक eVTOL एयरक्राफ्ट तैयार करने की प्रक्रिया में है. प्रारंभ में, तीन या चार सीटों वाला एयरक्राफ्ट बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसे जरूरत पड़ने पर एयर एम्बुलेंस में तब्दील किया जा सके.
चेन्नई स्थित स्टार्टअप
को अगले साल मार्च तक उड़ने वाली इलेक्ट्रिक टैक्सी का प्रमाणित प्रोटोटाइप तैयार करने की उम्मीद है क्योंकि यह शहरी भीड़भाड़ को कम करने के तरीकों पर काम कर रहा है.जैसा कि एक सीनियर एग्जीक्यूटिव ने बताया, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), मद्रास में स्थापित, स्टार्टअप का इरादा आने वाले महीनों में व्यावसायिक उपयोग के लिए 2 से 6 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने में सक्षम अपने ड्रोन को लॉन्च करने का भी है.
The ePlane Company के फाउंडर और सीईओ सत्या चक्रवर्ती ने घोषणा की कि कंपनी एक eVTOL (electric Vertical Takeoff and Landing) एयरक्राफ्ट तैयार करने की प्रक्रिया में है. प्रारंभ में, तीन या चार सीटों वाला एयरक्राफ्ट बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसे जरूरत पड़ने पर एयर एम्बुलेंस में तब्दील किया जा सके.
चक्रवर्ती ने पीटीआई-भाषा को बताया, "अगले साल मार्च तक हमें पहला प्रमाणित प्रोटोटाइप विकसित करने की उम्मीद है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से प्रमाणन प्राप्त करने में कुछ और साल लगेंगे."
स्टार्टअप की वेबसाइट के अनुसार, एक ई-प्लेन को उस स्थान तक पहुंचने में केवल 14 मिनट लगेंगे जहां निजी वाहन से 60 मिनट लगेंगे. कंपनी का दृष्टिकोण eVTOLs के साथ शहरी स्थानों में भीड़भाड़ को कम करना है.
इसके अलावा, The ePlane Company ड्रोन तैयार कर रही है, जिसका आने वाले महीनों में व्यावसायीकरण होने की उम्मीद है.
प्रारंभ में, इसकी योजना एक बुनियादी श्रेणी और फिर ड्रोन की एक उन्नत श्रेणी लाने की है.
चक्रवर्ती ने कहा कि ड्रोन के दोनों सेट- 2-6 किलोग्राम पेलोड और 50 किलोग्राम तक पेलोड- 40-60 किलोमीटर तक उड़ान भरने में सक्षम होंगे.
इस बीच, InterGlobe Enterprises, अमेरिका स्थित Archer Aviation के साथ, 2026 तक भारत में एक ऑल-इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है. यह सेवा राष्ट्रीय राजधानी में कनॉट प्लेस से हरियाणा के गुरुग्राम तक महज 7 मिनट में यात्रियों को ले जाने के लिए तैयार है.
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज इस पहल का नेतृत्व कर रही है.