डिजिटल निवेश का विकास: पांच प्रमुख रुझान
भारत में ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने लोगों के लिए स्टॉक, एसआईपी, म्यूचुअल फंड, एफएंडओ और आईपीओ में निवेश को आसान और अधिक किफायती बनाकर डिजिटल निवेश का लोकतंत्रीकरण किया है.
हमारे जीवन में डिजिटल टेक्नोलॉजी के बढ़ते दखल के साथ अब वित्तीय बाजारों में निवेश करना ज्यादा आसान हो गया है. आज एक औसत व्यक्ति के लिए निवेश करना पहले की तुलना में काफी सुगम हो गया है. स्मार्टफोन, लैपटॉप और इंटरनेट तक पहुंच रखने वाला कोई भी व्यक्ति आसानी से निवेश शुरू कर सकता है और अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए अपनी जरूरत और क्षमता के मुताबिक पोर्टफोलियो बना सकता है. यह भारत के विकसित हो रहे फिनटेक लैंडस्केप और
, बाय फिनवेशिया, , जैसे कई दूसरे डिस्काउंट-ब्रोकिंग प्लेटफार्मों के उद्भव से संभव हुआ है.भारत में ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने लोगों के लिए स्टॉक, एसआईपी, म्यूचुअल फंड, एफएंडओ और आईपीओ में निवेश को आसान और अधिक किफायती बनाकर डिजिटल निवेश का लोकतंत्रीकरण किया है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग का तेजी से विकास
2023 में भारत में ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते तेजी से बढ़े हैं. इसका श्रेय कई कारकों को दिया जा सकता है, जिनमें स्मार्टफोन और इंटरनेट तक पहुंच का बढ़ना, शेयर बाजार और निधि निर्माण के अवसरों के बारे में बढ़ती जागरूकता और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के ऑनलाइन इस्तेमाल में आसानी शामिल हैं.
माइक्रो-निवेश का उदय
एक नए प्रकार का निवेश जो लोगों को समय के साथ छोटी मात्रा में पैसा निवेश करने की अनुमति देता है उसको माइक्रो-निवेश कहते हैं. ये ज्यादा लोगों के लिए शेयर बाजार में भाग लेना संभव बनाता है, भले ही उनके पास निवेश करने के लिए बहुत ज्यादा पैसा न हो. इसके अलावा, शून्य बाय फिनवेशिया जैसे प्लेटफार्म्स में एक शून्य-कमीशन मॉडल है, जो निवेश को किफायती बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की लागतों और शुल्कों को खत्म कर देता है.
थीमेटिक निवेश की बढ़ती लोकप्रियता
थीमेटिक निवेश का मतलब एक ऐसे निवेश से है जो विशिष्ट थीमों पर केंद्रित होता है. इनमें हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी या क्लीन एनर्जी जैसी इंडस्ट्री शामिल हो सकती हैं. थीमेटिक निवेश काफी ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि यह निवेशकों को दीर्घकालिक रुझानों का लाभ उठाने की सहूलियत देता है.
AI और ML का बढ़ता इस्तेमाल
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का इंडस्ट्रीज पर सबसे गहरा प्रभाव पड़ा है. फाइनेंस की दुनिया भी इनके प्रभाव से अछूती नहीं है. एआई और एमएल का इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए नई सुविधाओं और उपकरणों को विकसित करने के लिए किया जा रहा है. जैसे शून्य बाय फिनवेशिया निवेशकों के अनुभव को बेहतर करने के लिए एआई-आधारित तकनीक को शामिल करने वाले पहले प्लेटफार्मों में से एक है. ये तकनीकें निवेशकों को जानकारी आधारित निर्णय लेने में मदद कर रही हैं जिससे ट्रेडिंग के प्रदर्शन में सुधार होता है.
साइबर सुरक्षा पर ज्यादा फोकस
तेजी से डिजिटल तरीके से जुड़ी दुनिया में साइबर सुरक्षा ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के लिए एक बड़ी चिंता के रूप में उभरा है. 2024 में, ऐसे प्लेटफ़ॉर्म साइबर सुरक्षा टेक्नोलॉजी और सोल्यूशन में अपना निवेश बढ़ाते हुए नजर आयेंगे.
निष्कर्ष
ऑनलाइन ट्रेडिंग अपनी निधि को बढ़ाने और व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने के लिए नए अवसर पेश करती है, इसलिए ट्रेडर्स और निवेशकों के लिए एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनना, निवेश करने से पहले शोध करना, जोखिमों को प्रभावी ढंग से कम करने के लिए पोर्टफोलियो में विविधता लाना और लंबे समय के लिए निवेश करना अनिवार्य है. इन रुझानों पर नज़र रखकर और एक स्पष्ट रणनीति पर फोकस करके, निवेशक शेयर बाजार में अपनी सफलता की संभावना बढ़ा सकते हैं.
(लेखक ‘Finvasia’ के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. आलेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं. YourStory का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है.)
Edited by रविकांत पारीक