इस टीचर ने छात्रों के मन से भगाया मैथ का डर, राष्ट्रीय पुरस्कार से हो चुके हैं सम्मानित
क्लासेज लेने के अलावा, गर्ग ने अपने छात्रों के लिए गणित को एक मजेदार विषय बनाने के लिए अपने स्कूल परिसर के अंदर एक्टिविटीज पर आधारित सीखने के कई मॉडल विकसित किए हैं. रोमन अंक सिखाने के लिए रोमन व्हील, वैदिक गुणन के लिए वेदिमा, 3डी मैथ्स मैन.
पिछले साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन देशभर के 46 चुनिंदा शिक्षकों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसमें पंजाब के मनसा जिले के दातेवास में स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल अरुण कुमार गर्ग भी शामिल थे.
गर्ग मैथ पढ़ाते हैं लेकिन वह मैथ पढ़ाने वाले कोई आम टीचर नहीं हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान जब स्कूल बंद हो गए थे तब उन्होंने अपने छात्रों गणित पढ़ाने के लिए ऑनलाइन का रुख किया था.
अपने छात्रों को गणित पढ़ाने और उनके प्रश्नों को हल करने के लिए उन्होंने एक YouTube चैनल 'अभ्यास बाय अरुण सर' (Abhyaas by Arun sir) शुरू किया. बाद में इस चैनल से अन्य छात्र भी जुड़ने लगे. चैनल से वर्तमान में 11 हजार से अधिक यूजर्स जुड़े हैं.
छात्रों के लिए गणित को आसान बनाने के लिए उन्होंने यूट्यूब के अलावा डीडी पंजाबी (DD Punjabi), एनसीईआरटी के स्वयम (Swayam) और ई-विद्या (e-Vidya) चैनलों पर भी कोविड के दौरान 163 क्लासेज लिए. ग्रामीण छात्रों की सुविधा के लिए वह अपने सभी लेक्चर पंजाबी में देते हैं.
क्लासेज लेने के अलावा, गर्ग ने अपने छात्रों के लिए गणित को एक मजेदार विषय बनाने के लिए अपने स्कूल परिसर के अंदर एक्टिविटीज पर आधारित सीखने के कई मॉडल विकसित किए हैं. रोमन अंक सिखाने के लिए रोमन व्हील, वैदिक गुणन के लिए वेदिमा, 3डी मैथ्स मैन.
"अब अरुण के साथ गणित आसान है उनके YouTube चैनल की टैगलाइन है, जिस पर उन्होंने अब तक 500 से अधिक वीडियो लेक्चर अपलोड किए हैं.
मैथ में M.Sc. करने वाले और नवंबर 2019 में PPSC PES परीक्षा में टॉप करने वाले गर्ग ने कहा, "मेरा एकमात्र मकसद यह सुनिश्चित करना है कि छात्र गणित से न डरें."
गर्ग PSEB और CBSE पाठ्यक्रम की कई पुस्तकों के लेखक भी हैं. पहल नामक उनकी नई पहल के तहत, ग्रामीण छात्राओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है और विज्ञान स्ट्रीम को आगे बढ़ाने में सहायता प्रदान की जा रही है.
छात्रों को कविताओं के माध्यम से गणित के फॉर्मूले सिखाते हुए, गर्ग ने दिसंबर 2006 में पढ़ाना शुरू किया था और वर्तमान में बोर्ड कक्षा 10 और 12 को गणित पढ़ाते हैं. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2022 के साथ-साथ गर्ग राज्य स्तर पर कई टीचिंग पुरस्कार जीत चुके हैं.