YearEnder 2022: पैसों की तंगी से जूझ रहे स्टार्टअप्स ने इस साल करीब 18,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
एडटेक, कंज्यूमर सर्विसेज, ई-कॉमर्स, हेल्थ टेक, लॉजिस्टिक्स, फिनटेक, एंटरप्राइज टेक, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, एग्री-टेक और क्लीनटेक सेक्टर्स में काम कर रहे 52 स्टार्टअप्स ने लगभग 17,989 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
एक्जीक्यूटिव सर्च फर्म लॉन्गहाउस कंसल्टिंग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अब तक चल रही 'फंडिंग विंटर' और नए युग की इंटरनेट कंपनियों के सामने आने वाली व्यावसायिक चुनौतियों के कारण लगभग 18,000 लोगों की नौकरी चली गई है. कंपनी ने यह डेटा ईटी के साथ शेयर किया था.
एडटेक, कंज्यूमर सर्विसेज, ई-कॉमर्स, हेल्थ टेक, लॉजिस्टिक्स, फिनटेक, एंटरप्राइज टेक, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, एग्री-टेक और क्लीनटेक सेक्टर्स में काम कर रहे 52 स्टार्टअप्स ने लगभग 17,989 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
इसमें से लगभग 44% छंटनी 15 एडटेक कंपनियों में हुई. इनके नाम हैं —
, , , Byju’s के स्वामित्व वाले और , , , , , , , , , और ..लॉन्गहाउस ने डेटा की समीक्षा की और एडटेक को छंटनी की संख्या में सबसे अधिक रैंकिंग वाले सेक्टर के रूप में आंका.
Longhouse Consulting के मैनेजिंग पार्टनर अंशुमान दास ने बताया, “एडटेक खिलाड़ियों ने सोचा कि कोविड-19 के खत्म होने के साथ सब कुछ डिजिटल होता रहेगा. उन्होंने फिजिकल सेंटर्स को कम करके आंका. दूसरा, वे लर्निंग एक्सपीरियंस की प्रॉब्लम को सही मायनों में हल नहीं कर पाए. तीसरा, उन्होंने फिजिकल एजुकेशन कहे जाने वाले मिक्स्ड प्रोडक्ट्स को करने के लिए बुद्धिमानी से पैसे का इस्तेमाल नहीं किया.“
दास ने आगे कहा, "एडटेक कंपनियों ने डिजिटल पर ओवर-इंडेक्स किया, ओवर-हायर किया, और छात्रों के साथ ठोस और लंबे समय तक चलने वाले जुड़ाव बनाने के लिए सही प्रोडक्ट्स नहीं बनाए. इसलिए, उन्हें कर्मचारियों को हटाना पड़ा."
हालांकि, कुछ कर्मचारियों की छंटनी सफाई प्रक्रिया का हिस्सा थी, उन्होंने कहा.
उन्होंने कहा, "कंज्यूमर्स फिजिकल वर्ल्ड में वापस जा रहे हैं. फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियां, जबकि ऑफ़लाइन बिजनेस हासिल करने के लिए बहुत अधिक सही स्थिति में नहीं थीं. कंपनी ने ओवर-हायरिंग नहीं की. क्योंकि कारोबार ठीक-ठाक चल रहा था."
साल की शुरुआत में, अधिकांश छंटनी नॉन-टेक भूमिकाओं जैसे ऑपरेशंस, एकेडमिक और सेल्स में हुई थी. दास ने कहा, लेकिन बाद में स्विगी और ओला जैसे स्टार्टअप्स ने बहुत से टेक कर्मचारियों को भी बाहर का रास्ता दिखाया.
डेटासेट के अनुसार, सॉफ्टबैंक समर्थित ओला ने 2022 में 2,300 संविदा कर्मचारियों को निकाल दिया. इस मामले से वाकिफ एक शख्स ने ईटी को बताया कि इनमें से ज्यादातर बेंगलुरु की कंपनी के कॉल सेंटर डिपार्टमेंट के थे.
जुलाई में आई एक रिपोर्ट में ओला करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी में थी, जबकि उसने अपने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस के लिए हायरिंग बढ़ा दी थी.
, , Clear (पहले ), , Hotels & Homes जैसे स्टार्टअप और अन्य ने 2022 के दौरान अपनी पूरी वर्कफोर्स का एक हिस्सा निकाल दिया.
इनमें से कई फर्मों ने नई फंडिंग जुटाने के कुछ महीनों के भीतर टीमों में कटौती की क्योंकि उन्हें एहसास हुआ कि फंडिंग कम होने लगी है.
ईटी ने 27 दिसंबर को अपने स्टेट ऑफ स्टार्टअप्स सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि 65% से अधिक स्टार्टअप इंडस्ट्री के प्रतिभागियों ने कहा कि वे अभी भी 2023 में नकदी बचाने के लिए नौकरी में छंटनी का विकल्प चुनेंगे.
Edited by रविकांत पारीक