ट्यूशन से कमाए 3 लाख रु.से शुरू किया 'फिटवर्कस', अबतक 500 महिलाओं को दी ट्रेनिंग
बाइस साल की उम्र में नींव रखी फिटवर्कस की...
दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में रखी नीव फिटनेस सेंटर की...
महिलाओं को सेहत के प्रति जागरूक कर रही हैं आशिमा गुप्ता...
अब तक पांच सौ महिलाओं को दे चुकी हैं ट्रेनिंग...
कहा जाता है कि यदि आपके पास धन है तो आप अमीर हैं लेकिन यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो आप खुशनसीब हैं। और आज के समय में जहां हम मिलावट और प्रदूषण के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं ऐसी स्थिति में तो पैसा कमाना आसान और स्वस्थ रहना ज्यादा मुश्किल काम होता जा रहा है। आज इंसान का ध्यान पैसे कमाने में इतना अधिक है कि वह अपने शरीर को अनदेखा करता जा रहा है। ऑफिस के काम इंसान की प्राथमिकता हैं लेकिन वह अपने शरीर से जुड़ी चिंताओं को प्राथमिकता नहीं दे पा रहा है। कई मामलों में यह उसकी मजबूरी बनती जा रही है तो कई मामलों में यह इंसान का खुद के प्रति आलस्य है।
आज अधिकांश लोग प्राइवेट जॉब में हैं। जहां काम करने का शेड्यूल फिक्स नहीं होता। कई बार नाइट शिफ्ट भी करनी होती है। साथ ही काम करने के घंटे भी फिक्स नहीं होते इस प्रकार के वर्क कल्चर का सीधा विपरीत असर सेहत पर पड़ता है। इंसान अधिक थकावट महसूस करने लगता है और मौसम के बदलने के साथ ही उसकी तबीयत भी बिगडऩे लगती है। ऐसे में जरूरी है कि आप चाहे कितने ही व्यस्त हों अपनी सेहत का ख्याल अवश्य रखें। कुछ समय अपने लिए जरूर निकालें और अपनी फिटनेस पर ध्यान दें।
बढ़ते प्रदूषण और मिलावट के माहौल में जरूरी है कि लोगों को सेहत के प्रति जागरूक किया जाए और उन्हें फिट रहने के लिए जरूरी सुधाव दिए जाएं। इसी काम में लगी हैं दिल्ली की एक युवा उद्यमी आशिमा गुप्ता। आशिमा पिछले तीन सालों से ग्रेटर कैलाश में महिलाओं के लिए फिटनेस स्टूडियो 'फिटवर्कस’ चला रही हैं। उनके यहां आने वालों में जहां नौ वर्ष की बच्चियां भी शामिल हैं तो वहीं 54-55 साल की महिलाएं भी आती हैं। आशिमा का यह सफर तीन साल पहले दो महिलाओं की फिटनेस ट्रेनिंग से शुरु हुआ था और आज उनके फिटनेस स्टूडियो 'फिटवर्कस’ से लगभग सौ महिलाएं जुड़ी हैं।
आशिमा की उम्र मात्र 25 वर्ष है और उन्होंने अपने स्टूडियो की शुरूआत आज से तीन साल पहले की थी जब वे बाइस साल की थीं। शुरूआत से ही आशिमा को फिट रहना काफी पसंद था। उनकी नृत्य की शिक्षा 5 वर्ष की उम्र से ही शुरू हो गई थी उन्होंने कथक, भरतनाट्यम व अन्य डांस फार्म की भी शिक्षा प्राप्त की है। फिटनेस एक ऐसी चीज थी जिसने आशिमा को हमेशा आकर्षित किया स्कूल के बाद जब उनका इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला हुआ तो उन्होंने कई अकादमी ज्वाइंन की, जहां से उन्होंने फिटनेस ट्रेनिंग ली और फिटनेस की नई-नई तकनीकों को बारीकी से समझा। इंजीनियरिंग के बाद उनके परिवार और मित्रों ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया कि वे फिटनेस के क्षेत्र में ही कुछ काम करें। आशिमा भी ऐसा ही कुछ चाहती थी इस दौरान उन्हें कई अच्छी कंपनियों से नौकरी के ऑफर आए लेकिन उन्होंने कहीं ज्वाइन नहीं किया और इसी दिशा में काम करने का मन बना लिया। आशिमा बताती हैं कि वे काफी पहले से ट्यूशन्स दे रहीं थीं जिस कारण उनकी अच्छी खासी सेविंग्स हो गई थी। और फिर अक्टूबर 2012 में उन्होंने खुद अपने ही पैसों से ग्रेटर कैलाश में एक फिटनेस स्टूडियो खोल दिया। इस पूरे काम में उनके लगभग 3 लाख रुपये खर्च हुए और उन्होंने महिलाओं को ट्रेनिंग देनी शुरू की। शुरूआत में उनके पास केवल दो महिलाएं आती थीं लेकिन वे अपने काम में लगी रहीं लगभग एक साल उन्हें फिटनेस स्टूडियो चलाने में काफी दिक्कतें आईं। जैसे उनके फिटनेस स्टूडियो में केवल दो महिलाएं ही आती थीं ऐसे में स्टूडियो का खर्च चलाना, तमाम तरह के बिल पे करना, स्टूडियो का किराया देना आदि। लेकिन आशिमा ने हिम्मत नहीं हारी, वे खुद ही अपने फिटनेस स्टूडियो की मार्केटिंग भी करतीं और महिलाओं को फिटनेस के लिए जागरूक भी करतीं। वे अकेली थीं इसलिए कई घंटों तक अकेले ही ट्रेनिंग देती थीं। लेकिन फिर धीरे-धीरे उनके पास ज्यादा महिलाएं आने लगीं और एक समय तो यह स्थिति हो गई कि महिलाएं ज्यादा और स्टूडियो छोटा पड़ गया। फिर आशिमा ने ग्रेटर कैलाश में ही एक बड़ी जगह किराए पर ली और वहां से फिटनेस स्टूडियो ऑपरेट करना शुरु किया। आज आशिमा के पास लगभग सौ नियमित क्लाइंट्स हैं। वे अभी तक 500 से ज्यादा महिलाओं को ट्रेनिंग दे चुकी हैं। आशिमा के अलावा अब उनके स्टूडियो में चार अन्य फिटनेस ट्रेनर भी हैं। 'फिटवर्कस' में एरोबिक्स,योगा, किक बॉक्सिंग व अन्य फिटनेस एक्टिविटीज करवाई जाती हैं और सेहत के प्रति जागरूक रहने की सलाह भी दी जाती है।
आशिमा बताती हैं कि अभी उनका सेंटर केवल महिलाओं के लिए है लेकिन भविष्य में वे महिला और पुरुष दोनों के लिए एक सेंटर खोलना चाहती हैं जहां हर तरह की फिटनेस ट्रेनिंग हो जैसे - वेट ट्रनिंग, ऐरोबिक्स, योगा, हर तरह की हेल्थ एक्सरसाइज आदि।