देश में 3D प्रिंटिंग के अगुवा, "REALiz3D"
असीमित संभावनाओं और नवाचार वाला है त्रिआयामी छपाई का काम
पश्चिम की तुलना में त्रिआयामी छपाई का काम भारत में अभी आरम्भिक अवस्था में है. और हाल के कुछ विकास और जानकारी के कारण भारत में भी त्रिआयामी छपाई का काम निकट भविष्य में ही प्रस्फुटित और कामयाब हो सकता है. त्रिआयामी छपाई का काम असीमित संभावनाओं और नवाचार वाला है. एक उपयोगकर्ता जो भी उसके विचार में आये उसका डिजाइन करके अपने व्यक्तिगत या व्यावसायिक उपयोग के लिए कुछ भी प्रिंट कर सकता है. "REALiz3D" त्रिआयामी छपाई की एक सेवा प्रदाता कंपनी है. भारत में यह इस क्षेत्र में जल्दी शुरुआत करने वाली कंपनी है. वर्तमान में "REALiz3D" आर्किटेक्ट, इंजीनियर, डिजायनर और चिकित्सीय पेशे से जुड़े लोगों को व्यवसायिक गुणवत्ता के त्रिआयामी मॉडल मुहैय्या कराती है.
"REALiz3D" प्रारम्भ कैसे हुई?
"REALiz3D" के संस्थापक प्रजनय आर बोड़ेपल्लि ने महसूस किया कि एसएमई/स्टार्टअप को/वास्तु स्टूडियो/डिजाइन स्टूडियो आदि में प्रोटोटाइप की अभी भी कमी है. कुछ औद्योगिक ग्रेड आपूर्तिकर्ता तो थे, लेकिन वे दुर्गम और बहुत महंगे दोनों थे. वह अपनी पहली मशीन को बड़े पैमाने पर लाने के निर्णय से पहले उन्होंने बहुत से डिजाइनरों और वास्तुकारों से बड़े पैमाने पर बात की.उन्होंने देखा कि 3D डिजायन एवं प्रिंटिंग के लिए लोगों की मदद के लिए एक अधिक लचीला और सहायक तंत्र आवश्यक था.अपने कॉलेज के दिनों से ही वो एक अच्छे एक प्रर्वतक और निर्माता रहे थे. अपने कॉलेज के दिनों में उन्होंने एक 8 सदस्यी टीम का नेतृत्व किया था. इस टीम ने एक सुपर माइलेज कार का डिजायन और निर्माण कर के सन 2010 में मलेशिया में शैल इको-मैराथन रेस में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. उसके बाद उन्होंने इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में विस्कोंसिन विश्वविद्यालय, मेडिसन से मास्टर्स की डिग्री हासिल की. 3D प्रिंटिंग एवं प्रोटोटाइप उनका मूल विषय है क्योंकि इसी में उन्हें महारत भी हासिल है.
इस तकनीकी पृष्ठभूमि के साथ उन्होँने अपने कौशल को मिलाकर इस क्षेत्र में बढ़त ले लेने की सोची. उन्होँने ने अमेरिका से एक प्रिंटर लाकार उपरोक्त लोगों को सेवा देने का निश्चय किया.
वर्तमान में इनकी दो सदस्यीय कोर टीम है. प्रजनय इसके संस्थापक और अतिन अंगरीश इसके डिजायन प्रमुख हैं. अतिन BITS पिलानी से मेकेनिकल इंजीनियर है और उन्हें त्रिआयामी प्रिंटिंग की सैद्धांतिक जानकारी है. अभी ये लोग एक पूर्ण-कालिक प्रोडक्ट डिजायनर की तलाश में हैं.
समय की पाबन्दी, गति और गुणवत्ता "REALiz3D" की खासियत है. मात्र एक साल में इन्होने एक प्रिंटर से कई प्रिंटर और एक खूबसूरत ऑफिस तक विस्तार कर लिया है. साथ ही इनका ग्राहक आधार भी बढ़ रहा है. समय की कीमत को लेकर उनका मानना है कि कोई आपके ऑफिस में यदि सुबह को विचार या डिजायन लेकर आये तो शाम तक उसे उसका मॉडल मिल जाना चाहिए.
भारत तथा अमेरिका में त्रिआयामी छपाई का परिदृश्य:
"अन्य मामलों जैसा ही भारत में त्रिआयामी छपाई से सम्बंधित सुविधाएं अमेरिका यहाँ तक कि चीन से भी बहुत पीछे है. बंगलौर में ज्यादातर लोग ऐसी मशीने बनाते है जिनसे व्यवसायिक गुणवत्ता के उत्पाद नहीं छापे जा सकते हैं.ये ज्यादातर शौकिया लोगों के लिए होते हैं. यह मै सेवा देने के दृष्टिकोण से कह रहा हूँ. तो
इस मामले में अभी बहुत कुछ किये जाने कि जरूरत है." प्रजनय कहते हैं.
उन्हें लगता है कि हमें मेकर स्पेस और फैबलैब की अवधारणा पर फोकस करना चाहिए. क्योंकि भारत औधोगिक, अन्तर्सज्जा और फैशन डिजायन के क्षेत्र में अग्रणी है. लेकिन डिजायन एक्सक्यूशन के क्षेत्र में हम बहुत पीछे हैं. लेकिन व्यापक अर्थ में इन क्षेत्रों में भी भारत धीरे धीरे आगे बढ़ रहा है.
"REALiz3D " के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपना बाजार बनाना है. इसमें बहुत संभावनाएं है, लेकिन लोगों को त्रिआयामी छपाई के विषय में जानकारी पहुँचाने की आवश्यकता है. वो कहते हैं तस्वीरें बहुत कुछ कह जाती है, और यहाँ उनके उत्पादों की कुछ तसवीरें है.
"REALiz3D " की योजना दन्त चिकित्सीय एवं चिकत्सा के क्षेत्र में पैठ बनाने की है उनकी ये पहल चिकित्सा जगत में चमत्कार साबित हो सकती है. इसके अतिरिक्त वो विद्यालयों के साथ अत्यंत नाममात्र शुल्क के साथ सहभागिता के मॉडल पर काम कर रहें है क्योंकि उनका मानना है कि यह विषय पाठ्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए.
उनकी यह शुरुआत निश्चय ही भारत में त्रिआयामी छपाई के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी.
आप उनकी वेबसाइट पर जा कर अन्य जानकारी हासिल कर सकते हैं.