"वेबसाइट बनाना हुआ अब बच्चों का खेल"

“वेबजर” की मदद से 10 मिनट में अपनी वेबसाइट तैयारवेबसाइट बनाने में भाषा की बंदिश नहींअपना कारोबार बढ़ाने में मददगार “वेबजर”

"वेबसाइट बनाना हुआ अब बच्चों का खेल"

Friday June 12, 2015,

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मजबूरी में किसी की खोज दूसरों के लिए मददगार साबित होती है। कुछ यही किया अंकित गुप्ता ने। जिनको तलाश थी दिल्ली में किसी मय थाई जिम की। तो उन्होने गूगल पर इसे खूब ढूंढा जहां उनकी तलाश पूरी नहीं हुई लेकिन दूसरे तरीके से ढूंढने पर उनको जिम तो मिला पर ऑनलाइन में उसकी मौजूदगी नहीं थी। तब उन्होने गौर किया कि ऐसे कई सारे छोटे व्यवसायी हैं जो ऑनलाइन नहीं हैं और लोगों को उनके बारे में पता ही नहीं चलता। बस इसी समस्या का हल खोजते हुए उन्होने “वेबजर” बना डाला।

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करीब तीन साल पहले एनिमेशन वर्ल्ड की राजधानी कहे जाने वाले सिंगापुर को छोड़कर अंकित गुप्ता भारत आए। अपनी इस समस्या पर गौर करते हुए उन्होने देखा कि देश के 80 फीसदी कारोबारी ऑनलाइन नहीं हैं क्योंकि वेबसाइट बनाना बड़ा मुश्किल काम था। अंकित का कहना है कि “इस फासले को पाटने के इरादे से ही उन्होने वेबजर बनाया। जिसे बनाने में करीब 2 साल लगे। ये इस्तेमाल में काफी आसान और वेबसाइट बनाने में काफी मददगार है।” 2012 के मध्य में अंकित गुप्ता की मुलाकात जॉय सेबिस्टन से हुई। उस वक्त तक वो वेबजर को लेकर अपना काम शुरू कर चुके थे। तब उन्होने ये सोचा भी नहीं था कि कोई इस काम में उनका भागीदार भी हो सकता है। पेशे से इंजीनियर जॉय की अंकित से मुलाकात एक दोस्त के माध्यम से हुई थी। जॉय ने एमिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी जबकि अंकित के पास गेम्स और इंटरटेनमेंट टेक्नॉलीजी में डिप्लोमा था साथ ही उन्होने बिजनेस मैनेजमेंट से पढ़ाई पूरी की थी।

वेबजर ऐसा साधन है जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति 10 मिनट में अपनी वेबसाइट बना सकता है और वो भी तब, जब उसके पास कोडिंग की जानकारी ना के बराबर हो। वेबजर पीएचपी पर आधारित है और सभी तरह की होस्टिंग इनके खास सर्वर पर होती है। ये जमाना मोबाइल का है और वेबजर खासतौर से उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जो कुछ नया शुरू करना चाहते हैं फिर चाहे वो रेस्टोरेंट चलाते हों, या एनजीओ चलाते हों या ऐसे लोग जो नौकरी की तलाश में हैं। ये इंटरनेट पर सबसे खूबसूरत ट्रेंडिंग वाली वेबसाइट में से एक है। उपयोगकर्ताओं के लिए ये सिर्फ एक वेबसाइट ही नहीं है बल्कि काफी कम वक्त में अपना व्यवसाय बढ़ाने का जरिया भी है। वेबजर में जाकर कोई भी अपनी वेबसाइट बना सकता है और अच्छे परिणाम आने पर मासिक सदस्यता शुल्क चुका कर अपना काम जारी रख सकता है।

बेबजर की खासियत है कि उसमें किसी भी भाषा में वेबसाइट को बनाया जा सकता है। वेबजर में एक खास फीचर और भी है “60 सेकेंड्स वेबसाइट बिल्डर”। इसके इस्तेमाल से लिंकडिन प्रोफाइल की सारी जानकारी मिनटों में वेबसाइट पर आ जाती है। सभी फ्रीलांसर और नौकरी ढूंढने वाले लोग इस वेबसाइट का इस्तेमाल कर पेशेवर से तरीके से अपने काम को लोगों के सामने पेश कर सकते हैं।

फिलहाल वेबजर ने अपना ध्यान भारत के ऑनलाइन बाजार में केंद्रीत किया हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में 50 लाख से ज्यादा एसएमई पंजीकृत हैं लेकिन इनमें से 10 प्रतिशत से कम लोग ऑनलाइन मौजूद हैं। अंकित का कहना है कि “हम इतने बड़े बाजार पर नजरें लगाए हुए हैं और हमारा लक्ष्य 5 लाख लोगों को ऑनलाइन से जोड़ना है।” फिलहाल ये वेबजर की शुरूआत भर है जल्द ही इसमें कई और फीचर भी जोड़े जाएंगे। जिनके माध्यम् से कोई भी मोबाइल फोन में अपनी वेबसाइट में बदलाव कर सकेगा। इसके अलावा ई-कॉमर्स, 60 सेकेंड्स फेसबुक और दूसरे कई फीचर शामिल होंगें।