वॉक-इन-इंटरव्यू और नौकरी आपकी
अच्छी नौकरी के लिए लोग क्या नहीं करते हैं। बड़ी से बड़ी प्रॉसेस से गुज़रते हैं, लेकिन YS Team आपको बता रही है कुछ ऐसी छोटी-छोटी बातें, जिन्हें प्रयोग में लाकर आप पा सकेंगे मनचाही नौकरी और कह सकेंगे, "हेई, हाय! आई एम वर्किंग..."
क्या आपके मालूम है, कि क्या है वॉक-इन-इंटरव्यू? आमतौर पर कॉम्पटेटिव एग्ज़ाम्स 3 फेज़िज़ में अॉर्गनाइज़ किये जाते हैं। फर्स्ट फेज़ में अधिकारिक तौर पर अॉप्शनल प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनका जवाब देना होता है। सेकिंड फेज़ में प्रश्न-उत्तर होते हैं, जिनका लिखित तौर पर जवाब देना होता है और अंतिम फेज़ होता है इंटरव्यू का, लेकिन कुछ एग्ज़ाम्स ऐसे भी होते हैं, जहां एक ही बार लिखित पेपर देना होता है और उसके बाद सीधे इंटरव्यू और कहीं-कहीं तो नौकरी सिर्फ कैंडिडेड के इंटरव्यू पर आधारित होती है। जो नौकरी इटरव्यू पर आधारित होती है, उसे ही वॉक-इन-इंटरव्यू कहते हैं, जिसमें सेम डे सारी औपचारिकताएं पूरी करके कैंडिडेड के हाथ में अॉफर लेटर दे दिया जाता, यदि कैंडिडेड उस काबिल है तो।
अब कई ऐसी कंपनियां हैं, जो वॉ-इन-इंटरव्यू आयोजित करती हैं। लिंक्ड इन से सीधे आपके बारे में जानकारी इकट्ठा करती हैं, फोन करती हैं, आपको बुलाती हैं और आपकी काबिलियत के बल पर आपको नौकरी दे देती हैं।
वॉक्ड-इन-इंटरव्यू के अंतर्गत पहले आओ- पहले पाओ वाली बात लागू होती है। हेल्थ केयर, आईटी, रिटेल और कई तरह की सेवा देने वाले सेक्टर इसे आज़मा रहे हैं। इसमें कंपनियों के लिए उम्मीदवारों का चुनाव करना आसान हो जाता है। यह काफी आसान और तुरंत पूरी हो जाने वाली प्रक्रिया है। लेकिन इसमें शामिल होने के लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। यदि ध्यान नहीं रखा तो एक बेहतरीन नौकरी आपके पास से आकर लौट जायेगी। किसी भी इंटरव्यू में जानें से पहले सबसे ज्यादा ज़रूरी है, कि आप किस तरह से तैयार हो रहे हैं। इस बात का हमेशा खयाल रखें, कि आपकी ही तरह बाकी के लोगों को भी नौकरी पाने की जल्दी और ज़रूरत है। अच्छी नौकरी हो तो उम्मीदवारों की संख्या कई गुना बढ़ जाती हैं, जिसके चलते कॉम्पटिशन मुश्किल हो जाता है। वॉक-इन-इंटरव्यू के पहले किसी तरह की परीक्षा नहीं होने के कारण पैनल में बैठे सदस्यों को आपकी काबिलियत और मानसिक समझदारी के बारे में मालूम नहीं होता, इसलिए इंटरव्यू ही एक ऐसा माध्यम है जिसमें आप पैनल में बैठे लोगों पर अपना सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकते हैं। आईये जानते हैं उन खास पॉइंट्स के बारे में जिन पर गौर करके ही वॉक-इन-इंटरव्यू के लिए जायें...
समाचार पत्र या दूसरे माध्यम से वॉक-इन-इंटरव्यू के बारे में जानने के बाद उस कंपनी के बारे में तमाम तरह की सूचनाएं इकट्ठी कर लें। इसके लिए इंटरनेट की मदद लें। अच्छी कंपनियों से संबंधित सभी तरह की सूचनाएं गूगल पर उपलब्ध होंगी, साथ ही आपकी जान-पहचान में यदि कोई उस कंपनी में कार्यरत हो तो उससे भी कंपनी के माहौल और काम करने के तौर-तरीकों के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
अपने लैपटॉप में अपनी क्वालिफिकेशन का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन तैयार करें। पहले से तैयार है, तो उससे कंपनी की कल्चर और ज़रूरत के हिसाब से अपडेट कर लें। इस प्रेज़ेंटेशन में एजुकेशनल और प्रोफेशनल दोनों तरह की योग्यताओं को शामिल करें।
अपने व्यावसायिक और एजुकेशनल क्वालिफिकेशन से संबंधित सभी प्रमाणपत्रों को अच्छी तक से फाइल में लगा लें। फाइल साफ-सुथरी और आसानी से खुलने और बंद होने वाली हो। अपने प्रमाण पत्रों की कम से कम दो-दो फोटोकॉपी अपने पास रखें और इसे सिलसिलेवार ढंग से लगा दें।
आपके पास अपडेट प्रोफेशनल रेज़्यूमे की भी 2-3 कॉपीज़, एक बॉल पेन (काला और नीला), प्रोजेक्ट या रिसर्च संबधी रिपोर्ट और उस जॉब से संबंधित क्षेत्र में पहले प्राप्त किये गये अनुभव का प्रमाणपत्र हो।
यदि आप ज़रूरत महसूस करें और इंटरव्यू देने से पहले नर्वस हो रहे हों, तो अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार की मदद से या फिर आईने के सामने खड़े होकर मॉक इंटरव्यू का रिहर्सल कर लें और इंटरव्यू में पूछे जाने वाले प्रश्नों की एक सूची तैयार कर लें।
साक्षात्कार में पहने जाने वाले ड्रेस को भी पहले से तैयार रखें। ड्रेस सौम्य और शिष्ट होनी चाहिए, खासकर जूते आवाज़ करने वाले बिल्कुल न हों।
जिस तरह आप इंटरव्यू पैनल के सामने उपस्थित होने के दौरान सभी का अभिवादन करते हैं उसी तरह अंत में थैंक्यू कहना भी ना भूलें।
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि इंटरव्यू तक पहुचने वाले हर शख़्स का किताबी ज्ञान अमूमन समान ही होता है। थोड़ा बहुत ही अंतर होता है। हो सकता है नॉलेज के मामले में आप बीस हों, लेकिन दूसरे को उन्नीस समझने की गलती कभी न करें, क्योंकि सलेक्शन का आख़री दौर बाकी होता है।
आईये जानें आख़री दौर के उन ज़रूरी पॉइंट्स के बारें जिन पर अमल करके पैनल पर आप अपनी अमिट छाप छोड़ सकते हैं...
पैनल के सामने जाने से पहले कुछ गहरी सांसे लें। खुद को प्रोफेशनल मानकर पूरे आत्मविश्वास के साथ इंटरव्यू रूम में जायें।
कमरे का दरवाज़ा धीरे से खोलकर कमरे के अंदर हल्की स्माईल के साथ प्रवेश करें। पैनल में बैठे लोगों को उचित अभिवादन दें। इस समय आपकी आवाज़ बिल्कुल स्पष्ट होनी चाहिए। टोन में सौम्यता होनी चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि टोन और बॉडी लैंगवेज का सामंजस्य बरकरार रहे।
इंटरव्यू में जाने से पहले अपने विषय के बारे में उपलब्ध सभी जानकारियों पर एक नज़र डाल लें। इसके लिए सभी विषयों के महत्वपूर्ण पॉइंट्स अपने दिमाग में रखें और यदि ज़रूरी समझें तो एक पेपर पर उन्हें लिख कर भी अपनी जेब में रख सकते हैं।
इतनी तैयारियों के बाद भी यदि असफलता आपके हिस्से आती है, तो निराश न हों। बल्कि उन बातों का याद रखें, कि आपसे गलतियां कहां-कहां हुईं। अपनी उन्हीं गलतियों से सबक लेते हुए आगे बढ़ें... क्या पता जो छूट गया कुछ उससे बेहतर आपका इंतज़ार कर रहा हो।