जिंदगी की सबसे कठिन लड़ाई में जीत के बाद नरसिंह का ध्यान अब सिर्फ ओलंपिक में पदक जीतने पर
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा डोपिंग के आरोपों से बरी किये जाने के बाद राहत महसूस कर रहे नरसिंह यादव ने आज कहा कि वह अपनी जिंदगी की सबसे ‘कठिन लड़ाई’ में जीतकर खुश हैं और अब उनका एकमात्र लक्ष्य रियो ओलंपिक खेलों के दौरान पोडियम स्थान पर खड़े होने का होगा।
नाडा ने आज कहा कि यह पहलवान साज़िश का शिकार हुआ और उसे पाक साफ करार किया। नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने नरसिंह को बरी कर इस पहलवान के भाग्य पर संदेह भी खत्म कर दिया।
नरसिंह ने इसके बाद कहा, ‘‘यह मेरे जीवन की सबसे कठिन लड़ाई थी। मैं अब इस पूरे प्रकरण को भूलना चाहता हूं और अब मेरा ध्यान सिर्फ ओलंपिक में पदक जीतने पर लगा है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 15 दिन मानसिक रूप से मेरे और मेरे परिवार के लिये काफी कठिन रहे हैं। लेकिन मेरा विश्वास था कि मुझे न्याय मिलेगा और मैं सही था और मैंने कुछ भी गलत नहीं किया था। मैंने कभी भी कुछ नहीं लिया था। मुझे न्याय मिलने का भरोसा था। ’’ नरसिंह ने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैंने अभ्यास करना जारी रखा और अपनी ट्रेनिंग नहीं छोड़ी। ’’
नरसिंह ने हालांकि कहा कि इस साज़िश के पीछे जो भी दोषी हो, उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जिसने भी कुछ भी गलत किया है, उसे सजा मिलनी चाहिए ताकि किसी को भी इस सब से गुज़रना नहीं पड़े। ’’ इस 26 वर्षीय पहलवान ने भारतीय कुश्ती महासंघ, मीडिया और अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुश हूं और ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीद लगाये हूं। सच्चाई की जीत हुई। यह सुनिश्चित करेगा कि किसी अन्य खिलाड़ी के साथ ऐसा कुछ नहीं हो। मैं डब्ल्यूएफआई से लेकर मीडिया तक और देशवासियों सभी का शुक्रगुज़ार हूं जिन्होंने मेरे उपर भरोसा रखा। ’’