130 साल पुरानी Britannia ने केन्या की Britania Foods को खरीदा, अफ्रीका में कारोबार बढ़ाने की तैयारी
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने केन्या की केनाफ्रिक बिस्कुट लिमिटेड में नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल कर ली है. खाने-पीने के सामान बनाने वाली कंपनी ने साथ ही कैटेलिस्ट ब्रिटानिया ब्रांड्स लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है.
भारत की सबसे बड़ी कुकी निर्माता कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अफ्रीका में विस्तार करने की पूरी तैयारी कर ली है. अपनी इस योजना के तहत ब्रिटानिया ने केन्या में ऑपरेशन के लिए एक डील किया है.
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने केन्या की केनाफ्रिक बिस्कुट लिमिटेड में नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल कर ली है. खाने-पीने के सामान बनाने वाली कंपनी ने साथ ही कैटेलिस्ट ब्रिटानिया ब्रांड्स लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है. ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने सोमवार को शेयर बाजार को भेजी सूचना में यह जानकारी दी.
नियामकीय सूचना के अनुसार, कंपनी ने पूर्ण स्वामित्व वाली ब्रिटानिया एंड एसोसिएट्स (दुबई) प्राइवेट कंपनी लिमिटेड (बीएडीसीओ) ने केनाफ्रिक बिस्कुट लिमिटेड (केबीएल) में 51 प्रतिशत की नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल कर ली है. ब्रिटानिया ने 13.87 करोड़ केन्याई शिलिंग्स (केईएस) यानी 9.2 करोड़ रुपये में यह अधिग्रहण किया है.
केनाफ्रिक के एक निदेशक मिकुल शाह ने बताया कि कंपनी ने नैरोबी स्थित केनाफ्रिक इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर केन्या में कैटालिस्ट कैपिटल-समर्थित ब्रिटानिया फूड्स लिमिटेड को 20 मिलियन डॉलर (1.64 अरब रुपये) की डील में किया है. इस डील में प्रॉपर्टी और एक प्लांट भी शामिल है.
बता दें कि, ब्रिटानिया 130 साल पुरानी कंपनी है. भारत में इस ब्रांड के तहत गुड डे और मैरी गोल्ड कुकीज शामिल हैं. यह अफ्रीका में अपना कारोबार बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. दरअसल, अफ्रीका में सरकारें अपने उद्योगों का विस्तार करना चाहती हैं और उन उत्पादों के आयात को कम करना चाहती हैं, जिन्हें स्थानीय रूप से बनाया जा सकता है.
ब्लूमबर्ग ने मार्च में बताया था कि कंपनी ने हाल ही में मिस्र और युगांडा में कॉन्ट्रैक्ट-पैकिंग सुविधाएं स्थापित की हैं और केन्या और नाइजीरिया में कंपनियां खोलने पर विचार कर रही हैं.
निजी इक्विटी फर्म पेरिस स्थित अमेथिस और जोहान्सबर्ग स्थित मेटियर द्वारा समर्थित केनाफ्रिक एक फैमिली बिजनेस है, जो 1987 में एक फुटवियर निर्माता के रूप में शुरू हुआ था. शाह के अनुसार, इसने चार साल पहले बिस्कुट व्यवसाय में प्रवेश किया, क्योंकि इसने कन्फेक्शनरी, पेय पदार्थ, स्टेशनरी और खाद्य मसालों सहित प्रोडक्ट्स में विस्तार किया. केन्या, युगांडा, तंजानिया, रवांडा, कांगो, बुरुंडी और मलावी में इसकी मौजूदगी है.
Edited by Vishal Jaiswal