लुधियाना में मोदी ने बांटे 500 चरखे
चरखों के वितरण से इन महिलाओं को आमदनी में बहुत बड़ी मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कताई करने वाली महिलाओं के बीच आज लकड़ी से बने 500 पारंपरिक चरखे वितरित किए। ये महिलाएं पांच स्थानीय खादी संस्थानों से जुड़ी हैं। ये चरखे खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग (केवीआईसी) की ओर से दिए गए हैं।
जिन कताई करने वाली महिलाओं में चरखों का वितरण हुआ है, उन्हें पंजाब के विभिन्न इलाकों से चुना गया है। प्रधानमंत्री ने एक प्रदर्शनी भी देखी और खुद भी चरखा चलाकर देखा।
केवीआईसी ने कहा कि पांच सौ चरखे रोजगारों को इन ग्रामीणों के दरवाजे तक लाने में मदद करेंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इस अवसर पर कहा कि चरखों के वितरण से इन परिवारों को आमदनी में मदद मिलेगी।
इन्हीं सबके बीच प्रधानमंत्री मोदी ने जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट यानी त्रुटिहीन, पर्यावरण अनुकूल विनिम्राण कार्य (जेईडी) योजना भी शुरू की। उन्होंने महिलाओं को चरखा वितरित किये और उल्लेखनीय काम करने वाले सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों को राष्ट्रीय पुरस्कार भी दिये।
मोदी ने 2014 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जेईडी योजना का जिक्र किया था। यह पर्यावरण पर बिना कोई प्रतिकूल प्रभाव डाले उच्च गुणवत्ता के विनिर्माण पर जोर देता है। इसका मकसद अनियमित एमएसएमई क्षेत्र में गुणवत्ता का स्तर बढ़ाना है।
आकलन मॉडल गुणवत्ता और पर्यावरण मानकों पर आधारित है जिसे भारतीय गुणवत्ता परिषद ने तैयार किया है। यह शुरू में कपड़ा, परिधान, खाद्य उत्पाद तथा पेय पदार्थ समेत अन्य से जुड़ी इकाइयों पर ध्यान देगा।