"भारत में रोजगार अवसरों की भरमार, जरूरत सही कौशल की है"
विश्व आर्थिक मंच के एक नये अध्ययन में ‘चौथी औद्योगिक’ क्रांति के कारण अगले पांच साल में 50 लाख से अधिक रोजगारों का शुद्ध नुकसान होने की चेतावनी के बीच प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने कहा कि भारत में रोजगार के व्यापक अवसर हैं लेकिन लोगों को सही कौशल व प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है।
सिक्का सालाना शिखर सम्मेलन में चौथी औद्योगिक क्रांति के रोजगार बाजार पर असर पर ‘ प्रगति के वादे’ शीषर्क सत्र को संबोधित कर रहे थे। सिक्का ने कहा,
निश्चित रूप से विघ्न होंगे लेकिन नयी प्रौद्योगिकी अनिवार्य रूप से असंतुलन पैदा करने वाली नहीं होगी बशर्ते लोगों को सही तरह की शिक्षा, संपर्क व प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाए।
उन्होंने कहा,‘ इस सप्ताहांत स्टार्टअप पर बड़ा कार्यक्रम हुआ और यह दिखाता है कि भारत में भारी अवसर मौजूद हैं।’ सिक्का ने कहा,‘ क्या हम लोगों को उसके लिए तैयार कर रहे हैं जिस ओर दुनिया जा रही है? हमें उन्हें कौशल संपन्न बनाना होगा। वहां विघ्न होंगे। यह इस बारे में होना चाहिए कि दुनिया क्या बनने जा रही है न कि इस बारे में कि दुनिया क्या हुआ करती थी।’ सिक्का ने ये तर्क खारिज कर दिए कि नयी प्रौद्योगिकी व कनेक्टिविटी से अंसतुलन पैदा होगा।
उन्होंने कहा,‘ अगर हम दीर्घ व गहरा विचार करें जितने ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा, उतनी ही इस बात की संभावना रहेगी कि असंतुलन समाप्त होगा।’ इसके साथ ही उन्होंने कनेक्टिविटी को मानवाधिकार के रूप में देखे जाने की जरूरत जताई।
चौथी औद्योगिक क्रांति का आशय नये आटोमेशन और सूचना प्रौद्योगिक आधारित उत्पादन से है।
पीटीआई