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कैंसर पीड़ितों का हौसला बढ़ाने और उन्हें जागरुक करने के लिए कैंसर पीड़ित अनंत शुक्ला ने बनाया 'जन्नत'

कैंसर से लड़ने से लेकर कैंसर पीड़ितों के लिए लड़ने की कहानी...

कैंसर पीड़ितों का हौसला बढ़ाने और उन्हें जागरुक करने के लिए कैंसर पीड़ित अनंत शुक्ला ने बनाया 'जन्नत'

Friday May 26, 2017 , 5 min Read

2010 की बात है, जब अनंत शुक्ला नोएडा में अपने कॉलेज से घर वापस लौट रहे थे। रास्ते में वे चार्लीज थेरॉन की मूवी स्वीट नवंबर देख रहे थे। उसी वक्त उनके पेट में असहनीय दर्द हुआ। कुछ दिन में जब जांच हुई तो पता चला कि उन्हें हॉडकिन्स लिम्फोमा नाम की बीमारी हो गई है। दिलचस्प बात ये है कि उस मूवी में चार्लीज का कैरेक्टर 'सारा' भी इसी बीमारी से जूझ रही होती है। ऐसे में अनंत के पास लोगों को बताने के लिए काफी दिलचस्प कहानी हो गई थी, लेकिन इस बीमारी से पार पाना उतना ही मुश्किल था...

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कैंसर से लड़ रहे लोगों का हौसला बढ़ाने और कैंसर से जागरूक करने के लिए अनंत शुक्ला ने 2010 में ही कर दी थी 'जन्नत' की स्थापनाa12bc34de56fgmedium"/>

2012 में जब दिल्ली निर्भया रेप कांड हुआ, तो उस वक्त फेसबुक और बाकी सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों का गुस्सा फूटा। उस वक्त लोगों ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर की जगह एक काली तस्वीर लगानी शुरू कर दी। काली तस्वीर लगाने का ये आइडिया 'जन्नत' का ही था, जो काफी वायरल हुआ था।

अनंत शुक्ला उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पले बढ़े। जब वे छोटे थे तभी से उनका लगाव कंप्यूटर और इंटरनेट की तरफ बनना शुरू हो गया था। उन्हें कंप्यूटर और इंटरनेट पर वक्त बिताना काफी अच्छा लगता था। इंटरनेट ने उन्हें दुनिया से रूबरू कराया। बाद में यही उनका पैशन भी बन गया। 2010 की बात है, अनंत नोएडा में अपने कॉलेज से घर वापस लौट रहे थे। रास्ते में वे चार्लीज थेरॉन की मूवी स्वीट नवंबर देख रहे थे। उसी वक्त उनके पेट में असहनीय दर्द हुआ। कुछ दिन में जब जांच हुई तो पता चला कि उन्हें हॉडकिन्स लिम्फोमा नाम की बीमारी हो गई है। दिलचस्प बात ये है, कि उस मूवी में चार्लीज का कैरेक्टर 'सारा' भी इसी बीमारी से जूझ रही होती है। उनके पास लोगों को बताने के लिए काफी दिलचस्प कहानी हो गई थी, लेकिन इस बीमारी से पार पाना उतना ही मुश्किल था।

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लिम्फोमा, लिम्फोसाइट्स में होने वाला वो कैंसर है जिसका मतलब है, 'शरीर में सेल्स का बिना किसी नियंत्रण के बढ़ते रहना'। लिम्फोमा कैंसर प्रतिरक्षा प्रणाली लिम्फोसाइटों नामक कोशिकाओं में शुरू होता है। अन्य कैंसर की तरह, लिम्फोमा तब होता है, जब लिम्फोसाइटों उस स्थिति में होती है जब अनियंत्रित कोशिका में वृद्धि होने के साथ-साथ कई गुना बढ़ जाती हैं। लिम्फोमा अक्सर लिम्फ नोड्स से शुरू होता है, लेकिन यह पेट, आंत, स्किन या किसी और अंग में भी पाया जा सकता है। क्योंकि लिम्फोसाइट्स शरीर के हर भाग में पाये जाते हैं।

अनंत बताते हैं, कि उस वक्त वे नोएडा में एमिटी यूनिवर्सिटी से इंजिनियरिंग कर रहे थे। लेकिन कैंसर से जूझते वक्त वे हमेशा पॉजिटिव रहे। गुड़गांव के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने कई कैंसर के मरीजों से बात की तो उन्हें पता चला कि अधिकतर लोग कैंसर से लड़ने की ताकत ही खो बैठते हैं। कैंसर से लड़ रहे लोगों का हौसला बढ़ाने और कैंसर से जागरूक करने के लिए उन्होंने 2010 में ही अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर 'जन्नत' नाम की संस्था की स्थापना की। उस वक्त सोशल मीडिया का क्रेज काफी नया था और अनंत को अच्छे से पता था कि सोशल मीडिया टूल को आने वाले दिनों में कितने अच्छे से यूज किया जा सकता है। कैंसर पीड़ितों की मदद करने के अलावा अनंत का संगठन बाकी तमाम सामाजिक बुराइयों से भी लड़ता है।

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कैंसर से लड़ते वक्त अनंत ने निश्चय कर लिया था कि वे इस वजह से अपना जिंदगी जीने का तरीका नहीं बदलेंगे। उन्हें किसी भी तरह की सहानुभूति की जरूरत नहीं थी। इसी एटिट्यूड की वजह से अनंत ने बड़ी-बड़ी न्यूज और आर्टिकल वेबसाइट खड़ी कर दीं।

2012 में जब दिल्ली का निर्भया रेप कांड हुआ तो उस वक्त फेसबुक और बाकी सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों का गुस्सा फूटा। उस वक्त लोगों ने अपनी प्रोफाइल पिक्चर की जगह एक काली तस्वीर लगानी शुरू कर दी। ये 'जन्नत' का ही आइडिया था, जो काफी वायरल हो गया। कैंसर से लड़ते वक्त अनंत ने निश्चय कर लिया था कि वे इस वजह से अपना जिंदगी जीने का तरीका नहीं बदलेंगे। उन्हें किसी भी तरह की सहानुभूति की जरूरत नहीं थी। इसी एटिट्यूड की वजह से अनंत ने बड़ी-बड़ी न्यूज और आर्टिकल वेबसाइट खड़ी कर दीं। 2015 में उन्होंने DafuqStory नाम से एक पीआर और कंटेंट मार्केटिंग टूल बनाया। हालांकि बाद में इसका नाम बदलकर DAFUQ हो गया। इस प्लेटफॉर्म का मकसद था लोगों को एक अलग और नए नजरिए से लोगों को मजेदार स्टोरी देना।

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2016 में अनंत शुक्ला ने THEPOST24 नाम से मुंबई में एक न्यूज़ पोर्टल की स्थापना की। आज इस प्लेटफॉर्म पर 1.5 मिलियन से भी ज्यादा डेली एक्टिव यूजर्स हैं। इसके माध्यम से आइडिया, ओपिनियन, और दुनिया भर की स्टोरीज लोगों को पढ़ने को मिलती हैं।

अनंत नई चुनौतियों को अच्छे से एक्सप्लोर करना जानते हैं। आने वाले दिनों में वे ऐसे ही कई और काम करना चाहते हैं। फिलहाल उनका मुख्य उद्देश्य यही है कि कैसे 'जन्नत' के काम को आगे बढ़ाया जाये और लोगों के बीच कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाई जाये।