भारत ने लॉन्च किए 31 सैटलाइट, धरती के चप्पे-चप्पे पर होगी नजर
इसरो ने अमेरिका के भी 23 सैटलाइट किए लॉन्च
आंध्र प्रदेश के सतीश धवन स्पेस सेंटर हरिकोटा से पोलर सैटलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) सी-43 द्वारा इन सैटलाइट को लॉन्च किया गया। 9 बजकर 58 मिनट पर सैटलाइट लॉन्च किये गए। इसमें भारत का भी एक सैटलाइट है।
भारत के हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट (HySIS) को पृथ्वी की निगरानी करने के लिए विकसित करने के लिए किया गया है। यह प्राइमरी सैटलाइट है। इससे पृथ्वी पर अच्छे से नजर रखी जा सकेगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार सुबह एक साथ 31 सैटलाइट लॉन्च किए। आंध्र प्रदेश के सतीश धवन स्पेस सेंटर हरिकोटा से पोलर सैटलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) सी-43 द्वारा इन सैटलाइट को लॉन्च किया गया। 9 बजकर 58 मिनट पर सैटलाइट लॉन्च किये गए। इसमें भारत का हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट (HySIS) और 8 देशों के 30 अन्य सैटलाइट शामिल हैं। बड़ी बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा 23 सैटलाइट अमेरिका के हैं।
भारत के हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट (HySIS) को पृथ्वी की निगरानी करने के लिए विकसित करने के लिए किया गया है। यह प्राइमरी सैटलाइट है। इससे पृथ्वी पर अच्छे से नजर रखी जा सकेगी। ये सैटलाइट 636 किमी धुर्वीय सूर्य समन्वय कक्ष (एसएसओ) में 97.957 डिग्री के झुकाव के साथ स्थापित किया जाएगा। सैटलाइट की अभियानगत आयु पांच साल है। इसरो ने कहा कि HySIS का प्राथमिक उद्देश्य इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वर्ण पट (स्पेक्ट्रम) के पास इन्फ्रारेड और शॉर्टवेव इन्फ्रारेड क्षेत्रों में पृथ्वी की सतह का अध्ययन करना है।
PSLV द्वारा किए जाने वाले प्रक्षेपण आमतौर पर 4 स्टेज में लॉन्च होते हैं। पहले चरण में पीएसएलवी 139 सॉलिड रॉकेट मोटर इस्तेमाल करता है, जिसे 6 सॉलिड स्टूप बूस्ट करते हैं। दूसरी बार में लिक्विड रॉकेट इंजन का यूज होता है, जिसे विकास नाम से पहचाना जाता है। तीसरी स्टेज में सॉलिड रॉकेट मोटर मौजूद है जो ऊपरी स्टेज को ज्यादा ताकत से धकेलती है। चौथी स्टेज में पेलोड से नीचे मौजूद हिस्सा चौथी स्टेज है इसमें दो इंजन लगे होते हैं।
इसरो ने बताया कि HySIS में एक माइक्रो और 29 नेनो सैटलाइट हैं। ये उपग्रह आठ विभिन्न देशों के हैं। इन सभी उपग्रहों को पीएसएलवी-सी 43 की 504 किमी वाली कक्षा में स्थापित किया गया। जिन देशों के उपग्रह भेजे गए उनमें अमेरिका (23 सेटेलाइट), आस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड एवं स्पेन (प्रत्येक का एक उपग्रह) शामिल हैं। इन सैटलाइट के प्रक्षेपण के लिए इसरो के कॉमर्शियल विंग एंट्रिक्स कार्पोरेशन लिमिटिड के साथ कॉमर्शियल डील की गई है। PSLV इसरो का थर्ड जेनरेशन का प्रक्षेपण यान है।
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