बहादुरी के लिए पीएम मोदी से पुरस्कृत होने वाली नाजिया बनीं आगरा की स्पेशल पुलिस ऑफिसर
जिस लड़की के पिता मजदूरी करके चलाते हैं घर, वो बनी आगरा की स्पेशल पुलिस अॉफिसर...
आगरा में अपराध को लेकर काफी चिंतित रहने वाली नाजिया ने पुलिस में कई शिकायतें दर्ज कराई थीं। हालांकि इस वजह से नाजिया को कई बार धमकियां भी मिलीं, लेकिन उसने अपनी हिम्मत नहीं हारी। उसने शहर में चल रहे तस्करी और ड्रग के खिलाफ भी सक्रिय अभियानों में हिस्सा लिया है।
वीरता पुरस्कार मिलने के बाद नाजिया को पीएम मोदी ने प्यार से लड़ाकू बोला था और आधे घंटे तक बात की थी। नाजिया ने गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लिया था। आगरा के एक कॉलेज से ग्रैजुएशन कर रही नाजिया के पिता मजदूरी कर घर का खर्च चलाते हैं।
अपनी बहादुरी और सामाजिक कार्यों की बदौलत कई सारे स्टेट और नेशनल अवॉर्ड जीत चुकी 18 वर्षीय नाजिया खान को उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह के द्वारा आगरा में स्पेशल पुलिस ऑफिसर बना दिया गया है। इसी साल नाजिया को पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। आगरा में अपराध को लेकर काफी चिंतित रहने वाली नाजिया ने पुलिस में कई शिकायतें दर्ज कराई थीं। हालांकि इस वजह से नाजिया को कई बार धमकी भी मिलीं, लेकिन उसने अपनी हिम्मत नहीं हारी। उसने शहर में चल रहे तस्करी और ड्रग के खिलाफ भी सक्रिय अभियानों में हिस्सा लिया है।
आज से लगभग ढाई साल पहले नाजिया ने एक बच्ची को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बचाया था। 2015 में सात अगस्त को नाजिया अपने स्कूल से वापस अर रही थी। दोपहर करीब 12:30 बजे नौ साल की बच्ची को दो मोटर साइकिल सवार उठाकर बाइक पर बैठाने का प्रयास कर रहे थे। वहां से गुजरने वाली सभी राहगीर सिर्फ एक दूसरे को देख रहे थे। इतने में बैग फेंक नाजिया मोटर साइकिल सवारों के पास पहुंच गई। उसने अपहरणकर्ताओं के बीच बैठी बच्ची के फ्राक को पकड़ कर उसने घसीटना शुरू कर दिया। इससे मोटर साइकिल सवार बदमाश गिर गए। नाजिया ने जान पर खेलकर बच्ची को नहीं छोड़ा।
बदमाशों ने नाजिया पर हमला भी किया था, लेकिन नाजिया ने हार नहीं मानी और बच्ची को बचा लिया। बाद में बदमाश भाग गए। इसी बहादुरी की वजह से उसे पीएम मोदी द्वारा सम्मानित किया गया था। वह यह पुरस्कार पाने वाली प्रदेश की एकमात्र लड़की थी। वीरता पुरस्कार मिलने के बाद नाजिया को पीएम मोदी ने प्यार से लड़ाकू बोला था और आधे घंटे तक बात की थी। नाजिया ने गणतंत्र दिवस की परेड में भी हिस्सा लिया था। आगरा के एक कॉलेज से ग्रैजुएशन कर रही नाजिया के पिता मजदूरी कर घर का खर्च चलाते हैं।
आगरा के मंटोला थाना क्षेत्र के सदर भट्ठी में रहने वाली नाजिया ने ड्रग माफियाओं के रैकेट को लेकर तत्कालीन चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव को ट्वीट किया था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई भी की थी। एक साल पहले 2016 में उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से नाजिया को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से भी नवाजा गया था। नाजिया के सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो को देखते हुए डीजीपी ने उन्हें आगरा का विशेष पुलिस अधिकारी नियुक्त किया है।
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