भारत में 19,400 स्टार्टअप: आर्थिक समीक्षा
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि भारत में 19,400 प्रौद्योगिकी आधारित नयी कंपनिंया यानी स्टार्टअप हैं लेकिन उन निवेशकों के लिए निकासी मूल्यांकन अब भी बहुत कम है जो कि ऐसी पहलों में शुरआती पूंजी लगाकर कमाई करना चाहते हैं। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आर्थिक समीक्षा 2015-16 संसद में पेश की। इसमें कहा गया है कि देश में स्टार्टअप क्षेत्र में ‘असामान्य गतिशीलता’ देखने को मिल रही है जो कि ई-कॉमर्स व वित्तीय सेवाओं पर केंद्रित है।
समीक्षा के अनुसार,‘ भारतीय स्टार्टअप कंपनियों ने 2015 की पहली छमाही में वित्तपोषण के लिए 3.5 अरब डालर की राशि जुटाई और भारत में सक्रिय निवेशकों की संख्या 2014 में बढ़कर 490 हो गई जो कि 2014 में 220 थी।’ इसके अनुसार 2010 के बाद से लगभग 2000 स्टार्टअप में वेंचर कैपिटल: एंजल निवेशकों का पैसा लगा है और इनमें से 1005 स्टार्टअप तो 2015 में ही बने।
इसके अनुसार,‘ यह महत्वपूर्ण है कि स्टार्टअप में भी ‘निकासी’ होती है, जो कि इन कंपनियों के सूचीबद्ध होने के रूप में हो सकता है और इससे मूल निजी निवेशकों के पास अपने शुरआती निवेश पर कमाई करने की अनुमति मिलती है और वे इस धन को इसी तरह के अन्य उप्रकमों में लगा सकते हैं। भारत में निकासी मूल्यांकन अभी कम है।’ इसके अनुसार सेबी की सूचीबद्धता संबंधी नयी नीतियांे का असर सामने आने पर निकासी मूल्यांकन बढने की उम्म्मीद है।