उन्होंने सोचा कि यदि वे मेरे बाल खींचेंगे तो मैं रूक जाउंगा और कुछ नहीं करूंगा , मैं ये चीजें करना बंद नहीं करूंगा, भले ही आप मुझे जिंदा जला दें : मोदी
आक्रामकता के साथ भावुकता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रूपए के पुराने नोटों की बंदी के मुद्दे पर आज विपक्ष को आड़े हाथ लिया और वादा किया कि भविष्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ और कदम उठाए जाएंगे, ‘‘भले ही मुझे जिंदा जला दिया जाए ।’’ विपक्ष, खासकर कांग्रेस, पर सीधा निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि बड़े-बड़े घोटालों में शामिल लोग अब 4000 रूपए के नोट बदलवाने के लिए कतार में खड़े हैं । पणजी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कभी भावुक तो कभी आक्रामक अंदाज में कहा, ‘‘उन्होंने सोचा कि यदि वे मेरे बाल खींचेंगे तो मैं रूक जाउंगा और कुछ नहीं करूंगा । मैं ये चीजें करना बंद नहीं करूंगा, भले ही आप मुझे जिंदा जला दें ।’’ मोदी ने कहा कि वह अपने कदमों के नतीजे भुगतने के लिए तैयार हैं, क्योंकि चंद ताकतें ‘‘मेरे खिलाफ हो गई हैं’’, और ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी ‘‘70 साल की लूट’’ अब मुश्किल में है । प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि कुछ ताकतें मेरे खिलाफ हैं, वे मुझे जिंदा नहीं छोडेंगी, वे मुझे बर्बाद कर सकती हैं, क्योंकि उनकी 70 साल की लूट मुश्किल में है, लेकिन मैं तैयार हूं ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्यारे देशवासियों, मैंने अपना सब कुछ छोड़ दिया...अपना घर, अपना परिवार । इस देश के लिए मैंने अपना सब कुछ छोड़ दिया ।’’ इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि वह 50 दिन के लिये थोड़ी परेशानी उठाकर उनका साथ दें। उन्होंने कहा कि बड़े नोटों को चलन से वापस लेने के बाद भ्रष्टाचार वाली वित्तीय प्रणाली से निपटने के लिये उनका साथ उन्हें चाहिये। वित्त मंत्री अरण जेटली ने भी लोगों को हो रही असुविधा के लिये खेद व्यक्त किया और कहा कि एटीएम तीन सप्ताह में सामान्य ढंग से काम करने लगेंगे। नकदी की तंगी के चलते बैंक शाखाओं के बाहर बढ़ती अफरातफरी और लोगों के जवाब देते धर्य के बीच रिजर्व बैंक ने लोगों से कहा कि वह परेशान नहीं हों छोटे नोटों की कोई तंगी नहीं है।
रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘लोगों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, नकदी निकाल कर अपने पास जमा करने के लिये बार बार बैंक में आने की जरूरत नहीं है। जब भी जरूरत होगी उनके लिये नकदी उपलब्ध है।’’ केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक राकेश शर्मा ने कहा बैंक ने नकदी उपलब्ध कराने के लिये व्यापक व्यवस्था की है और बैंक कर्मचारी ग्राहकों की सहायता के लिये हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, इस बीच बैंक अधिकारी संघ ने आक्रामक होते ग्राहकों से बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग की है। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ के महासचिव हरविंदर सिंह ने कहा, ‘‘हम सरकार, रिजर्व बैंक और बैंक प्रबंधन से मांग करते हैं कि वह उपयुक्त मात्रा में करेंसी नोट और दूसरी जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराये ताकि हम देश के नागरिकों की बेहतर सेवा कर सकें।’’ आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव ने कहा कि लोगों को नकदी उपलब्ध कराने के सभी माध्यमों को सक्रिय करने पर सरकार का ध्यान केंद्रित।