कर्नाटक में राहुल गांधी ने की इंदिरा कैंटीन की शुरुआत, 10 रुपये में भरपेट खाना
इस कैंटीन में लोगों को सिर्फ 5 रुपये में नाश्ता मिलेगा और 10 रुपये में लंच और इतने ही रुपये में डिनर कराने का वादा किया गया है। इस योजना की पहल कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार की ओर से की गई है।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का सपना था कि देश के हर नागरिक को भरपेट भोजन मिले। उन्होंने कहा कि इंदिरा कैंटीन खुल जाने के बाद कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा।
अक्टूबर में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर बेंगलुरु के सभी 197 वार्डों में इंदिरा कैंटीन खोली जाएंगी। उन्होंने इसे भूख और कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक पहल बताया।
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में गरीबों को सस्ते दाम पर भोजन उपलब्ध करवाने के लिेए इंदिरा कैंटीन की शुरुआत की। इस कैंटीन में लोगों को सिर्फ 5 रुपये में नाश्ता मिलेगा और 10 रुपये में लंच और इतने ही रुपये में डिनर कराने का वादा किया गया है। इस योजना की पहल कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार की ओर से की गई है। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का सपना था कि देश के हर नागरिक को भरपेट भोजन मिले। उन्होंने कहा कि इंदिरा कैंटीन खुल जाने के बाद कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा। इंदिरा कैंटीनों में सिर्फ शाकाहारी खाना ही परोसा जाएगा।
अभी हालांकि एक ही कैंटीन का उद्घाटन हुआ, लेकिन आने वाले समय में लगभग 200 और ऐसी कैंटीन खोले जाने की योजना है। सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि अक्टूबर में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर बेंगलुरु के सभी 197 वार्डों में इंदिरा कैंटीन खोली जाएंगी। उन्होंने इसे भूख और कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक पहल बताया। हालांकि इसकी घोषणा पहले ही कर्नाटक सरकार के बजट के दौरान ही कर दी गई थी। सिद्धारमैया ने कहा कि हम इस कैंटीन का शहर के गरीब पर पड़े अच्छे और बुरे प्रभाव का अध्ययन कर राज्य के अन्य शहरों और कस्बों में भी इसी तरह के कैंटीन खोलेंगे।
राहुल ने अपनी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बनी कैंटीन का निरीक्षण भी किया। जयनगर के अलावा बाकी दूसरी कैंटीनें भी बुधवार को खुलेंगी।
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा, 'हम चाहते हैं कि शहर के सबसे गरीब और कमजोर तबके के लोग जानें कि वे भूखे नहीं रहने वाले।' राहुल ने अपनी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर बनी कैंटीन का निरीक्षण भी किया। जयनगर के अलावा बाकी दूसरी कैंटीनें भी बुधवार को खुलेंगी। इन कैंटीनों में पहले दिन यानी उद्घाटन पर मुफ्त खाना मिलेगा।
माना जा रहा है कि पड़ोस के तमिलनाडु में अम्मा कैंटीन की तर्ज पर इस कैंटीन की शुरुआत की गई है। तमिलनाडु में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने 2013 में अम्मा कैंटीनों की शुरुआत की थी। राज्य में इन कैंटीनों का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। अभी वर्तमान में तमिलनाडु में लगभग 200 अम्मा कैंटीनें खुल गई हैं। इन अम्मा कैंटीनों में एक रुपए में इडली, तीन रुपए में दो रोटी और इसके साथ दाल फ्री में मिलती है। पांच रुपये में ही एक प्लेट सांभर राइस और दही चावल भी मिलता है।
तमिलनाडु के बाद इसी साल अप्रैल में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने 'दीनदयालु थाली' योजना शुरू की थी, जहां पांच रुपये में भरपेट भोजन मिलता है. वहीं, राजस्थान की वसुंधरा सरकार प्रदेश के 12 शहरों में अन्नपूर्णा रसोई योजना चला रही है। यहां तीन रुपये में नाश्ता और आठ रुपये में खाना मिलता है। इसके अलावा जून में गुजरात सरकार ने श्रमिकों के लिए श्रमिक अन्नपूर्णा योजना शुरू की है। इसी तरह पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार भी सस्ती रोटी योजना चला रही है।
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